धर्म संस्कृति : पुण्य स्मृति महोत्सव भंडारे में हजारों हाथों ने ली महाप्रसादी
⚫ अखंड ज्ञान आश्रम में श्रीमद् भागवत ज्ञान एवं विष्णु यज्ञ की पूर्णाहुति
हरमुद्दा
रतलाम, 26 मई। अखंड ज्ञान आश्रम में ब्रह्मलीन पूज्य स्वामी श्री ज्ञानानन्द जी महाराज के 31वे पुण्य स्मृति महोत्सव की पूर्णाहुति देशभर से आये संतों के प्रवचन, यज्ञ एवं भंडारे के साथ हुई। इस बार देशभर के साथ विदेशों से भीआये भक्तों ने महाप्रसादी ग्रहण की।
ज्ञान के बिना परमानंद असंभव
महामंडलेश्वर स्वामी श्री चिदम्बरानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा की जीवन में वेदान्त ज्ञान के बिना परमानंद संभव नहीं है। ज्ञानानन्द जी महा. ने अपने नाम को सार्थकता प्रदान करते हुए समाज को ज्ञान के आनंद से परितृप्त किया था। उनके द्वारा दिए गये ज्ञान को आचरण में आत्मसात करना ही उनका सबसे श्रेष्ठ पावन स्मरण होगा।
संतों के हुए प्रवचन
आठ दिवसीय पुण्य स्मृति महोत्सव की पूर्णाहुति पर महामंडलेश्वर स्वामी श्री स्वरूपानन्द जी महाराज की अध्यक्षता आयोजित महोत्सव में देशभर से पधारे संत समाज की उपस्थिति में हजारों की भक्तों ने महाप्रसादी ग्रहण की। श्री ज्ञानानन्द जी महाराज गुरु मन्दिर में पूजन अर्चन और महाआरती के साथ समापन कार्यक्रम का श्रीगणेश हुआ। महामंडलेश्वर स्वामी श्री चेतनस्वरूप जी महाराज इंदौर, महामंडलेश्वर स्वामी प्रभुतानन्द जी चित्रकूट, स्वामी श्री अवधेशानन्द जी महा. ओंकारेश्वर, स्वामी विशुद्धानन्द जी महा. बदनावर, स्वामी श्री वासुदेवानंद जी महा. उज्जैन, स्वामी श्री निगमानन्द जी महा.धार, स्वामी श्री मणिमहेशचेतन जी महा.मंदसौर सहित अन्य स्थानों से पधारे संतों ने प्रवचन में ब्रह्मलीन पूज्य स्वामी श्री ज्ञानानन्द जी महाराज का पावन स्मरण किया।
विदेशों से आए भक्त
आश्रम सहसंचालक स्वामी श्री देवस्वरूपानन्द जी महाराज ने बताया दो वर्षो में कोरोना की वजह से महोत्सव आयोजित नहीं होने से इस बार देश विदेश से भक्त यंहा पहुंचे। श्रीमद भागवत कथा श्रवण एवं यज्ञ में शामिल होने के लिए अशोक अग्रवाल सिंगापुर जबकि हरीश अग्रवाल दुबई से परिवार के साथ आये। वही लखनऊ, छतरपुर, कानपूर, दतिया, भिंड, मुरैना, प्रतापगढ़, ग्वालियर, खंडवा, उज्जैन, इंदौर, मंदसौर सहित अन्य स्थानों से आये भक्तों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
स्वामीजी को दी विदाई
बड़ी संख्या में पहुंचे भक्तों के साथ आश्रम ट्रस्ट परिवारने सभी महात्माओं का दर्शन वंदन कर महाप्रसादी ली। यज्ञ में विश्व कल्याण और मानव मन की शांति के पुनीत उदेश्य को लेकर आहुतियां दी गई। श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ की पूर्णाहुति पर स्वामीजी का आश्रम ट्रस्ट परिवार की ओर से स्वागत कर विदाई दी गई।
विधायक द्वारा स्वागत
श्री मद भागवत कथा समापन अवसर पर स्वामी जी ने आशीर्वचन में कहा कि अखंड ज्ञान आश्रम से अखंड ज्ञान की गंगा हमेशा हमेशा बहती रहेगी। यह हमारा सौभाग्य है कि हमें इस ज्ञान गंगा में डुबकी लगाकर अपना तन मन पवित्र का करने का अवसर मिलता है। पूर्णाहुति सत्र में शहर विधायक चेतन काश्यप ने पोथीजी का पूजन एवं स्वामीजी को शाल श्रीफल भेंटकर आशीर्वाद लिया एवं कथा की पूर्णाहुति पर महाआरती में शामिल हुए।उन्होंने महामंडलेश्वर स्वामी श्री स्वरूपानन्द जी महाराज के दर्शन कर आशीर्वाद लिया।
मुख्य यजमान श्रीमती मैनाबाई बंशीलाल अग्रवाल का अखंड ज्ञान आश्रम ट्रस्ट की ओर से स्वागत सम्मान किया गया। परिवार की तरफ से श्रीमती इंदिरा अग्रवाल ने आभार माना। सनातन धर्म महिला मंडल सहित विभिन्न संस्थाओं और नागरिकों ने स्वामीजी का स्वागत किया। संचालन कैलाश व्यास ने किया।