पत्नी की जिद, पति न घर का न घाट का : पत्नी के प्यार में पति ने कराया जेंडर परिवर्तन, पत्नी मांग रही अब तलाक
पति को महिलाओं के कपड़े पहना कर घूमती रही अपने साथ
जब हो गया जेंडर परिवर्तन तो पत्नी कहने लगी मेरे किस काम के अब
कालेज के जमाने का है प्यार
हरमुद्दा
भोपाल, 4 मार्च। वे दोनों एक दूसरे को कालेज के जमाने से पसंद कर रहे थे दोनों में प्यार हुआ घर से भाग कर शादी की। दिल्ली जाकर दोनों अच्छी जॉब करने लगे। पत्नी की जिद में आकर पति न केवल महिलाओं के कपड़े पहनने लगा अपितु करीब 1 साल तक दवाई लेने के बाद में जेंडर तक बदलवा लिया। अब पत्नी कह रही है। मुझे तलाक चाहिए। वह मेरे किसी काम का नहीं। ना तो वह मुझे संतान सुख दे सकता है नहीं और कुछ। जिस पत्नी के कहने पर पति ने उसकी सभी इच्छाएं पूरी की वही पत्नी अब उससे तलाक लेने पर आमादा हो गई। जबकि पति साथ रहना चाहता है। युवक के परिजन इस मुद्दे के समाधान के लिए काउंसलर के पास गए।
यह मामला भोपाल में काउंसलर सरिता राजानी के पास आया। पत्नी अब तलाक ही चाहती है और कुछ नहीं। हंसता खेलता दांपत्य जीवन जरा सी जिद के कारण इस मोड़ पर पहुंच गया। पति अपना घर का रहा ना घाट का।
होना चाहिए इसके लिए कानून
जानकारों का कहना है कि मुद्दे की बात यह है कि ऐसे मामलों में केंद्र सरकार को कानून बनाना चाहिए। जेंडर परिवर्तन के लिए काउंसलर की मंजूरी के साथ ही परिजनों की इजाजत हो। ऐसे ही मन मर्जी में चले जाएं, ट्रीटमेंट के बाद जेंडर परिवर्तन करवा ले। इससे डॉक्टर की मोटी कमाई के लालच में ऐसा कृत्य नहीं कर पाएंगे। और आने वाले समय में कोई भी ऐसा कदम नहीं उठाएंगे। जिससे कि जीवन बर्बाद हो जाए।