भाजपा सरकार का एक साल : कोरोना काल में भाजपा ने प्रदेश का नेतृत्व संभाला और बचाने के लिए किए अथक प्रयास : विधायक काश्यप

हरमुद्दा
रतलाम, 22 मार्च। प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने सत्ता संभाली, तब प्रदेश कोरोना के भीषण काल से गुजर रहा था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में ऐसे समय में प्रदेश को कोरोना से बचाने के लिए अथक प्रयास किए। इसी का परिणाम था कि हम पिछले वर्ष प्रदेश को कोरोना महामारी से बचाने में सफल हुए। कोरोना काल की शुरुआत में ही प्रदेश में प्रतिदिन 33 हजार टेस्टिंग की जाने लगी।

यह बात पत्रकारों से चर्चा करते हुए शहर विधायक चेतन्य काश्यप ने कही। उल्लेखनीय है कि प्रदेश की शिवराज सरकार को सत्ता संभाले हुए ठीक 1 वर्ष पूर्ण हो चुका है। ऐसे में प्रदेशभर में भारतीय जनता पार्टी ने जिला मुख्यालय सहित विधानसभा स्तर पर प्रेसवार्ता कर सरकार की 1 वर्ष की उपलब्धियों को पत्रकारों के समक्ष रखा।

रतलाम भी कोरोना से लड़ने में रहा सफल

श्री काश्यप ने कहा कि प्रदेश के साथ-साथ हमारा रतलाम भी कोरोनो से जंग लड़ने में हमारे मुखिया श्री शिवराजसिंह चौहान के नेतृत्व में उल्लेखनीय रूप से सफल रहा। अप्रैल 2020 में हम रतलाम में टेस्टिंग मशीन लाने में सफल हुए। आज हम प्रतिदिन रतलाम में 600 टेस्टिंग कर पा रहे है। मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार ने कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए अविलम्ब ऑक्सीजन प्लांट शुरू किए। यह तब करना पड़ा, जब महाराष्ट्र की कांग्रेस सरकार ने प्रदेश को ऑक्सीजन उपलब्ध करवाने से मना कर दिया था। कोरोना से जंग करते हुए 26 कोरोना योद्धा हमारे बीच से चले गए। यह बहुत ही दुखद है। हमने ऐसे कोरोना योद्धाओं के परिवारों को 13 करोड़ रुपए की राशि प्रदान की। रतलाम निवासी कई प्रवासी मजदूर जब कोरोना काल में बसों से जम्मु से निकले, तो राजस्थान सरकार ने उन्हें कोई सुविधा प्रदान नहीं की और वे पैदल ही अपने निवास की ओर जाने को मजबूर हुए, ऐसे में हमने उन्हें अपने निवास तक पहुंचने के लिए साधन उपलब्ध करवाए। प्रवासी मजदूरों को बसों से बिहार तथा उत्तरप्रदेश की सीमा तक पहुंचाने का काम भी हमारी सरकार ने किया। इतना ही नहीं उन तक भोजन पहुंचाने का जिम्मा भी हमने उठाया। हमारे कार्यकर्ताओं ने शिवराजसिंहजी के नेतृत्व में प्रदेशभर में कोरोना काल में जरूरतमंदों तक जरूरी सेवाएं पहुंचाने का काम किया।

महाराष्ट्र में कोरोना की दूसरी लहर बेकाबू

प्रदेश ने हमारी सरकार के नेतृत्व में कोरोना पर 3 से 4 महीने में ही उल्लेखनीय नियंत्रण पा लिया था, लेकिन महाराष्ट्र की कांग्रेस सरकार की लापरवाही और आपसी झगड़ों के कारण महाराष्ट्र में कोरोना की दूसरी लहर बेकाबू होकर देशभर में कोरोना को फैलाने का काम कर रही है। यही कारण है कि मध्यप्रदेश में भी कोरोना की दूसरी लहर ने दस्तक दे दी है, लेकिन हम प्रदेश को विश्वास दिलाना चाहते है कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हम जल्द ही इस संकट को नियंत्रित कर लेंगे। शहर विधायक ने कहा कि प्रतिदिन प्रदेश में 3 लाख कोरोना टीकाकरण का काम किया जा रहा है।

