छात्र-छात्राओं को बच्चों की तस्करी के संबंध में किया जागरूक

🔳 केन्द्रीय विद्यालय में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन
हरमुद्दा
शाजापुर, 15 नवंबर। जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राजेन्द्र प्रसाद शर्मा के मार्गदर्शन में आज केन्द्रीय विद्यालय शाजापुर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन हुआ।शिविर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव, अपर न्यायाधीश सुरेन्द्र सिंह गुर्जर ने संविधान द्वारा भारत के नागरिकों को प्रदान के किए गए मूल अधिकारों व कर्त्तव्यों विशेषतः छह वर्ष से चौदह वर्ष की आयु के बच्चों को निःशुल्क व अनिवार्य शिक्षा के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी। उन्होंने बच्चों की तस्करी से संबंधित मामलों में प्रतिवर्ष 17 प्रतिशत की वृद्धि को देश के लिए चिन्ता का विषय बताया। उन्होंने कहा कि प्रति घन्टे 11 बालक देश की सीमा से किसी न किसी अपराध का भाजन बनना, प्रचलित कानूनों की उपयोगिता और लागू किए जाने की प्रक्रिया में खामी बताया। इसके अतिरिक्त बालश्रम एवं बलात बालश्रम को देश की गरीबी, अशिक्षा का कारण बताते हुए कहा कि इसके लिए जागरूकता की जरूरत है। 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों से खतरनाक उद्योगों में काम कराया जाना अपराध है। उन्होंने बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य पर जोर देते हुए उनकी प्रति माता-पिता, अभिभावक व समाज को अत्याधिक संवेदनशील होने पर जोर देते हुए कहा कि देश का भविष्य आज के बच्चों पर निर्भर होना बताया। उन्होंने बच्चों में स्वावलम्वन का गुण विकसित कर उनमें नैतिक एवं वैज्ञानिक सोच विकसित करने के लिए अह्वान किया।

यह थे उपस्थित

इस अवसर पर कार्यक्रम में केन्द्रीय विद्यालय के प्राचार्य अतुल व्यास एवं सामाजिक कार्यकर्ता गायत्री विजयवर्गी, सीमा शर्मा, शिक्षकगण सहित छात्राएं उपस्थित थे।

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