मुद्दे की बात : कितना आत्ममुग्ध देश का मुखिया

जहां जाओ मोदी जी। खादी भवन गए तो वहां भी मोदी जी ही मोदी जी। अखबार उठाओ – मोदी जी। टीवी खोलो मोदी जी। अभी गुजरात में अंबानी जी के सुपुत्र अनंत अंबानी को खुश करने और अपनी पब्लिसिटी के लिए वनतारा परियोजना के बहाने अपना फोटोशूट करवा आए मोदी जी। और दावा क्या है मैं एक दिन भी छुट्टी नहीं लेता।
विष्णु नागर
कोई आत्ममुग्ध आदमी देश का मुखिया कैसे हो सकता है? लेकिन ऐसा है।उसे हर दिन आत्मप्रचार चाहिए।हर दिन।साल में पांच दिन भी ऐसे नहीं गुजरते होंगे कि परधान जी आत्मप्रचार से दूर रहते हों।हर दिन ये शख्स दूल्हा बना घूमता देश -विदेश की जमीन रौंदता रहता है।अपनी जय-जय कार करवाता रहता है और खुश रहता है।खुद भी अपना प्रचार करता रहता है।रात -दिन इसके आगे- पीछे कैमरे घूमते रहते हैं।इस आदमी का प्रधान बनना देश के लिए बहुत बड़ा आर्थिक बोझ बन चुका है। सालभर में खरबों रुपए इस आदमी की पब्लिसिटी पर खर्च हो जाते हैं।

अभी साहेब जी गुजरात के नवसारी में महिला दिवस के दिन हाजिर थे -वहां ‘लखपति दीदी ‘ कार्यक्रम के लिए। कार्यक्रम क्या था, शगूफा था। हर दिन ये कोई न कोई न नया शगूफा छोड़कर जनता को बहलाते रहते हैं।खैर बताया गया कि परधान जी के इस कार्यक्रम के लिए डेढ़ लाख महिलाएं वहां एकत्रित की गई थीं।

