सर्वे क्रमांक 87 पर कार्रवाई : मिशन हॉस्पिटल कंपाउंड में नजूल भूमि पर बने मकानों पर प्रशासन ने चलाया जेसीबी का पंजा

⚫ ईसाई समाज के लोगों में फैला आक्रोश

⚫ प्रॉपर्टी सेक्रेटरी ने रजिस्ट्री दिखाई लेकिन प्रशासन मानने को तैयार नहीं

⚫ 1886 से ईसाई समाज के पास जमीन सर्वे क्रमांक 87, 88, 89 की जमीन

⚫ प्रशासन का कहना नजूल की जमीन पर अवैध निर्माण

⚫ 1906 में शुरू हुआ था मिशन हॉस्पिटल

⚫ कलेक्टर के आश्वासन के बाद हुआ चक्का जाम समाप्त

हरमुद्दा
रतलाम, 14 अक्टूबर। सैलाना बस स्टैंड महाराणा प्रताप चौक के पास 1886 से जो जमीन ईसाई समाज के चर्च नाम पर हैं, उस जमीन पर बने मकानों पर शुक्रवार दोपहर बाद जिला प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए तोड़ना शुरू किया। प्रशासन ने यह कार्रवाई सर्वे क्रमांक 87 की जमीन पर की है। जिला प्रशासन की अचानक हुई कार्रवाई के कारण समाज आक्रोशित हो गया। समाज जनों का आरोप था कि बिना किसी सूचना के जिला प्रशासन ने अपनी कार्रवाई कर दी। इसका विरोध करते हैं कहा कि हम सालों से यही पर रह रहे हैं, कहां जाएंगे। 5:30 बजे समाज की महिलाओं ने सैलाना बस स्टैंड महाराणा प्रताप चौक पर चक्का जाम कर दिया। इसके चलते दो और चार पहिया वाहन चालक जहां परेशान हुए वहीं रतलाम बांसवाड़ा चलने वाली बसों को भी मार्ग बदलना पड़ा। कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी के आश्वासन के बाद तकरीबन 7:30 बजे चक्का जाम समाप्त हुआ।

शुक्रवार को तकरीबन 3:30 बजे जिला प्रशासन से एसडीएम संजीव केशव पांडे दो जेसीबी लेकर मिशन कंपाउंड पहुंचे इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल भी साथ था। प्रशासन की जे सी बी मिशन कंपाउंड आते देख सभी लोगों में हड़कंप मच गया। प्रशासन और पुलिस की गाड़ियां धना धन अंदर आई और कार्रवाई शुरू कर दी।

दो मंजिला मकान तोड़ा राकेश चार्ल्स का

एसडीएम की मौजूदगी में अवैध निर्माण तोड़ते हुए

चर्च से कुछ दूरी पर ही दो मंजिला मकान काफी पुराना था जिसे तोड़ने के पहले अंदर से सामान निकाला गया। यहां पर पिछले 36 वर्षों से राकेश चार्ल्स रह रहे थे जो कि धार्मिक शिक्षक हैं और जगह-जगह धर्म की जानकारी देते हैं। एसडीएम के नेतृत्व में कार्रवाई चलती रही।

घर का सामान निकाल कर बाहर रखा गया

कार्रवाई के दौरान कांग्रेस नेता

प्रॉपर्टी सेक्रेटरी वाल्टर से चर्चा करते हुए शहर कांग्रेस अध्यक्ष कटारिया

नजूल की भूमि पर हुए अवैध निर्माण पर जेसीबी चलती रही। इस दौरान एसडीएम श्री पांडे, नगर निगम के जीके जायसवाल, पुलिस प्रशासन से मानक चौक थाना टीआई अनुराग यादव, औद्योगिक क्षेत्र थाना टीआई अयूब खान सहित भारी संख्या में पुरुष एवं महिला पुलिस बल तैनात था। कार्रवाई की जानकारी मिलते ही कांग्रेस नेत्री यास्मिन शेरानी, शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र कटारिया, कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष और पार्षद शांतिलाल वर्मा सहित अन्य मौके पर पहुंचे और एसडीएम से बात की। एसडीएम ने दो टूक बात कही कि अवैध निर्माण है, उसे तोड़ा जा रहा है।

