सर्वे क्रमांक 87 पर अब कब्जे की कार्रवाई : मिशन हॉस्पिटल कंपाउंड में नजूल भूमि पर बने मकानों पर प्रशासन ने चलाया था जेसीबी का पंजा, 4 माह बाद कब्जे की कार्रवाई शुरू
⚫ तब किया था समाज जनों ने चक्का जाम और धरना
⚫ कार्रवाई हो गई थी स्थगित
⚫ समाज को नहीं मिला स्टे
हरमुद्दा
रतलाम, 16 फरवरी। सैलाना बस स्टैंड महाराणा प्रताप चौक के पास ईसाई समाज के चर्च नाम पर जमीन हैं, उस जमीन पर बने मकानों पर 14 अक्टूबर को जिला प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए तोड़ना शुरू किया था। कार्रवाई के 4 महीने पश्चात गुरुवार सुबह प्रशासन ने कब्जा लेने की कार्रवाई शुरू कर दी। प्रशासन ने यह कार्रवाई सर्वे क्रमांक 87 की जमीन पर की है। जिला प्रशासन की अचानक हुई कार्रवाई से समाज जनों की नींद उड़ गई। उल्लेखनीय है कि इस मामले में समाज को स्टे नहीं मिल पाया और प्रशासन ने गुरुवार सुबह कार्रवाई शुरू कर दी।
गुरुवार सूर्योदय के पूर्व ही जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, नगर निगम अमला मिशन कंपाउंड पहुंचा और कब्जा लेने की कार्रवाई शुरू कर दी। प्रशासन द्वारा मिशन कंपाउंड जैसे ही जेसीबी से कार्रवाई शुरू की वैसे ही आसपास के लोग जागे। सभी में हड़कंप मच गया। प्रशासन और पुलिस की गाड़ियां धना धन अंदर आई और कार्रवाई शुरू कर दी।
विरोध के चलते कार्रवाई हुई थी स्थगित
ज्ञातव्य है कि 14 अक्टूबर को जिला प्रशासन ने नजूल की भूमि पर कब्जा लेने के लिए कार्रवाई शुरू की थी इसके चलते ईसाई समाज आक्रोशित हो गया था और सैलाना बस स्टैंड पर चक्का जाम करते हुए धरना दे दिया था। इस कारण काफी दिक्कत का भी सामना करना पड़ा। आवागमन प्रभावित हुआ। कलेक्टर द्वारा कार्रवाई स्थगित करने के आश्वासन के बाद चक्का जाम समाप्त हुआ था।
पुलिस ने किया था प्रकरण दर्ज
चक्का जाम कर प्रशासन की कार्रवाई का विरोध करने के चलते कंपाउंड के प्रापर्टी सेकेट्ररी हेमेंद्र वॉल्टर, सैमसंग दास, गुडवील जोसफ, योहन चौहान, ममता पीटर, सनी पीटर, निशा आदना, विजय ओले, महेंद्र बर्लो, सनी ओले सहित अन्य अज्ञात के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था।