कोरोना दस्तक : पिपलौदा तहसील के ग्राम रियावन, रणायरा तथा रानीगांव को हाॅटस्पाट घोषित
🔲 अब कोविड की लहर का शहरों से ग्रामों की ओर रुख
हरमुद्दा
पिपलौदा, 1 मई। तहसील के ग्रामीण क्षेत्रों मे भी अब कोविड 19 की दस्तक हो चुकी है। तहसील के ग्राम रियावन, रणायरा तथा रानीगांव को हाॅटस्पाट घोषित करते हुए सील कर दिया है। प्रारंभिक एतिहात बरतते हुए कुछ ग्राम स्वेच्छा से भी बंद किए जा रहे हैं।
शनिवार को ग्राम बड़ायलामाताजी पूर्णतः बंद रहा तथा ग्रामीणों ने ग्राम से बाहर जाकर अपना भोजन तथा दिनभर व्यतीत किया। इस स्थिति को देखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाले विवाह समारोह की जानकारी भी ग्राम पंचायत के सचिव से प्रशासन ने मांगी है।
अब कोविड की लहर शहरों से ग्रामों की ओर रूख कर चुकी है। इसमें तहसील के कुछ ग्राम हाॅटस्पाट बन कर उभरे हैं। यहां लगातार कोविड प्रभावितों की संख्या में ईजाफा हो रहा है। मात्र 2 दिन में ही ग्राम रियावन में 29 कोविड पाॅजिटिव मरीज आने के बाद प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है।
सील कर आवाजाही पर लगाया प्रतिबंध
नायब तहसीलदार चंदन तिवारी ने दौरा कर ग्राम की वास्तविक स्थिति को जांचा तथा अनुविभागीय अधिकारी के निर्देश पर ग्राम रियावन, रणायरा तथा रानीगांव को सील कर आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया है। ग्रामों में स्वास्थ्य विभाग की टीम को विशेष सर्वे के लिए लगाया गया है तथा नाकाबंदी में लगे कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है कि विशेष परिस्थिति में आनेजाने वाले लागों को बेवजह परेशान नहीं किया जाए।
सघन जांच अभियान चलाए जाने का आग्रह
जनपद पंचायत के पूर्व अध्यक्ष संतोष सुरेश धाकड़, उपाध्यक्ष श्यामसिंह देवड़ा ने अनुविभागीय अधिकारी राहुल धोटे से चर्चा कर ग्रामों में सघन जांच अभियान चलाए जाने का आग्रह किया है। ग्राम पंचायत बड़ायलामाताजी ने स्वतः निर्णय लिया कि शनिवार को ग्राम पूर्णतः खाली किया जाएगा। सभी ग्रामवासी अपने परिवार के सदस्यों सहित ग्राम से बाहर जाकर वहीं भोजन करेंगे। ग्राम के बाहर बोरखेड़ा रोड़ पर खेड़ापति हनुमान मंदिर में हवन तथा पूजा अर्चना की गई। इस अवधि में ग्राम की सीमाओं को नागरिकों ने सील कर दिया तथा अपने परिचितों को संदेश भेज कर आने तथा जाने के लिए मना कर दिया।
अनुमति के बगैर बड़े पैमाने पर शादी समारोह, सचिवों को सौपी जिम्मेदारी
इस दौरान ग्राम पंचायतों से प्रशासन ने मई माह में होने वाले सभी विवाह समारोह की जानकारी मांगी है। इसमें सचिवों को कहा गया है कि दुल्हा दुल्हन तथा उनके माता पिता के साथ ही विवाह की तिथि तथा परिजनों के मोबाईल नंबर व अनुविभागीय अधिकारी से अनुमति की स्थिति की जानकारी दें। ग्रामीण क्षेत्रों में प्रशासन की अनुमति के बगैर बड़े पैमाने पर शादी समारोह आयोजन किया जा रहा है। इसे रोकने के लिए प्रशासन ने ग्राम पंचायत के सचिवों को जिम्मेदारी दी है।