हवाई पट्टी को हवाई अड्डे में तब्दील करने के लिए 75 करोड़


श्री काश्यप ने प्रदेश सरकार की उपलब्धियों को बताते हुए कहा कि सरकार ने प्रदेश के सभी नगर निगमों के क्षेत्र के लिए आगामी 5 सालों की विकास की योजना बनाई है। रतलाम के लिए भी 5 साल की योजना बनाकर उसके लिए बजट में प्रारंभिक राशि का प्रावधान किया गया है। जिसमें 75 करोड़ हवाई पट्टी को हवाई अड्डे में तब्दील करने के लिए तथा रतलाम की सड़कों के निर्माण के लिए साढ़े 8 करोड़ का प्रावधान भी किया गया है। श्री काश्यप ने कहा कि प्रदेश बजट में 3 नए मेडिकल कॉलेज बनाने की घोषणा मुख्यमंत्रीजी ने की है।

मेडिकल कॉलेज में 750 बिस्तरों वाला अस्पताल होगा शीघ्र प्रारंभ

रतलाम के मेडिकल कॉलेज में अगले 2 से 3 महीने में 750 बिस्तरों वाला अस्पताल प्रारंभ हो जाएगा। हमने सर्वे के माध्यम से 2472 आवासहीन परिवारों को चिन्हित किया था, जिनमें 1000 परिवारों को आवास मिल पाए है, दुर्भाग्य से बाद में प्रदेश की कमान कांग्रेस के हाथों में चली गई थी। एक वर्ष के दौरान शेष सभी आवासहीन परिवारों को पट्टे उपलब्ध करवाने का काम शुरू किया है। इसके साथ ही शासकीय भूमि पर पट्टे देने के लिए भी सरकार ने अभियान आरंभ करने के निर्देश दिए है। माननीय मुख्यमंत्रीजी ने पिछले दिनों रतलाम प्रवास के दौरान रतलाम में 1800 हेक्टेयर भूमि पर विशेष औद्योगिक निवेश क्षेत्र बनाने की घोषणा की थी। इससे रतलाम में 18 हजार करोड़ का निवेश अनुमानित है और इसके बाद 24 हजार बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध होगा।

संबल योजना में 23 हजार को कर दिया पात्र कमलनाथ सरकार ने

विधायक श्री काश्यप ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि रतलाम में भाजपा के पूर्व शासन काल में संबल कार्ड के लिए 39 हजार लोगों को पात्र पाया था, जिनको संबल कार्ड उपलब्ध करवाने की प्रक्रिया चलन में थी, लेकिन बाद में कमलनाथ सरकार ने 23 हजार हितग्राहियों को बिना वजह अपात्र कर दिया था। सरकार ने फिर से उन अपात्र किए गए 23 हजार हितग्राहियों को नगर निगम के माध्यम से पात्र करवाने के लिए अपील प्रक्रिया शुरू कर दी है। आयुष्मान योजना के अंतर्गत हमने अनेक रोगों के रोगियों को भी पात्र बनाने का काम किया है, जिसमें थैलेसीमियां जैसा असाध्य रोग भी शामिल है।

