सामाजिक सरोकार : आदिवासी अंचल के स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई, संस्कार, खेल संबंधी ली जानकारियां
⚫ एकल अभियान दर्शन के लिए महिला समिति इंदौर ने की वनयात्रा
⚫ आदिवासी बच्चों को अक्षर ज्ञान, गणित ज्ञान, विज्ञान, सामान्य ज्ञान, खेलकूद, संस्कार सिखाते
हरमुद्दा
रतलाम, 9 जनवरी। वन बन्धु परिषद द्वारा संचालित एकल अभियान के तहत रतलाम अंचल में संचालित विद्यालय दर्शन के लिए वन यात्रा इंदौर चेप्टर की महिला समिति चार टीम में (प्रत्येक टीम में 15-15 महिलाएं) जिन्होंने माताजी एवं केलकच्छ संच में घाटा खेरदा विद्यालय, मझोलियामाल, झोली और मानपुरा विद्यालयों का अवलोकन किया। विद्यालय में बच्चों की पढ़ाई, संस्कार, खेल संबंधी जानकारियां प्राप्त की।
रतलाम अंचल क्षेत्र में वर्तमान में 265 विद्यालय संचालित होते हैं। इस अभियान में एक आचार्य एक विद्यालय की तर्ज पर विद्यालय संचालित किये जाते हैं। एक विद्यालय में 25-30 विद्यार्थी होते हैं। समस्त विद्यालय आदिवासी क्षेत्र में संचालित हैं और इसमें आदिवासी बच्चों को अक्षर ज्ञान, गणित ज्ञान, विज्ञान, सामान्य ज्ञान, खेलकूद, संस्कार भी सिखाए जाते हैं।
दल में यह थी शामिल
वन यात्रा में इंदौर समिति से समता मूंदड़ा, उर्मिला शारदा, मीना गर्ग, नमिता अग्रवाल, आशा मालू, सुशीला कासट, संतोष न्याती, स्मिता तापड़िया, मनीषा साबू आदि महिलाएं सम्मिलित थीं।
यह थे मौजूद
रतलाम अंचल समिति के संरक्षक मनोहर पोरवाल, सचिव अनिल पोरवाल, सदस्य राकेश नागर, माताजी संच से कनिष्क कुमावत, सुभाष एवं विभाग प्रशिक्षण प्रमुख कालुसिंह, जिला अभियान प्रभारी केसरीमलजी, जिला प्रशिक्षण प्रमुख अमृत जी उपस्थित थे।