कोरोना इफेक्ट : मंगल को अमंगल की आहट, संक्रमितों का आंकड़ा 50 पार!, कागजों पर था जिला बदर कोरोना

🔲 अनिल पांचाल

रतलाम, 23 मार्च। कोविड कही गया नही था और हमारे आसपास ही था, मगर इसे कागजों पर जिला बदर बता दिया गया। इसे भगा कर कोविड में सेवा देने वाले तमाम कोरोना वीरों को घर बैठा दिया, निजी अस्पतालों को दी गई कोविड उपचार की अनुमति रद्द कर दी गई।

कोविड केयर सेंटर बंद कर दिए और अब ज्यादा से ज्यादा संक्रमितों को घर पर उपचार की सलाह दी जा रही है। कोविड के बढ़ते प्रकोप के आगे जिम्मेदार जहां एक ओर सड़कों पर उतर रहे है, वही कोरोना लोगों को घरों में दबोच रहा है।

जिले को प्रदेश की सूची में टाँप थ्री में जल्द ही शामिल करेगी लापरवाही

पिछले दिनों कोविड संक्रमण का आंकड़ा पचास पार करने की जिद पर अड़ा था और मंगलवार को इसने अमंगल करते हुए इस आंकड़े को पार कर जिले में इतिहास रच दिया है। आज के आंकड़े को देखते हुए सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिम्मेदारों की अनदेखी और जनता की लापरवाही रतलाम जिले को प्रदेश की सूची में टाँप थ्री में जल्द ही शामिल कर देगी।मंगलवार को लगभग 350 सैपलों की जांच में पचास से ज्यादा संक्रमित निकले है। आने वाले दिनों में अगर हर दिन पूरे छह सौ सैंपलों की जांच होगी, तो यह आंकड़ा सौ के पार भी पहुचने की पूरी संभावना है।

इन क्षेत्रों के हुए हैं संक्रमण के शिकार

मंगलवार को आई कोरोना रिपोर्ट में एक निगमकर्मी शामिल है, वही एक संक्रमित आँफिसर्स कालोनी से निकला है, वही एक पत्रकार की रिपोर्ट भी पाजीटिव आई है। आज की जांच रिपोर्ट में सुभाष नगर, जिला जेल, अलकापुरी, भगतपूरी, करमदी रोड़ रत्नपुरी, नजरबाग, टाटा नगर, रिटायर्ड कालोनी, पैलेस रोड़, जवाहर नगर, गौशाला रोड़, मुंडलाराम जावरा, बिहारीलाल मार्ग, कस्तुरबा नगर, विनोबा नगर, सुभाष मार्ग, टीआईटी रोड, शास्त्री नगर, टाटा नगर, मुखर्जी नगर, श्रीमाली वास, नजरबाग बैंक कालोनी, धामनोद, प्रतापनगर, मित्र निवास रोड, पीएनटी कालोनी, सुंदरवन, काटजू नगर, एमबी नगर, डीडी नगर, वेद व्यास कालोनी, शिक्षक कालोनी आदि रहवासी कोरोना संक्रमण का शिकार होना बताए गए है।

कोरोना रोकथाम की जिम्मेदारों से सीख रहे लापरवाही

मंगलवार को जो आंकडा बाहर आया है वो अब तक के कोरोना काल का सर्वाधिक आंकड़े वाला स्कोर बताया जा रहा है। लोग उनको देख कर लापरवाही बरत रहे है जिन पर कोरोना रोकथाम की जिम्मेदारी है। आज कोई नेता या अभिनेता आ जाएगा तो भाई साहब के स्वागत जैसी भीड़ हो जाएगी। इधर मार्च के पहले साल भर के बजट को साफ करने के लिए तगारी फावड़ा लेकर विभागों भीड़ भरे प्रशिक्षण, कार्यशालाएं आदि के कार्यक्रम भी तेजी से चल रहे है। ऐसे में जनता विचार करती है कि जब इन्हे कोरोना नही हो रहा है तो हमे क्या होगा?

चिंतनीय है यह आंकड़ा

बहरहाल आज का चौकाने वाला कोविड का आंकड़ा हर किसी के लिए चिंतनीय है। हर कोई सावधानी बरते और सावधानी की सीख देने वाले जिम्मेदार भी विभागों में फरमान जारी कर दे कि बजट के चक्कर में भीड़ मत करो। इस साल कुछ बजट लेप्स भी हो जाए तो होने दो। जिन्दा रहोगे तो अगले साल वाले बजट को साफ करने के लिए जेसीबी लगवा लेना।

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