सामाजिक सरोकार : रामायण, गीता के सूत्रों से शिक्षा और जीवन दर्शन का सिखाया सबक
⚫ क्रेडाई की संस्था के बैनर तले महाविद्यालय विद्यार्थियों का हुआ पांचवा सात दिवसीय प्रशिक्षण
⚫ युवा वर्ग के लिए बनाया विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम
⚫ 43 विद्यार्थियों को दिए प्रमाण पत्र
हरमुद्दा
रतलाम, 23 फरवरी। क्रेडाई (नागरिक अधिकार एवं लोकतांत्रिक जागरूकता संस्थान) रतलाम द्वारा स्वामी विवेकानंद शासकीय वाणिज्य महाविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए 7 दिवसीय पांचवे प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में विद्यार्थियों को प्रबंधन का सबक सूत्र के रूप में सिखाया। रामायण, गीता के सूत्रों से शिक्षा के बारे में जीवन दर्शन का सबक सिखाया।
क्रेडाई संस्था के अध्यक्ष संदीप व्यास ने हरमुद्दा को बताया कि शहर के युवाओं के लिए प्रशिक्षण सत्र निरंतर आयोजित किए जा रहे हैं। विशेष रूप से एक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम बनाया गया, जिसके माध्यम से विस्तार से जानकारी दी जा रही है, ताकि व्यावहारिक रूप में उसका उपयोग कर सकें। इच्छुक विद्यार्थी अपने महाविद्यालय में संपर्क कर सकते हैं। संस्था द्वारा इसके अतिरिक्त शिक्षा व्यवस्था पर प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। जिसमें छात्र व शिक्षक सभी भाग ले सकते हैं। समस्या और उसके समाधान जान सकते हैं।
समापन समारोह में यह थे मंचासीन
समापन समारोह के मुख्य अतिथि ऑटोमोबाइल व्यवसाई गुस्ताद अंकलेसरिया थे। विशेष अतिथि के रूप में नवीन व्यास, प्राध्यापक डॉ. लक्ष्मण परवाल, सुश्री स्मिता चैतन्य एवं राजकोट के प्रवीण ओझा विशेष रूप से मौजूद थे। मंचासीन अतिथियों ने विद्यार्थियों को प्रेरित किया।
भविष्य के लिए काफी उपयोगी है प्रशिक्षण
क्रेडाई संस्था के प्रयासों कि सराहना की प्राध्यापक डॉ. लक्ष्मण परवाल ने प्रशिक्षण की उपयोगिता एवं इससे प्राप्त अनुभव के बेहतर उपयोग करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण भविष्य के लिए बहुत उपयोगी है।
व्यवस्था सुधारने में सहयोग करें युवा
नवीन व्यास ने बताया कि संस्था से जुड़े और निरंतर एक नवीन दृष्टि के साथ व्यवस्था सुघारने में युवा सहयोग करे। श्रेष्ठ शुरुआत युवा वर्ग ही कर सकते हैं।
जल संरक्षण की गतिविधियों का अवलोकन के लिए आएं गुजरात
प्रवीण ओझा ने जल संरक्षण गतिविधियों के अवलोकन के लिए प्रशिक्षण में मौजूद विद्यार्थियों को गुजरात आमंत्रित किया।
परिवार, समाज, राष्ट्रीय संर्दभ से जुड़े विद्यार्थी
संस्था सचिव रवि पिरोदिया ने बताया गया कि संस्था ने विद्यार्थियों को बताया कि वह अपने परिवार, समाज, राष्ट्रीय संर्दभ से कैसे जुड़े। उन्हें पुरातन शिक्षा पद्वति के दृष्टिगत वर्तमान परिपेक्ष में कैसे उपयोगी है। वह भी समझाया।
विशेषज्ञ दे रहे हैं रोजगार की जानकारी
कार्यक्रम संयोजक सुश्री हर्षिता राठौड़ ने बताया कि विद्यार्थियों को निशुल्क प्रशिक्षण देते हुए उन्हें औद्योगिक क्षेत्र का निरीक्षण भी करवाया जा रहा है। इसके साथ ही रोजगार के बारे में विशेषज्ञ द्वारा जानकारी भी दी जा रही है।
43 विद्यार्थियों को अतिथियों ने दिए प्रमाण पत्र
समापन समारोह के अवसर पर महाविद्यालय के 43 विद्यार्थियों को अतिथियों के हाथों प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। समापन समारोह में विशेष रूप से कमलेश मेहता, मंगल अग्रवाल, सुधांशु श्रीवास्तव, राजेश पगारिया, अनुराग लोखंडे मौजूद थे।