शिवराज सरकार ने किसानों के हित में अनेक कार्य किए :जिलाध्यक्ष लुनेरा

भाजपा जिलाध्यक्ष राजेन्द्रसिंह लुनेरा ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि किसानों को लेकर झुठे वादे करने वाली कमलनाथ सरकार अपने कर्मों से धराशाही हुई थी। कमलनाथ ने चुनाव के दौरान वादा किया था कि कांग्रेस सरकार बनते ही 2 लाख तक के किसानों के कर्जे माफ कर दिए जाएंगे। साथ ही बेरोजगारों को 4 हजार रूपए तक का बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा, लेकिन प्रदेश के एक भी किसान का 2 लाख का कर्जा अपने 15 माह के कार्यकाल में कमलनाथ सरकार माफ नहीं कर पाई और न ही बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता प्राप्त हो पाया। कमलनाथ सरकार ने आते ही वंदे मातरम् गान को बंद करने का फैसला किया तथा आरएसएस के भोपाल स्थित कार्यालय पर तैनात सुरक्षा व्यवस्था को हटा लिया। इतना ही नहीं सीएए के विरोध में कमलनाथ केबिनेट ने संकल्प पारित किया। सीएए विरोधी रैली भी आयोजित की, जिसका नेतृत्व स्वयं कमलनाथ ने किया। प्रदेशभर में माफिया विरोधियों की आड़ में भाजपा कार्यकर्ताओं को चुन-चुन कर निशाना बनाया गया। उनके आवास तथा प्रतिष्ठान ध्वस्त किए गए। सीएए का समर्थन करने पर उज्जैन के दलित युवा मोर्चा महामंत्री श्री योगेश सागंते को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत जेल भेज दिया गया। सीएए कानून का समर्थन करने वाले तमाम कार्यकर्ताओं पर प्रदेश भर में आपराधिक मुकदमें दर्ज किए गए। कमलनाथ सरकार के दौरान प्रदेश में कोरोना संक्रमण की शुरूआत इंदौर से हुई। क्योंकि वहां जमाती बेरोकटोक आते रहे एवं संक्रमण फैलाते रहे। कमलनाथ सरकार ने आते ही मंदिरों की जमीन बेचने की तैयारी कर ली, वहीं दूसरी ओर इमामों का वेतन 2200 रूपए से बढ़ाकर 5 हजार रूपए करने का फैसला लिया। आंगनवाडि़यों में अंडा परोसने का फरमान जारी किया। जिससे शाकाहारी परिवारों की भावनाएं आहत हुई। कमलनाथ के गृह जिले छिंदवाड़ा में रातों रात शिवाजी की प्रतिमा को जेसीबी से ढहाया गया। भाजपा के प्रबल विरोध के चलते इसे पुनः स्थापित करने के लिए कमलनाथ सरकार मजबूर हुई।

हिन्दू तथा राष्ट्र विरोधी मानसिकता कमलनाथ सरकार की

भाजपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि कमलनाथ सरकार की हिन्दू तथा राष्ट्र विरोधी मानसिकता के चलते जाना प्रदेश के हित में था। उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार ने प्रदेश की सत्ता संभालते ही किसानों के हित में ढेर सारे काम किए। परिणाम स्वरूप गेहूं उपार्जन में प्रदेश सम्पूर्ण देश में प्रथम स्थान पर है।

ग्रामीण क्षेत्रों में एक वर्ष में करोड़ों रूपए की स्वीकृति मिली :  विधायक मकवाना

रतलाम ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना ने 1 वर्ष के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में हुए विकास कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि जल जीवन मिशन के तहत 57 गांवों में 9 हजार नल कनेक्शन देने हेतु 35 करोड़ का प्रावधान किया गया है।  बजट में मोरवनी के समीप ओव्हरब्रिज निर्माण हेतु 28 करोड़ स्वीकृत किए गए है। 41 किलोमीटर लम्बे 5 सड़क मार्गों के लिए 38 करोड़ 59 लाख 25 हजार रूपए की स्वीकृति मिली है। इसी प्रकार तालाब निर्माण कार्यों के लिए 14 करोड़ 70 लाख 89 हजार स्वीकृत किए गए है, जिससे 615 हेक्टेयर क्षेत्र सिंचित होगा।

यह थे मौजूद

पत्रकारवार्ता में जिले के महामंत्री द्वय मनोहर पोरवाल, प्रदीप उपाध्याय, जिला मीडिया प्रभारी अरूण राव, जिला कार्यालय मंत्री मनोज शर्मा,  गोविंद काकानी मौजूद थे।

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