धर्म संस्कृति : ब्रह्माकुमारीज सेवा केंद्र पर उत्साह और उमंग के साथ मनाया दीपावली उत्सव
⚫ चैतन्य श्री लक्ष्मी जी की सजाई झांकी
⚫ केंद्र संचालिका सविता दीदी ने आध्यात्मिक रहस्य पर डाला प्रकाश
⚫ भारत तिब्बत पुलिस बल के सभी नौजवान भाई रहे उपस्थित
⚫ भाई बहनों ने शुभ संकल्प लेते हुए जलाए दीप
हरमुद्दा
रतलाम, 13 नवंबर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के डोंगरे नगर स्थित दिव्य दर्शन भवन सेवा केंद्र पर दीपावली का उत्सव बड़े ही खुशी एवम उल्लास के साथ मनाया गया। इस कार्यक्रम में चैतन्य श्रीलक्ष्मी जी की झांकी सजाई गई। कार्यक्रम में केंद्र संचालिका सविता दीदी ने दीपावली के आध्यात्मिक रहस्य पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में भारत तिब्बत पुलिस बल के सभी नौजवान भाई उपस्थित थे।
स्थानीय सेवा केंद्र संचालिका ब्रह्माकुमारी सविता दीदी ने दीपावली के आध्यात्मिक रहस्य पर प्रकाश डालते हुए बताया कि दीपावली पर हम अपने घरों की सफाई करते हैं और धन की देवी श्री लक्ष्मी जी का आह्वान करते हैं। उनसे सुख समृद्धि, संपत्ति और विघ्न दूर करने की प्रार्थना करते हैं। इस प्रसंग को जीवन से जोड़ते हुए उन्होंने कहा कि हम अपने घर या आसपास की सफाई तो कर लेते हैं पर इसके साथ-साथ हमें अपने अंतरकरण को भी पवित्र करना है। कहते हैं कि पवित्रता ही सुख शांति की जननी है तो जिस प्रकार बाह्य स्वच्छता से स्थूल धन संपत्ति की प्राप्ति होती है।
वैसे ही मन की पवित्रता से हम दिव्य गुणों और शक्तियों से भरपूर हो जाते हैं जिसके लिए आध्यात्मिक ज्ञान की आवश्यकता है। दीपावली पर हम दीपक जलते हैं। इसी प्रकार जब हम ज्ञान का दीपक जलते हैं तो हमारे जीवन में दुख शांति रूपी अंधकार दूर हो जाता है। हम दीपावली पर शुभ लाभ ही लिखते हैं इसका अर्थ भी यही है कि जब हम शुभ और अच्छे कार्य करते हैं तो निश्चित ही हमारे साथ सब कुछ लाभ ही लाभ होता है।
इस कार्यक्रम में विशेष रूप से भारत तिब्बत पुलिस बल के सभी नौजवान भाई उपस्थित रहे। साथ ही सेवा केंद्र के सभी भाई-बहन ने उपस्थित रहे। सभी भाई बहनों के द्वारा आत्मा रूपी दीपक को जगाए रखने के लिए शुभ संकल्प लेते हुए दीपक जलाया गया। सभी ने एक सभी ने एक दूसरे को दीपावली की बधाइयां हार्दिक शुभकामनाएं दी। अंत में प्रभु प्रसाद से सभी का मुख मीठा कराया गया।