वेब पोर्टल हरमुद्दा डॉट कॉम में समाचार भेजने के लिए हमें harmudda@gmail.com पर ईमेल करे अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझी : पुलिया के नीचे मिला था शव महिला का, आरोपी सहित अन्य सह आरोपी पुलिस की गिरफ्त में, रंजिश में हुई हत्या -

अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझी : पुलिया के नीचे मिला था शव महिला का, आरोपी सहित अन्य सह आरोपी पुलिस की गिरफ्त में, रंजिश में हुई हत्या

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⚫ 24 घंटे में ही आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ा

⚫ महिला सहित चार आरोपी गिरफ्तार

⚫ छत भराई के काम से गई थी महिला

⚫ गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी भाइयों ने

हरमुद्दा
रतलाम, 28 जुलाई। बुधवार को सुबह पुलिया के नीचे महिला की लाश मिलने के बाद पुलिस हरकत में आई और 24 घंटे के भीतर ही आरोपी सहित अन्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। महिला की शिनाख्त भूली बाई पति भैरू बंजारा निवासी बंजली के रूप में की गई। मुख्य आरोपी को यकीन था कि उसकी पत्नी को भगाने में भूली बाई का ही हाथ है। इसी रंजिश के चलते हत्या की गई है।

पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने प्रेस वार्ता में बताया कि भूली बाई मिस्त्री के साथ छत भराई की काम के लिए गई थी। जिसका शव बिलपांक थाना क्षेत्र के अंतर्गत गांव सूतरेती पुलिया के नीचे में मिला था। प्रेस वार्ता में एएसपी सुनील पाटीदार सहित अन्य मौजूद थे।

गुमशुदगी की कराई थी रिपोर्ट दर्ज

भाई जगदीश और कंवरलाल के अनुसार उनकी बहन 24 जुलाई को छत भराई के काम के लिए मिस्त्री के साथ गई थी। मिस्त्री ने कहा था कि ₹400 मिलेंगे। शाम तक आ जाएंगे लेकिन वह नहीं आई तो भाई ने औद्योगिक थाना क्षेत्र में बहन भूली बाई की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई।

हाथ पर नाम लिखा हुआ था कंवरलाल

उल्लेखनीय है कि भूली बाई के हाथ पर कंवरलाल नाम लिखा था। जो कि उसका बड़ा भाई है। छोटा भाई जगदीश है। दोनों भाइयों ने शव की शिनाख्त की। 37 वर्षीय भूली बाई काफी समय से पति से अलग रह रही थी।

तत्काल बनाया जांच दल

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अंधे की गुत्थी सुलझाने के लिए तत्काल दल बनाया गया। मौके पर एएसपी सुनील पाटीदार, एफएसएल अधिकारी डॉ. अतुल मित्तल अन्य पहुंचे। उन्होंने जांच पड़ताल की। ग्रामीणों से पूछताछ में पुलिस आरोपी तक पहुंच गई। धारा 302 और 201 में प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

मुखबिर से मिली सूचना और पहुंचे आरोपी तक

एसपी श्री तिवारी ने बताया कि मुख्य आरोपी मुख्य आरोपी बंजली निवासी लक्ष्मण बंजारा और नंदू मचार कोठडी निवासी देवीलाल भूरिया के घर भूली बाई को ले गए, जहां पर कैलाशी बाई भी मौजूद थी, जो कि देवीलाल की पत्नी हैं। देवीलाल और नंदू दोनों साले और जीजा भी है। लक्ष्मण बंजारा को यकीन था कि उसकी पत्नी को भगाने में भूली बाई का ही हाथ था। उसी रंजिश के चलते इन सभी ने कपड़े से गला दबाकर महिला की हत्या कर दी और शव को बोरे में भरकर पुलिया के नीचे फेंक दिया।

इन्हे किया गिरफ्तार

पुलिस ने मुख्य आरोपी लक्ष्मण पिता कालू बंजारा, नंदू की पिता भेरू मचार, देवीलाल पिता नंदराम भूरिया, कैलाश बाई पति देवीलाल को गिरफ्तार किया। लाश को फेंकने में जिस मोटरसाइकिल का उपयोग किया गया था, उसे भी पुलिस ने जब्त कर लिया है। हीरो हौंडा डीलक्स mp43 EH 5912 है। इसके अलावा मृतिका द्वारा पहना गया मंगलसूत्र नथनी भी जब्त की गई है।

सराहनीय कार्य के लिए 10,000 का इनाम

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि थाना प्रभारी बिलपांक दीपक शेजवार, थाना प्रभारी औद्योगिक क्षेत्र ओपी सिंह, उप निरीक्षक जगदीश यादव, सहायक उप निरीक्षक रूप सिंह शक्तावत, आरक्षक हेमंत यादव, अशोक यादव, अर्जुन गणावा, पप्पू सिंह प्रधान आरक्षक मनमोहन शर्मा साइबर सेल, आरक्षक विपुल भावसार साइबर सेल ने हत्या की गुत्थी सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह किया। इन सभी लिए 10000 के नाम घोषित किया है।

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