दीक्षा की अगली सुबह नूतन बाल मुनिराज और साध्वीजी अपने सांसारिक घर पहुंचे पहली बार भिक्षा के लिए, 1 साल बाद स्वाद चखा रसगुल्ले का
⚫ तनिष्का की 1 जून को सैलाना में होगी दीक्षा
⚫ आचार्य श्री आज सागोद तीर्थ में
हरमुद्दा
रतलाम, 27 मई। नूतन दीक्षित बालमुनि और साध्वीजी जिन गली मोहल्लों में कल तक खेलते कूदते थे, वही जब वे आज संयम जीवन अंगीकार करने के बाद पहली बार साधु वेश में पहुंचे तो बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी ने दर्शन वंदन कर आशीर्वाद लेने वालों का ताँता लग गया। नूतन बालमुनि श्री आदित्यचन्द्रसागर जी म.सा.और साध्वी श्री पंक्तिवर्षाश्रीजी म.सा. दीक्षा ग्रहण करने के बाद आज पहली बार अपने सांसारिक घर पर भिक्षा (गोचरी) के लिए पहुंचे । परिजनों ने भक्तिभाव से उन्हें विविध पकवानों वोहराए। जिन माता-पिता और दादी ने अपने लाडले लाडली को गोद में बैठाकर हाथों से खिलाया था, आज उन्ही को साधु वेश में अपने घर आँगन की देहरी पर भिक्षा प्रदान प्रदान करते समय बड़ा ही मार्मिक प्रसंग रहा।
बंधु बेलड़ी प.पू.आचार्य देव श्री जिनचंद्रसागरसूरिजी म.सा.आदि सुविशाल श्रमण-श्रमणी वृन्द निश्रा में गुरुवार को शहर में दो दीक्षाएं हुई थी । नूतन बालमुनिराज पू.श्री आदित्यचन्द्रसागर जी म.सा. एवं साध्वीवर्या पू.श्री पंक्तिवर्षाश्रीजी म.सा. अपनी दीक्षा के उपवास प्रसंग के बाद आज सुबह पारणे के लिए अपने अपने सांसारिक निवास पर साधु साध्वीजी भगवंत की निश्रा में पहुंचे ।
एक साल बाद खाया रसगुल्ला
गणिवर्य श्री आनंदचन्द्रसागरजी म.सा. एवं पू.सा.श्री पदमवर्षाश्रीजी म.सा. आदि की निश्रा में नूतन बालमुनिराज अपने मोहन टाकिज क्षेत्र स्थित आवास पर पहुंचे तो संसारी माता पिता पायल विशाल कोठारी सहित दादी पुष्पाबेन कोठारी सहित परिजनों ने अक्षत से वधामना किया । छोटी बहन निर्वाणी ने बाल मुनिराज से सुख साता पूछी । सभी परिजनों ने उनके हाथों से वासक्षेप करवाकर आशीर्वाद लिया। अपनी शीघ्र दीक्षा के शुभभाव से बालमुनि ने कोई एक साल पहले अतिप्रिय मिठाई रसगुल्ला छोड़ा था, वही आज उन्हें परिजनों ने भिक्षा में प्रदान किया ।
माता पिता के भी संयम के भाव
बाल मुनिराज ने कहा कि मेरी दीक्षा के निमित्त आप भी आज कोई शुभ संकल्प लेवे । जिसके बाद सभी ने अपने गुरुदेव की निश्रा में वर्ष में दो दिन रहकर सेवा करने का संकल्प लिया । माता पायल कोठारी ने जल्द ही उनके साथ पति और बेटी को भी संयम जीवन में प्रवेश मिले यह भाव रखे । दादी ने परमात्मा को स्वर्ण आभूषण भेंट कर भक्ति की । कोठारी परिवार की ओर से दीक्षा के निमित्त जीवदया के लिए जीव मैत्री परिवार संस्था को एक लाख पचास हजार से अधिक की राशी का चेक भेंट किया । यंहा पू.मुनिराज श्री चारित्ररत्नसागर जी म.सा. ने भी व्याख्यान दिए ।
पूरी कालोनी में रहा उत्साह
वही गणिवर्य श्री पदमचन्द्रसागरजी म.सा., पू.सा.श्री मेघवर्षाश्रीजी म.सा., एवं पू.सा.श्री चन्द्रवर्षाश्रीजी म.सा. आदि की निश्रा में नूतन साध्वी श्री पंक्तिवर्षाश्रीजी म.सा. टाटा नगर स्थित निवास पर भिक्षा (गोचरी) के लिए पहुंची । यंहा माता पिता संतोष शोभा चाणोदिया सहित परिजनों ने गोचरी प्रदान की । घर आँगन ने पहली बार साध्वीजी के रूप में लाडली के पदार्पण को लेकर परिजनों के साथ कालोनीवासियों ने भी विशेष रूप से तैयारियां की थी । साध्वीजी के वेश में उनकी एक झलक पाने के लिए कालोनीवासी उनका अल सुबह से ही इंतजार कर रहे थे, जैसे ही वे पहुंची तो सभी घरो से बाहर दौड़ पड़े । दीक्षा के निमित साध्वीजी के सांसारिक चचेरे भाई मयूर चाणोदिया ने रबड़ी, सोहन पपड़ी आदि का त्याग किया। गणिवर्य श्री ने व्याख्यान दिए ।
तनिष्का की दीक्षा सैलाना में
बंधु बेलड़ी प.पू.आचार्य देव श्री जिनचंद्रसागरसूरिजी म.सा.आदि सुविशाल श्रमण-श्रमणी वृन्द निश्रा मुमुक्षु तनिष्का चाणोदिया की दीक्षा 1 जून बुधवार 2022 को सैलाना में होगी । आचार्य श्री की सैलाना में 30 मई से 1 जून तक स्थिरता रहेगी । मुमुक्षु के पिता की विनती पर आचार्यश्री ने नया दीक्षा मुहूर्त प्रदान किया ।
सागोद तीर्थ में व्याख्यान शनिवार को
बंधु बेलड़ी आचार्य श्री 28 मई की सुबह करमचंद उपाश्रय से विहार कर सुबह 8 बजे श्री वीसा पोरवाल जैन श्वेताम्बर तीर्थ सगोदिया में पधारेंगे । यंहा व्याखान रखे गये है। जबकि शुक्रवार सुबह आचार्य श्री का चांदनी चौक में एस.जी.गोल्ड परिवार के निवास से सामैया के साथ करमचंद उपाश्रय पर पधारे, जंहा व्याख्यान हुए ।