आक्रोशित महिलाओं ने कर दिया चक्का जाम

सैलाना बस स्टैंड पर चक्का जाम करते हुए महिलाएं

मिशन कंपाउंड में जिला प्रशासन की कार्रवाई के विरोध में रहवासी महिलाओं और पुरुषों में आक्रोश फैल गया। जिला प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए चर्च गए। चर्च से होते हुए सैलाना बस स्टैंड बांसवाड़ा मार्ग महिलाएं बीच सड़क में बैठ गई और फादर सैमसन दास के साथ चक्का जाम कर किया। पावर हाउस रोड तरफ महिलाओं में श्रंखला बनाते हुए आवागमन बाधित कर दिया। देखते ही देखते सैलाना मार्ग और बाल चिकित्सालय मार्ग पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई।

चक्का जाम में भी दिखाई उन्होंने भलमनसाहत

एंबुलेंस के लिए रास्ता बनाते हुए पुलिसकर्मी श्री तिवारी

प्रशासन की कार्रवाई का पुरजोर विरोध करते हुए समाज के लोगों ने भलमनसाहत भी दिखाई। बाल चिकित्सालय की तरफ से आने वाली एंबुलेंस के लिए पुलिसकर्मी घनश्याम तिवारी ने रास्ता बनाया और उसे सैलाना मार्ग के लिए बाहर निकाला। इस दौरान चक्का जाम करने वाले तत्काल उठ जाए और फिर से बैठ गए।
करीब 3 बार एंबुलेंस का सैलाना रोड पर आना जाना हुआ तो वे तत्काल उठे और उसे जाने दिया। आम जनता को जाने से रोक दिया गया। पटरी पार आने जाने वालों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। चक्का जाम करने वाली महिलाओं का यही कहना था कि कलेक्टर और पुलिस प्रशासन आएगा, तभी हम उठेंगे। चक्का जाम के दौरान महिला पुलिस और चक्का जाम करने वाली महिलाओं के बीच काफी हुज्जत भी हुई। चक्का जाम के दौरान पुलिस ने सख्त रुख अख्तियार करते हुए वाहन चालकों को कुछ कुछ समय के अंतराल में जाने का अवसर दिया।

1886 से ईसाई समाज के पास है सर्वे क्रमांक 87, 88 और 89 की

अच्छा सो 86 में ईसाई समाज ने 1886 में सर्वे क्रमांक 87,88 और 89 जमीन बारी बारी से हसनअली बोहरा से खरीदी गई। पूरी जमीन चर्च की है। मिशन कंपाउंड में 1906 मिशनरी का 10000 वर्ग फीट में हॉस्पिटल शुरू हुआ। करीब 7000 वर्ग फीट में ओपीडी बनाया। 100 साल से अधिक समय तक चिकित्सा सेवा करने वाले अस्पताल 2010 में बंद हुआ। 18000 वर्ग फीट में नर्स क्वाटर बनाए गए है। जो पूरे परिसर में 3035 परिवार रहते हैं। आक्रोशित लोगों ने चक्काजाम की कार्रवाई शुरू कर दी। कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी से चर्चा के उपरांत चक्का जाम समाप्त किया। उनका कहना था कि चर्चा के पश्चात आगे की कार्रवाई की जाएगी तब तक के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी गई है।

⚫ हेमेंद्र वाल्टर, प्रॉपर्टी सेक्रेटरी, स्थानीय ईसाई समाज

अवैध निर्माण पर हुई है कार्रवाई

सर्वे क्रमांक 87 की नजूल भूमि पर अवैध निर्माण को लेकर जिला प्रशासन द्वारा कार्रवाई गई। कलेक्टर साहब के आदेश के पश्चात कार्रवाई स्थगित कर दी गई।

संजीव केशव पांडे, एसडीएम शहर, रतलाम

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