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खेल चेतना मेला महाकुंभ : आजादी का अमृत महोत्सव मनाने के बाद हो रहे खेल मेला में 7500 खिलाड़ी होंगे शामिल

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⚫ धार्मिक मेलों की तरह खेल चेतना मेला को सफल बनाए सफल : विधायक

⚫ शहर के स्कूली खिलाड़ियों से अधिक से अधिक सहभागिता का आह्वान

⚫ कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक की उपस्थिति में हुई स्कूल संचालक, प्राचार्य एवं खेल प्रशिक्षक बैठक

हरमुद्दा
रतलाम, 13 दिसंबर। क्रीडा भारती और चेतन्य काश्यप फाउंडेशन द्वारा आयोजित खेल चेतना मेला 2023 की तैयारियों को लेकर वीसाजी मेंशन पर स्कूल संचालक, प्राचार्य एवं खेल प्रशिक्षका बैठक का आयोजित की गई। इसमें क्रीडा भारती के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष, फाउंडेशन अध्यक्ष एवं विधायक चेतन्य काश्यप ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव मनाने के बाद हो रहे खेल मेला में 7500 खिलाड़ी शामिल होंगे। इस दौरान कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी, पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी, क्रीडा भारती जिलाध्यक्ष डॉ. गोपाल मजावदिया, सचिव अनुज शर्मा एवं खेल चेतना मेला समिति सचिव मुकेश जैन मंचासीन रहे।

18 खेलों में भाग लेने के लिए खिलाड़ी उतरेंगी मैदानों पर

इस बार 23वां खेल चेतना मेला आयोजित हो रहा है। यदि दो वर्ष कोरोनाकाल नहीं होता, तो इस वर्ष हम रजत जयंती वर्ष मना रहे होते। इस वर्ष हमने आजादी का अमृत महोत्सव मनाया है। इस लिए 23वे खेल चेतना मेला में 110 स्कूलों के 7500 खिलाड़ी, 18 खेलों में भाग लेने के लिए मैदान में उतरेंगे। पूर्व में 4500 खिलाड़ी शामिल हुए थे, लेकिन इस बार अधिक उपस्थिति का लक्ष्य रखा है। खेल व्यक्ति को सदैव जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देते है। आजकल अवसाद में लोग गलत कदम उठाते है, जिससे उनके अंदर अवसाद से लड़ने की क्षमता नहीं रहती है। नई पीढ़ी को अवसाद से बचाने के लिए खेलों से जोड़ना जरूरी है। उन्होने सभी स्कूल संचालकों, खेल प्रशिक्षकों के साथ अभिभावकों से अनुरोध किया है कि वे अधिक से अधिक संख्या में बच्चों को खेलों से जोड़ने के लिए खेल चेतना मेला में सहभागिता सुनिश्चित करें।

बैठक में मौजूद प्राचार्य, खेल प्रशिक्षक, संस्था प्रमुख

खेल भावना विकसित होती है खेल के माध्यम से


धार्मिक मेलों में जिस प्रकार बच्चों को ले जाते है, वैसे ही खेल मेले में भी हर बच्चे को शामिल होना चाहिए। खेल मेला ने कई खिलाड़ियों को मंच प्रदान किया है। इससे जुडे़ खिलाड़ी राष्ट्रीय, अंतरर्राष्ट्रीय स्तर पर शहर का नाम रोशन कर रहे है। खिलाड़ी बार-बार हारकर जीतने का प्रयोग सिर्फ खेल से सीखता है। खेल के माध्यम से खेल भावना विकसित होती है।

चेतन्य काश्यप, विधायक, रतलाम

सामाजिक, धार्मिक और खेलों के आयोजनों में सदैव रहती इनकी सहभागिता


काश्यप जी ने बहुत ही रचनात्मक कार्य किए है। ऐसे विधायक बहुत ही कम देखने को मिलते है, जो हर समय शहर के विकास के बारे में सोचते है। सामाजिक, धार्मिक और खेलों के आयोजनों में सदैव इनकी सहभागिता रहती है। खेल चेतना मेला में ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ियों की सहभागिता के लिए कलेक्टर श्री सूर्यवंशी ने सभी से आव्हान किया। उन्होने कहा कि जीवन में खेलों का बड़ा महत्व है। बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए जीवन में खेल बहुत आवश्यक है। उन्होने कहा कि कोई भी कार्यक्रम समग्रता लिए होता है। यह संस्था हर दृष्टि से सक्षम है। मैंने देखा है कि लोग विधायक जी और उनकी संस्था को अपनी संस्था और उस पर अपना अधिकार मानकर अपने काम के लिए कहते है।

नरेंद्र सूर्यवंशी, कलेक्टर, रतलाम

मुझे बड़ा रोचक लगा खेल जीतना मेला

मैंने जब खेल चेतना मेला के बारे में सुना तो मुझे बड़ा रोचक लगा कि 23 वर्षों से इतना अच्छा कार्यक्रम रतलाम में हो रहा है। उससे जुड़ने का हमें मौका मिला है। यह आयोजन स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा। जीवन में प्रतिस्पर्धा होना चाहिए लेकिन खेल भावना बहुत जरूरी है। मैं मानता हूं कि जो बच्चे अपने शुरूआती दौर में स्कूली शिक्षा में पढ़ाई के साथ किसी भी एक खेल में रूचि रखते हो तो वह उससे जुडे़, जिससे उनकी प्रतिभा का विकास होगा।

अभिषेक तिवारी, पुलिस अधीक्षक, रतलाम

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