सेहत सरोकार : लू से सावधानी बरतें आमजन, दिक्कत होने पर करें चिकित्सक से संपर्क
हरमुद्दा
रतलाम, 25 मई। गर्मी के मौसम में वातावरण में अधिक तापमान के बदलाव से लू लगने की संभावना अधिक बढ जाती है। आमजन को लू से बचना चाहिए। पानी , छाछ व अन्य तरल पदार्थों को पर्याप्त मात्रा में लें। यदि आराम ना लगे तो तुरंत निकट के शासकीय चिकित्सालय में उपचार कराएं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर प्रभाकर ननावरे ने आग्रह किया है कि आमजन धूप व गर्मी से बचें। घर के अंदर हवादार, ठंडे स्थान पर रहें । यदि बाहर कार्य करना अति आवश्यक हो तो, बाहरी गतिविधियां दिन के अधिकतम तापमान वाले घंटों में न करें । सफेद व हल्के रंग के वस्त्रों का प्रयोग करें। सिर को कपडे या टोपी से ढके। जूते चप्पल तथा नजर के काले चश्में गागल का उपयोग करें।
बाहर जाने से पहले पर्याप्त पानी व भोजन जरूरी
धूप में जाने से पहले भोजन व पर्याप्त पानी लेवें । अधिक से अधिक पेय पदार्थों जैसे नींबू पानी, लस्सी, छाछ, जलजीरा, आम पना, दही, नारियल पानी आदि का सेवन करें । ताजा एवं स्वच्छ भोजन का सेवन करें । शिशुओं तथा बच्चों 65 वर्ष से अधिक आयु के महिला पुरुषों, घर के बाहर काम करने वाले, मानसिक रोगियों तथा उच्च रक्तचाप वाले मरीजों का विशेष ध्यान रखें । बंद गाडी के अंदर का तापमान बाहर से अधिक होता है। अत: कभी भी किसी को बंद, पार्किंग में खड़ी गाडी में अकेला ना छोड़े।
यह है लू के लक्षण
बेहोशी आना, तेज बुखार, सांस लेने में तकलीफ, उल्टी आना, चक्कर आना, दस्त, सिरदर्द, शरीर टूटना, बार-बार मुंह सूखना और हाथ-पैरों में कमजोरी आना या निढाल होना लू लगने के लक्षण हैं। लू लगने पर काफी पसीना आ सकता है या एकदम पसीना आना बंद भी हो सकता है।यदि किसी व्यक्ति को लू लगने का संदेह होता है तो उसे तत्काल ठण्डे स्थान पर रखें । पानी, छाछ व अन्य तरल पदार्थों को पर्याप्त मात्रा में लें । यदि आराम ना लगे तो तुरंत निकट के शासकीय चिकित्सालय में उपचार कराएं ।