निरीक्षण : कचरा निपटान के साथ स्टाफ नर्स को प्रसूति की नवीनतम तकनीकी की आई कमियां नजर
🔲 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का कायाकल्प अभियान
हरमुद्दा
पिपलौदा, 9 जनवरी। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का कायाकल्प अभियान के तहत राज्य एवं जिला स्तरीय दल ने निरीक्षण किया। इसमें जैविक कचरा निपटान तथा स्टाफ नर्स को प्रसूति की नवीनतम तकनीकी की कमियां देखने को मिली, लेकिन अन्य बिन्दुओं पर कार्य प्रशंसनीय मिला।
ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ. योगेन्द्रसिंह गामड़ ने हरमुद्दा को बताया कि कायाकल्प अभियान के तहत शाजापुर की मेडिकल ऑफिसर डॉ. स्वपनीला पवनीकर तथा स्टाफ नर्स किरण पनडोले ने जिला स्वास्थ्य कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. अजहर अली के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण किया। इसमें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की स्वच्छता सहित विभिन्न उपकरणों के रख-रखाव आदि का परीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान निर्धारित नियमानुसार लेबर रूम, कचरा निपटान तथा अन्य बिन्दुओं की जांच की गई। इसमें अन्य कचरे का निपटान स्थानीय स्तर पर नगर परिषद द्वारा संचालित व्यवस्था के माध्यम से किया जाता है तथा जैविक कचरे का निपटान नियमानुसार किया जाता है।
डिलेवरी की प्राथमिकताओं के संबंध में कुछ कमियां
केन्द्र में प्रतिमाह 70 से अधिक डिलेवरी होती है। डिलेवरी की प्राथमिकताओं के संबंध में कुछ कमियां पाई गई है, जिनका निर्देशानुसार सुधार किया जाएगा। डिलिवरी रूम में प्री मेच्योर जन्म वाले बच्चों को रखने के लिए वार्मर उपकरण चालू नहीं था, इसको लेकर भी निर्देश दिए गए हैं।
अब संभावना अवार्ड मिलने की
इसके पूर्व भी आंतरिक परीक्षण जून 2019 में किया गया था, जिसमें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को 100 में से 55 अंक मिले थे, इसके बाद 3 नवंबर को विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से किए गए निरीक्षण में 75 अंक मिले थे। अब 80 से अधिक अंक के साथ अवार्ड मिलने की संभावना है। दल के सदस्यों ने विगत 3 माह का रिकार्ड भी देख कर संतोष व्यक्त किया है।
अन्य स्वास्थ्य केंद्र का भी किया परीक्षण
जिला स्वास्थ्य कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अजहर अली ने बताया कि जिले के पिपलौदा सहित नामली, खारवाकला, सैलाना, बाजना व ताल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भी परीक्षण किया जाएगा। पिपलौदा में बायोलाजिकल वेस्ट तथा वार्मिंग उपकरण के अतिरिक्त किसी प्रकार की कोई कमी नहीं पाई गई है। यहां की व्यवस्थाओं तथा उपकरणों के रखरखाव पर टीम ने संतोष व्यक्त किया है। बीएमओ डॉ. योगेन्द्रसिंह गामड़ तथा उनकी टीम ने अच्छा प्रयास किया है।