सामाजिक सरोकार : अब नहीं सुनाई देगी स्व स्फूर्त श्याम की सिटी की आवाज
⚫ चल समारोह, मेले अन्य गतिविधियों में यातायात व्यवस्था को सुधारने में मदद के लिए सदैव रहता तत्पर
⚫ गंभीर बीमारी के चलते किया था अस्पताल में भर्ती
⚫ मृत्यु के बाद पुलिस ने खोजा परिजनों को
⚫ शाजापुर जिले के अवंतीपुर का था श्याम
हरमुद्दा
रतलाम 1 अक्टूबर। पुलिस प्रशासन रतलाम के साथ वर्षों से स्वफूर्ति से सेवा देने वाला श्यामा पिता नाहर सिंह ठाकुर उम्र 35 वर्ष जो कि अधिकतर माणक चौक थाने पर अपना समय व्यतीत करता और शहर के किसी भी चल समारोह, मेले अन्य गतिविधियों में यातायात व्यवस्था को सुधारने में मदद के लिए सदैव तत्पर रहता का अल्प बीमारी में स्वर्गवास हो गया।
यह जानकारी देते हुए समाजसेवी जिला रोगी कल्याण समिति सदस्य गोविंद काकानी ने बताया कि 23 सितंबर को गंभीर बीमारी की हालत में माणक चौक थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह गडरिया ने पुलिस जवान की मदद से जिला चिकित्सालय के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवाया।
मगर नहीं बचाया जा सका श्याम को
जिला चिकित्सालय के डॉक्टरों के साथ आइसोलेशन वार्ड सिस्टर, वार्ड बॉय आदि ने भरपुर प्रयास किया परंतु उसके तेज बुखार और अधिक कमजोरी के कारण उसे बचाया नहीं जा सका। 30 सितंबर सुबह मृत्यु हो जाने पर नगर पुलिस अधीक्षक अभिनव वारंगे के साथ उनके अधीनस्थ पुलिस विभाग ने उसके घर वालों की खोज कर उसके घर तक भिजवाने के लिए प्रयास में सफलता प्राप्त की।
शाजापुर जिले के अवंतीपुर का था श्याम
1 अक्टूबर को सुबह उसके परिवार की भूआ राजू भाई पति भागीरथ, परिवार सदस्य हर्षित शर्मा, सुनील शर्मा, पड़ोसी राजीव कुमार आमले (पुलिस विभाग) अवंतीपुर जिला शाजापुर से रतलाम मेडिकल कॉलेज पहुंचे। अवंतीपुर जिला शाजापुर रवाना करने के पूर्व मेडिकल कॉलेज में पुलिस विभाग जिला रोगी कल्याण समिति, काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन व समाजसेवीयों की ओर से उसे श्रद्धांजलि पुष्प अर्पित किए। काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के द्वारा इस पुनीत कार्य में एंबुलेंस भेजने में सहायता रामचंद्र शर्मा निवासी रामगढ़ जिनके निवास स्थान के आसपास उसका रात्रि विश्राम रहता द्वारा विक्की शर्मा को भेज कर की गई।