राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर चर्चा : शिक्षकों की जिज्ञासाओं का किया सहज समाधान
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन के लिए शिक्षकों की हुई कार्यशाला
हरमुद्दा
रतलाम, 10 जनवरी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन के संबंध में एस. एम. डी. सी. एवं शिक्षकों का प्रशिक्षण सह उन्मुखीकरण कार्य शाला का आयोजन किया गया। नई शिक्षा नीति के सुचारू क्रियान्वयन के लिए राज्य शासन द्वारा गठित टास्क फोर्स के सदस्य राजीव पंड्या मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थे।
लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल के निर्देश पर शासकीय उत्कृष्ट माध्यमिक विद्यालय में श्री पंड्या ने नई शिक्षा नीति के बारे में उपस्थित शिक्षकों व पालकों को विस्तार से जानकारी दी।
प्रासंगिकता एवं चुनौतियों का किया विस्तृत विश्लेषण
उत्कृष्ट विद्यालय की वरिष्ठ व्याख्याता डॉ. पूर्णिमा शर्मा, गिरीश सारस्वत, सुनील कुमार कदम, डॉ. ललित मेहता, आर. सी. पांचाल, एस. एल. भदौरिया, मनोज मूणत, एस. एल. प्रजापत, अंकिता पॉल, ज्योति चावला ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन पर अपने उदबोधन में इसकी प्रासंगिकता एवं चुनौतियों का विस्तृत विश्लेषण किया। महत्वपूर्ण सुझाव प्रदान कर प्रशिक्षण सह उन्मुखीकरण में अपना सार्थक योगदान प्रदान किया।
मूल स्वरूप को क्रियान्वित करने में होंगे कामयाब
प्राचार्य श्री कुमावत ने अपने उदबोधन में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हुए आशा व्यक्त की कि शिक्षकों व पालकों के समग्र प्रयास से शीघ्र ही हम इसको मूल स्वरूप में क्रियान्वित करने में कामयाब होंगें।
अतिथियों का किया स्वागत
कार्यक्रम का प्रारंभ सरस्वती पूजन व अतिथियों के स्वागत से हुआ। संस्था प्राचार्य सुभाष कुमावत ने मुख्य वक्ता व पी. जी. बी. टी. कॉलेज उज्जैन के प्रोफेसर श्री पंड्या, जिला शिक्षा अधिकारी के. सी. शर्मा, ए. डी. पी. सी. अशोक लोढ़ा का पुष्पहार से स्वागत किया। संचालन डॉ. शर्मा ने किया। आभार प्राचार्य कुमावत ने माना।
हाई स्कूल इसरथुनी में हुई कार्यशाला
शासकीय हाई स्कूल इसरथुनी में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। गिरधारीलाल धाकड़, ग़ज़बलाल धाकड़ एवं गीता कौशल ने मौजूद रहे। अध्यक्षता प्राचार्या अनिता दासानी ने की। कार्यशाला में अनिल मिश्र, हेमवंती गौर, लालिमा श्रोत्रिय, शालिनी सोलंकी, मानसिंह हारी ने शिक्षा नीति के संबंध में अपने अपने विचार व्यक्त किए। संचालन शालिनी सोलंकी ने किया। आभार नरेन्द्रसिंह निनामा ने माना।