शहीदों के सही रूप से परिचित हों युवा : यादव
जयकिरण स्मृति संस्थान ने शहीदों का किया स्मरण
हरमुद्दा
रतलाम, 23 मार्च। युवा शहीदों के सही रूप से परिचित हों यह आज की आवश्यकता है। शहीदे आज़म भगत सिंह , सुखदेव और राजगुरु जैसे क्रांतिकारियों ने अपने विचारों के बल पर एक ऐसा मुकाम बनाया जिसे आज भी पूरा देश याद करता है । आज के युवाओं को इन क्रांतिकारियों से प्रेरणा लेकर अपनी एक ऐसी राह बनानी होगी जिससे आने वाले वक्त में भारतीय युवाओं को पूरी दुनिया गर्व से पहचाने।
यह विचार जयकिरण स्मृति संस्थान द्वारा शहीदों की स्मृति में आयोजित विचार गोष्ठी में प्रसाद के संयोजक एवं विचारक मांगीलाल यादव ने व्यक्त किए।
कम उम्र में जितना अध्ययन किया था वह अकल्पनीय
श्रीमाली वास स्थित जोशी निवास पर आयोजित संगोष्ठी में श्री यादव ने कहा कि भगतसिंह ने अपने जीवन काल में कई बातों की घोषणा कर दी थी, जो बाद में सच साबित हुई। भगत सिंह ने यह कह दिया था कि देश को आज़ादी एक समझौते के रूप में प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि भगत सिंह ने इतने कम उम्र में जितना अध्ययन किया था वह अकल्पनीय प्रतीत होता है मगर उनका जोश और जुनून इतना था कि उन्होंने न सिर्फ इस साहित्य का अध्ययन किया बल्कि अपने लिए एक ऐसी राह भी निर्धारित की जो देश के युवाओं को प्रेरित कर सकी। उन्होंने राम मनोहर लोहिया का स्मरण भी किया।
युवाओं को करें प्रेरित
इस अवसर पर डॉक्टर दिनेश जोशी ने कहा कि शहीदों से प्रेरणा लेते हुए हमें उनके स्मृति चिन्हों को भी सहेजना चाहिए। उन्होंने कहा कि रतलाम में ही कई ऐसे स्मृति चिन्ह मौजूद हैं जो उपेक्षा के शिकार हैं। ऐसे स्थानों को समझते हुए युवाओं को प्रेरित किया जाना चाहिए।
इन्होंने भी यह विचार व्यक्त
अध्यक्षता करते हुए श्री शांतिलाल जैन ने भगतसिंह के कार्यो का वर्णन किया। संगोष्ठी में ओमप्रकाश मिश्र, सिद्दीक़ रतलामी, आशीष दशोत्तर, श्री सोनी सहित उपस्थित वक्ताओं ने विचार व्यक्त कर शहीदों का स्मरण किया। इस अवसर पर शहीदों के चित्र पर श्रद्धा पुष्प अर्पित किए गए।