महाकाल की शरण में मुख्यमंत्री : उत्तम बारिश की कामना में अनुष्ठान शुरू, 66 ब्राह्मण 4 घंटे में 102 आवर्तन करेंगे पूरे
⚫ बारिश की खेंच के चलते किसानों के चेहरे मुरझाए
⚫ सामान्य से कम बारिश हुई मध्य प्रदेश में
हरमुद्दा
सोमवार, 4 सितंबर। मध्य प्रदेश में खंड वृष्टि के चलते भादौ मास में पहली बार भगवान महाकाल का महारुद्राभिषेक अनुष्ठान किया जा रहा है। सोमवार को सुबह पं.घनश्याम पुजारी के आचार्यत्व में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भगवान महाकाल का पंचामृत अभिषेक पूजन कर अनुष्ठान का शुभारंभ किया। भगवान महाकाल पर सतत जलधारा प्रवाहित हो रही है। 66 ब्राह्मण नंदी हॉल में बैठकर महारुद्राभिषेक के 102 आवर्तन करीब 4 घंटे में पूरे करेंगे। अनुष्ठान अभिषेकात्मक किया जाएगा। बाद में अनुष्ठान की पूर्णाहुति की जाएगी।
जानकारों के अनुसार अवर्षा की स्थिति में सृष्टि की अनुकूलता व वर्षा का चक्र पुन: प्रारंभ करने की प्रार्थना के लिए भगवान महाकाल का पूजन करना सर्वश्रेष्ठ है। निश्चित ही इससे देव कृपा होगी ओर सूखे की स्थिति समाप्त होगी।
सामान्य से कम बारिश
इस बार सामान्य से तेरह फीसद बारिश कम हुई है। किसानों के चेहरे मुरझा गए हैं। फसल खराब हो गई है। इसलिए देवाधिदेव महादेव महाकाल को मनाना नितांत आवश्यक है। पहली बार भादौ मास में यह अनुष्ठान हो रहा है। शास्त्रीय मान्यता के अनुसार वर्षा ऋतु में एक दिन शेष रहने पर भी इस प्रकार का अनुष्ठान किया जा सकता है। इस बार तो अभी वर्षा ऋतु के 26 दिन शेष है। निश्चित ही महाकाल महाराज अपनी प्रजा की प्रार्थना सुनकर कल्याण करेंगे।