बदला मौसम का मिजाज : मानसून के 33 दिन बाद पहला मावठा, लिहाफ में आया शहर, वैवाहिक आयोजनकर्ता चिंतित

🔲 मौसम विभाग की चेतावनी दो-तीन दिन रहेगा ऐसा ही मौसम

🔲 गरमा गरम व्यंजनों के साथ ऊनी परिधानों की बिक्री बढ़ी

हरमुद्दा
रतलाम, 19 नवंबर। मानसून सत्र समाप्त होने के 33 दिन बाद ही मावठा आने से मौसम में ठंडक घुल गई है। दिन के तापमान में गिरावट आई है। मावठे की पहली बारिश को 15 मिमी नापा गया है। मौसम का मिजाज बदलने से वातावरण में ठंडक घुल गई है। नतीजतन शहर लिहाफ में आ गया है। किसानों का कहना है मावठे की बारिश रबी फसल के लिए लाभदायक है। वैवाहिक आयोजनकर्ता चिंतित नजर आने लगे हैं।

स्वेटर लिहाफ में आमजन

यूं तो बुधवार शाम से ही मौसम में करवट ले ली थी बादलों की आवाजाही शुरू हुई थी लेकिन गुरुवार सुबह से बादलों का जमावड़ा होने के बाद दोपहर में हल्की बारिश हुई, लेकिन रात 9 बजे बाद झमाझम बारिश से मौसम में ठंडक घुल गई। आमजन ऊनी वस्त्रों में दुबक गए। ठंड से बचाव के लिए शॉल, स्वेटर, टोपी, लिहाफ में आ गए। काश्तकार सतीश राठौड़ का कहना है कि मावठे यह बारिश रबी की फसल के लिए काफी फायदेमंद है। गेहूं चना सहित अन्य फसल को लाभ मिलेगा।

दो-तीन दिन रहेगा बदलाव का असर

मौसम विभाग का कहना है कि मौसम में आए बदलाव का असर दो-तीन दिन रहेगा। बारिश के आसार बने रहेंगे। ऐसे में वैवाहिक आयोजकों के माथे पर चिंता की लकीरें उभर आई है। कई लोगों ने वैवाहिक आयोजन के लिए गार्डन किए हैं। कई लोगों ने खुले में टेंट लगाकर आयोजन करने का निश्चय किया था। कई लोग घर के बाहर ही विवाह उत्सव करने का मन बना चुके थे वह आस-पास खाली मकान ढूंढ रहे हैं। वहीं धर्मशाला तलाश रहे हैं। इतना ही नहीं मौसम में आई तब्दीली के कारण मेहमानों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। खुले में आयोजन करना विवाह उत्सव को को बिगाड़ सकता है।

दिन का पारा 3.8 डिग्री लुढ़का

बुधवार को जहां अधिकतम तापमान 27.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, वहीं गुरुवार को 23.4 डिग्री दर्ज हुआ। दिन का तापमान में जहां 3.8 डिग्री सेल्सियस लुढ़का है। बुधवार को न्यूनतम तापमान 12.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था जो कि गुरुवार को 15.2 डिग्री दर्ज हुआ। रात के तापमान में 2.8 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई है।

गरमा गरम व्यंजनों के साथ ऊनी वस्त्रों की बिक्री बढ़ी

गरमा गरम जलेबी

मौसम के करवट लेते ही शहर लिहाफ में आ गया है। गरम गरम व्यंजनों जलेबी गराडू का लुत्फ उठाया जा रहा है। मौसमी व्यंजनों की पूछ परख बढ़ गई है। मौसम में एकाएक आई तब्दीली के कारण ऊनी परिधानों की खरीदारी में रुझान आ गया है। भव्या कलेक्शन के निखिल भरगट ने बताया कि इन दिनों अधिकांश खरीदार शॉल, स्वेटर जरकिन, हुड में दिलचस्पी दिखा रहे हैं।

मानसून में हुई 1060.9 मिमी बारिश दर्ज

15 अक्टूबर को समाप्त मानसून सत्र के दौरान जिले में औसत 1060.9 मिमी बारिश दर्ज हुई है। जिसमें से सर्वाधिक 1242 मिमी बारिश जावरा में दर्ज हुई। वहीं सबसे कम पिपलोदा में 879 मिमी दर्ज हुई। इसी तरह रतलाम में 1184 मिमी, रावटी में 1160 मिमी, सैलाना में 1153 मिमी, ताल में 1019 मिमी, आलोट में 954 मिमी और बाजना में 896 मिमी दर्ज हुई। मौसम विभाग के महेश शर्मा ने बताया कि मावठे की बारिश दोपहर में 3 मिमी दर्ज की गई। गुरुवार रात को 12 मिमी बारिश दर्ज की गई। इस तरह मावठे की पहली बारिश 15 मिमी दर्ज हुई है।

बदलता रहेगा मौसम का मिजाज

19 और 20 को बारिश की भी संभावना बनी रहेगी। यानी 20 नवंबर तक मौसम का मिजाज बदलता रहेगा। बादलों की आवाजाही की वजह से दिन के तापमान में 3 से 4 डिग्री की कमी आने की संभावना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *