कोविड-19 में तैनात शिक्षकों को कोरोना योद्धा सम्मान एवं दिवंगत के परिजनों को दिए जाएं 50 लाख
आजाद अध्यापक शिक्षक संघ ने राज्यपाल व मुख्यमंत्री से मांग
हरमुद्दा
रतलाम, 22 अप्रैल। प्रदेश के अध्यापक साथी लगातार मार्च 2020 से ही कोरोनो से लड़ाई में शासन और प्रशासन की मदद कर रहे है। विद्यालयों के बंद होने पर मोहल्ला कक्षाओं के साथ साथ अपने विद्यार्थियों को ऑनलाइन डीजीलेप, वीडियो शिक्षण से भी अध्यापन व अभ्यास जांच, परीक्षा, प्रतिभा पर्व, वार्षिक परीक्षाएं सम्पन्न करवाई है। असमय अध्यापक साथियों को खोया भी है। अतः कोविड-19 में तैनात शिक्षकों को कोरोना योद्धा का सम्मान दिया जाए।
इस आशय की मांग आजाद अध्यापक शिक्षक संघ ने राज्यपाल व मुख्यमंत्री से की है। आजाद अध्यापक शिक्षक संघ अपनी पूरी कोरोना सहायता टास्क फोर्स टीम के साथ पूरे उज्जैन संभाग में कोरोनो से लड़ने के लिए शासन प्रशासन के साथ है।
घरों में रहने एवं मास्क लगाने के लिए कर रहे जागरूक
संघ के संभागीय अध्यक्ष प्रकाश शुक्ला ने हरमुद्दा को बताया कि इसके अलावा भी राष्ट्रहित में जनसेवा हेतु कोरोना वीर के रूप के समय समय पर कोरोना कर्फ्यू या लाकडाऊन में धूप-वर्षा में, चौराहों पर खड़े होकर जनता को घरों में रहने के लिए एवं मास्क लगाने के लिए जागरूक भी कर रहे।
अभी भी जिला प्रशासन के साथ दे रहे हैं सेवाएं
आजाद अध्यापक संघ की ओर से ललिता कदम ने 500 माक्स खुद तैयार कर वितरण भी किए है, अभी भी सभी अध्यापक साथी प्रशासन की मदद करते हुए रतलाम जिले के आने वाले रास्तों पर अपनी सेवाएं दे रहे है। इस कोरोना काल में कुछ अध्यापक साथियों को असमय खोया भी है।
उनके परिवार को दिया जाए 50 लाख रुपए
आजाद अध्यापक संघ के संभागीय अध्यक्ष शुक्ला, महासचिव परसराम कापड़िया उपाध्यक्ष ललिता कदम, सोशल मीडिया प्रभारी प्रहलाद गेहलोत, जिलाध्यक्ष सुनील गौड़ ने राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री से मांग की है कि अध्यापकों को उनके कार्य के लिए कोरोना योद्धा घोषित किया जाए और जो अध्यापक कोरोना के कारण दुनिया से चले गए है, उनके परिवार को विशेष आर्थिक सहायता राशि 50 लाख प्रदान की जाए।