सेहत सरोकार : प्रदेश में कोरोना के 535 नए मरीज, 7 जिलों में 10 से अधिक प्रकरण, रतलाम भी शामिल
रतलाम सहित 5 जिलों में ही 1% से अधिक पॉजिटिविटी दर
अनलॉक प्रक्रिया पर रखें पूरी नजर
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोविड की स्थिति और व्यवस्थाओं की समीक्षा की
हरमुद्दा
भोपाल, 8 जून। प्रदेश में कोरोना के 535 नए प्रकरण आए हैं, 1376 व्यक्ति स्वस्थ हुए हैं और एक्टिव मरीजों की संख्या 7 हजार 983 है। प्रदेश की 7 दिनों की औसत पॉजिटिविटी दर 0.9% और आज की पॉजिटिविटी दर 0.7% है। प्रदेश में 7 जिलों में कोरोना के 10 से अधिक प्रकरण आए हैं। इंदौर में 179, भोपाल में 124, जबलपुर में 46, रतलाम में 13, ग्वालियर में 12, खरगोन में 11 और अनूपपुर में 11 नए प्रकरण आए हैं। प्रदेश के पाँच जिलों इंदौर, भोपाल, जबलपुर, रतलाम और बैतूल जिलों में एक प्रतिशत से अधिक साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर है। शेष 47 जिलों में एक प्रतिशत से कम साप्ताहिक औसत पॉजिटिविटी दर है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंत्रालय में कोरोना की स्थिति और व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे।
अब अस्पतालों में 3 हजार 462 मरीज
प्रदेश के कुल एक्टिव मरीजों में से 4 हजार 521 होम आयसोलेशन और 3 हजार 462 अस्पतालों में हैं। अस्पताल में भर्ती मरीजों में से एक हजार 421 आई.सी.यू. में, 1326 ऑक्सीजन बेड्स पर और 715 सामान्य बिस्तरों पर हैं।
6 जिलों में शून्य और 4 जिलों में एक-एक प्रकरण
प्रदेश के 6 जिलों अलीराजपुर, भिंड, छतरपुर, कटनी, सिंगरौली और टीकमगढ़ में कोरोना का कोई प्रकरण नहीं आया है। चार जिलों अशोकनगर, मुरैना, सीहोर और श्योपुर में एक-एक नए प्रकरण आए हैं। अलीराजपुर कोरोना मुक्त है।
जागरूक करने के साथ ही जरूरी सख्ती
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक जिले में अनलॉक प्रक्रिया पर पूरी नजर रखी जाए। कहीं भी कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन न हो, यह सुनिश्चित किया जाए। इसके लिए लोगों को जागरूक करने के साथ ही सख्ती भी की जाए।
कोरोना संक्रमण पूर्ण रूप से समाप्त हो और दोबारा न बढ़े, इसके लिए आवश्यक है कि हर व्यक्ति कोविड अनुकूल व्यवहार करे और वैक्सीन लगवाए। इस पर विशेष ध्यान दिया जाए। बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी विवेक जौहरी और अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान उपस्थित थे।
वैक्सीनेशन के प्रति जन-जागरूकता जरूरी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि कोरोना वैक्सीनेशन के प्रति लोगों में जागरूकता लाई जाए। इससे संबंधित सभी भ्रान्तियों को दूर किया जाए, 18 प्लस के हर व्यक्ति का वैक्सीनेशन हो और वैक्सीन का एक भी डोज बेकार नहीं जाए।