सामाजिक सरोकार : प्रवेश पर पौधा लगाएंगे, प्रस्थान पर पेड़ सौंप कर जाएंगे, अनुकरणीय नवाचार
⚫ कन्या शिक्षा परिसर में “मेरा पौधा- मेरा कल” अभियान की शुरुआत
⚫ बायोडायवर्सिटी और बॉटनिकल गार्डन भी बनेंगे
हरमुद्दा
रतलाम, 18 अगस्त। कन्या शिक्षा परिसर रतलाम में वातावरण को स्वस्थ एवं हरा-भरा रखने तथा विद्यार्थियों को पर्यावरण शिक्षा प्रायोगिक रूप से प्रदान करने के उद्देश्य से “मेरा पौधा- मेरा कल” अभियान की शुरुआत की गई है। जनजातीय कार्य विभाग अंतर्गत संचालित विद्यालयों में प्रदेश स्तरीय यह अभिनव नवाचार है।
इस अभियान के अंतर्गत कक्षा छठी में प्रवेश लेने वाली बालिका प्रवेश के समय एक पौधा लगाएंगी, क्योंकि यह आवासीय परिसर है, इसलिए बालिका 6 वर्ष तक इस पौधे की स्वयं देखभाल करेंगी और जब 12वीं उत्तीर्ण कर यहां से प्रस्थान करेगी तो पेड़ का रूप ले चुके। पौधे को बालिका इस संस्थान को भेंट कर जाएंगी । पौधा उस बालिका के नाम पर ही होगा। जनजातीय कार्य विभाग की सहायक आयुक्त श्रीमती रंजना सिंह की उपस्थिति में इस अभिनव कार्यक्रम की शुरुआत की गई । श्रीमती सिंह ने इस वर्ष कक्षा 6 में प्रवेशित बालिकाओं के साथ पौधरोपण कर इस अभियान के सफल होने तथा इससे कन्या शिक्षा परिसर रतलाम की पहल प्रदेश स्तर तक पहुंचाने की कामना व्यक्त की ।
हर बालिका के नाम से पहचाना जाएगा पौधा
संस्था के प्राचार्य और इस अभियान के सूत्रधार गणतंत्र मेहता ने हरमुद्दा को बताया कि यह अभियान सिर्फ पौधरोपण तक सीमित नहीं है, बल्कि यह विद्यार्थियों को उनके पर्यावरण के प्रति दायित्व से जोड़ने का अभियान भी है । यहां कक्षा 6 में प्रवेश होने वाली प्रत्येक बालिका प्रवेश के समय एक पौध रोपेगी । पौधे पर उसी के नाम की तख्ती लगाई जाएगी।यह पर्यावरण प्रबंधन और प्रकृति से बच्चों को परिचित कराने तथा पर्यावरण को सुरक्षित रखने की एक अभिनव पहल है। बालिकाओं द्वारा यह संदेश दिया जाएगा कि अपने कल को यदि सुरक्षित रखना है तो अपने जीवन में कम से कम एक पौधे को सुरक्षित रखना ज़रूरी है।
आंतरिक मूल्यांकन का आधार भी बनेगा
इस योजना के अंतर्गत कन्या शिक्षा परिसर रतलाम में प्रतिवर्ष प्रवेश लेने वाली 70 बालिकाओं द्वारा सत्र प्रारंभ होने पर एक पौधा लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि पौधों को पानी देना , उनकी सुरक्षा करना आदि दायित्व बालिकाओं द्वारा ही किया जाएगा। यह उनके शैक्षणिक आंतरिक मूल्यांकन का एक आधार भी होगा।पौधरोपण संस्था परिसर में ही किया जाएगा। परिसर पूर्णतः सुरक्षित है। जो पौधा कक्षा 6 की बालिका द्वारा लगाया जाएगा उसकी देखभाल में अन्य सभी बालिकाएं सहायता करेंगी और इस कार्य के लिए सहयोग भी करेंगी।प्रत्येक बालिका को एक डायरी भी प्रदान की गई है, जिसमें वह पौधे में होने वाली वृद्धि को अंकित करेगी । डायरी में पौधे का वर्णन, इसके लाभ और उपयोग भी दर्शाया जाएगा। शिक्षकों द्वारा इस पुस्तिका की निरंतर जांच की जाएगी ताकि बालिकाओं द्वारा दर्ज़ की जा रही जानकारी के अनुसार उन्हें मार्गदर्शन दिया जा सके ।
बायोडायवर्सिटी और बॉटनिकल गार्डन भी बनेंगे
श्री मेहता ने बताया कि विद्यालय परिसर में उपलब्ध स्थान को हरा-भरा करने के उद्देश्य से यह पहल अभिनव साबित होगी । उन्होंने बताया कि इस वर्ष विभिन्न प्रजातियों के पौधे परिसर में रोपे गए हैं । आगामी वर्षों में इस अभियान के अंतर्गत एक बायोडायवर्सिटी गार्डन और एक बॉटनिकल गार्डन विकसित करने की योजना है । यह बालिकाओं के अध्ययन में भी सहायक होगा । विज्ञान की बालिकाओं को जैव विविधता के संबंध में और वनस्पति विज्ञान की जानकारियों को प्रायोगिक रूप से समझने में यह उद्यान सहायता करेंगे। उन्होंने बताया कि परिसर में प्रतिवर्ष सत्तर पौधों का रोपण और उन्हें संभालने के प्रति विद्यार्थियों का समर्पण इस संस्थान में सहभागिता और जागरूकता को रेखांकित करेगा।