जाहिर है इस तमाशे के लिए महिलाओं के आवागमन खान-पान आदि पर करोड़ों का खर्च आया होगा और जहां करोड़ों खर्च हो रहे हों, वहां घोटाला होना अवश्यंभावी है।पूरे गुजरात की प्रशासनिक मशीनरी इस कार्यक्रम की ‘सफलता ‘ के लिए लगा दी गई होगी। परधान जी चूंकि महिला दिवस पर यह कार्यक्रम करवा रहे थे तो उनकी सुरक्षा के लिए विशेष रूप से 3000 महिला पुलिस लगाई गई थीं।इतनी महिला पुलिस फोर्स एक जिले में हो नहीं सकती, इसलिए पूरे राज्य से और हो सकता है आसपास के राज्यों से भी लाई गई होगी। पुरुष पुलिसकर्मी यातायात और पार्किंग व्यवस्था संभाल रहे थे।और भी तमाम प्रकट- परोक्ष व्यवस्थाएं परधान जी के आने पर होती ही हैं, जिसका खर्च कभी इस और कभी उस विभाग के मत्थे मढ़ दिया जाता है और कभी पता नहीं चलता कि एक -डेढ़ घंटे के तमाशे पर वास्तव में कितना प्रत्यक्ष और परोक्ष खर्च आया है।
जनता की मेहनत की कमाई
इस तरह लगभग हर दिन इन पर न जाने कितने करोड़ रुपए जनता की मेहनत की कमाई के फूंक दिए जाते हैं – इनके आत्मप्रचार के लिए! जुमलेबाज जी, वहां जाकर यह कह जुमलेबाजी कर आए कि मैं सबसे धनी हूं क्योंकि मेरे खाते में करोड़ों माताओं -बहनों का आशीर्वाद है। यह आशीर्वाद ही मेरी सबसे बड़ी ताकत, पूंजी और सुरक्षा कवच है। परधान जी रोज किसी न किसी का ‘आशीर्वाद ‘ लेकर दिल्ली रवाना हो जाते हैं। संसद का सत्र चल रहा हो तो भी इनका अपना प्रचार अभियान जारी रहता है।
व्यक्तिगत प्रचार में अकारण अरबों खर्च
एक साल में इनकी व्यक्तिगत प्रचार पर भारत सरकार और राज्य सरकारों के अरबों रुपये अकारण खर्च हो रहे हैं।न जाने किन -किन सरकारी योजनाओं का सालभर का बजट घंटे भर के ऐसे अनेक कार्यक्रमों के लिए लगभग रोज खर्च करवा दिया जाता है, क्योंकि ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन के लिए अलग से तो कोई बजट होता नहीं। इसका कोई लाभ जनता को नहीं होता। इसके उलट इसका नुकसान होता है क्योंकि बजट के अनुसार जो धन जनता पर खर्च होना चाहिए, इनके तमाशों पर व्यय हो जाता है। कोई लेना -देना ही नहीं है इनका जनता से और ये जनता के ‘सबसे बड़े हितैषी’ भी हैं।
ये प्रधानमंत्री हैं या शहंशाह
ये प्रधानमंत्री हैं या शहंशाह हैं, कोई इनसे पूछता नहीं? कोई मर्यादा नहीं है इस तरह के व्यय की!एक शख्स अपने चेहरा दिखाने, अपनी जनप्रियता साबित करने के लिए पूरी सरकारी मशीनरी को रोज जोतता रहता है और कहीं कोई सवाल नहीं? कहीं कोई जिम्मेदारी नहीं? कुछ नहीं तो ट्रेन को हरी झंडी दिखाने ही देश में पहुंच जाते हैं। एक तरह से सालभर सरकारी खर्च पर इनका चुनाव प्रचार चलता रहता है।
हुआ है ऐसा कोई पब्लिसिटी प्रधान, प्रधानमंत्री
इसी तरह मुफ्त वितरण के लिए बढ़िया ग्लेज्ड पेपर पर प्रेस इन्फार्मेशन ब्यूरो हर पखवाड़े हिंदी और अंग्रेजी में ‘न्यू इंडिया समाचार ‘ प्रकाशित करने लगा है। इसका एकमात्र उद्देश्य प्रधान जी की पब्लिसिटी करना है। इसके 1 से 15 फरवरी के 60 पृष्ठ के अंक में कवर पेज से लेकर अंतिम कवर पेज पर दोनों ओर परधान जी के 46 छोटे -बड़े के फोटोग्राफ हैं। हुआ है ऐसा कोई पब्लिसिटी प्रधान, प्रधानमंत्री इनसे पहले इस देश में?


अनंत अंबानी को खुश करने और अपनी पब्लिसिटी के लिए वनतारा परियोजना
यह पत्रिका कुल मिलाकर मोदी -समाचार बन कर रह गई है। कोई भी अंक देखो, बस मोदी, मोदी और मोदी। सालभर के 24 अंकों पर इस पर न जाने कितने करोड़ रुपए खर्च हो जाते होंगे। भाजपा का हर मंत्री, हर मुख्यमंत्री हर दिन मोदी जी की दूरदर्शिता वगैरह का गाना गाता रहता है। जहां जाओ मोदी जी। खादी भवन गए तो वहां भी मोदी जी ही मोदी जी। अखबार उठाओ – मोदी जी। टीवी खोलो मोदी जी। अभी गुजरात में अंबानी जी के सुपुत्र अनंत अंबानी को खुश करने और अपनी पब्लिसिटी के लिए वनतारा परियोजना के बहाने अपना फोटोशूट करवा आए मोदी जी। और दावा क्या है मैं एक दिन भी छुट्टी नहीं लेता।18-18 घंटे देश की सेवा करता हूं और वह सेवा यह है। दुनिया में भारत का जो कथित डंका बज रहा है वह यह है। इतना खर्च तो शायद अमेरिकी राष्ट्रपति के प्रचार पर भी नहीं आता होगा
प्रस्तुति : नरेंद्र गौड़