अहम खगोलीय घटना : सबसे लंबा आंशिक चंद्रग्रहण 19 नवंबर को, 648 साल बाद आएगा फिर ऐसा संयोग, कार्तिक पूर्णिमा पर नहीं होगा असर
🔲 4 दिसंबर को रहेगा सूर्य ग्रहण
हरमुद्दा
गुरुवार, 18 नवंबर। चंद्र ग्रहण-सूर्य ग्रहण बेहद ही अहम खगोलीय घटनाएं होती हैं और यह ज्योतिष के लिहाज से भी बेहद महत्वपूर्ण हैं। इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण (Year 2021 Last Lunar Eclipse) 19 नवंबर 2021 शुक्रवार को है। साल का यह तीसरा ग्रहण और दूसरा चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) बेहद ही खास होने वाला है। साथ ही इस चंद्र ग्रहण के ठीक 15 दिन बाद 4 दिसंबर 2021 को एक सूर्य ग्रहण भी लगने वाला है। खास बात यह है कि चंद्र ग्रहण का असर कार्तिक पूर्णिमा के धार्मिक आयोजनों पर नहीं होगा। पूजा-पाठ सहित अन्य धार्मिक कार्यक्रम दान पुण्य किए जा सकेंगे। 648 साल बाद फिर ऐसा संयोग आएगा।
ज्योतिषाचार्य दुर्गा शंकर ओझा ने हरमुद्दा को बताया कि ज्योतिष शास्त्र में चंद्र ग्रहण की घटना को विशेष माना गया है। धार्मिक कार्यों पर चंद्र ग्रहण को प्रभाव नहीं पडे़गा। इसके पीछे जानकारों का मत है कि चंद्र ग्रहण पूर्ण नहीं है। शुक्रवार को लगने वाला चंद्र आंशिक है। इसके साथ ही दिन में चंद्र ग्रहण लग रहा है तथा इसका प्रभाव भारत पर नहीं पड़ रहा है। इस ग्रहण को भारत में असम, अरुणाचल प्रदेश आदि क्षेत्रों में ही दिखाई देने की बात कही जा रही है। इसलिए पूजा-पाठ और धार्मिक कार्यों पर इस ग्रहण का प्रभाव नहीं पड़ेगा। कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान, दान और यज्ञ का विशेष महत्व बताया गया है।
सूर्यास्त के कुछ समय पहले देखा जा सके का ग्रहण अरुणाचल प्रदेश में
शासकीय जीवाजी वैधशाला उज्जैन के अधीक्षक डॉ. राजेंद्र प्रकाश गुप्त ने हरमुद्दा को बताया कि 19 नवंबर को चंद्र ग्रहण प्रात: 11 बजकर 30 मिनट से आरंभ होगा और 2 बजकर 32 पर मध्य और शाम 05 बजकर 35 मिनट पर समाप्त होगा। चंद्र ग्रहण पश्चिमी अफ्रीका, पश्चिमी यूरोप, उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका, एशिया, ऑस्ट्रेलिया जैसे कुछ चुनिंदा हिस्सों से देखा जा सकेगा। भारत के कई राज्यों में यह चंद्र ग्रहण नहीं दिखाई देगा। हालांकि अरुणाचल प्रदेश व असम जैसे राज्यों से सूर्यास्त के समय इसे कुछ देर के लिए देखा जा सकेगा।
धरती से चंद्रमा की दूरी है ज्यादा
इतना लंबा चंद्र ग्रहण होने के पीछे खगोलविदों का मानना है कि धरती से चंद्रमा की दूरी ज्यादा होने के कारण 19 नवंबर को लगने वाले चंद्र ग्रहण की अवधि ज्यादा रहेगी होगी। धरती और चंद्रमा के बीच की दूरी कम रहती है तो चंद्र ग्रहण की अवधि भी कम होती।
भारत में ग्रहण 12:48 बजे से
यह चंद्र ग्रहण पिछले 580 साल का सबसे लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण होगा। इस चंद्र ग्रहण की अवधि करीब साढ़े तीन घंटे की रहने वाली है। भारत में यह चंद्र ग्रहण दोपहर को 12:48 बजे से 04:17 मिनट तक होगा।
648 साल बाद आएगा फिर ऐसा संयोग
वैसे तो यह आंशिक चंद्र ग्रहण भारत में केवल असम और अरुणाचल प्रदेश में ही नजर आएगा। इस चंद्र ग्रहण से पहले इत लंबा चंद्र ग्रहण 19 फरवरी 1440 को लगा था, यानि 580 वर्षों के बाद इतनी लंबी अवधि का चंद्रग्रहण 19 नवंबर को होगा। इसके बाद वर्ष 2669 के 8 फरवरी को ऐसी ही लंबी अवधि का चंद्रग्रहण लगेगा। नासा के मुताबिक, एक साल में अधिकतम तीन चंद्र ग्रहण हो सकते हैं। अनुमान है कि 21वीं सदी में कुल 228 चंद्र ग्रहण होंगे। चंद्र ग्रहण की अवधि ज्यादा होने के बाद लोग ज्यादा देर तक इस अद्भुत खगोलीय घटना का अनुभव ले सकेंगे।
फिर अगले साल लगेगा
19 नवंबर 2021 को लगने जा रहे इस साल के आखिरी चंद्र ग्रहण के बाद अगला चंद्र ग्रहण साल 2022 में 8 नवंबर को होगा। यानी कि इस चंद्र ग्रहण के बाद दोबारा ऐसी खगोलीय घटना को देखने के लिए खगोलप्रेमियों को 1 साल तक का तो इंतजार करना ही पड़ेगा। बता दें कि इस साल कुल 4 ग्रहण लगने हैं, जिसमें से दो सूर्य ग्रहण हैं और दो चंद्र ग्रहण हैं। इनमें से दो ग्रहण लग चुके हैं। वहीं 19 नवंबर को साल का आखिरी चंद्र ग्रहण और 4 दिसंबर को आखिरी सूर्य ग्रहण लगने वाला है।