आत्महत्या की कोशिश : रुपए और ज्वेलरी मांगने वाले ब्लैक मेलर युवकों से परेशान रतलाम में छात्रा ने खाई फिनाइल की गोली
⚫ एक युवक है फोर व्हीलर कम्पनी के शोरूम में
⚫ फोटो वायरल करने की दे रहे थे बार-बार धमकी
⚫ ब्लैक मेलर युवकों ने पिता को मारने की दी धमकी
⚫ दोनों आरोपी है पुलिस की पकड़ से दूर
हरमुद्दा
रतलाम, 25 जून। दो ब्लैकमेलर युवकों से परेशान होकर युवती ने फिनाइल की गोली खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। युद्ध की स्थिति गंभीर बनी हुई है ब्लैकमेल होने फोटो वायरल करने की धमकी ही नहीं थी बल्कि पिता को जान से मारने की भी बात कही थी यहां तक कि युवकों ने ज्वेलरी और रुपए की भी मांग की। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर दोनों आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ग्लोबल सिटी निवासी नमनराज सिसोदिया और और टाटानगर के रहने वाले आयुष पंवार के खिलाफ युवती ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। सिसोदिया फोर व्हीलर कंपनी के शोरूम में है। छात्र बीए सेकंड ईयर में पढ़ती है। युवाओं से परेशान होकर छात्रा ने 21 जून को फिनाइल की गोलियां खा ली थी। जिसे तत्काल अस्पताल ले जाया गया था। छात्र की स्थिति अभी गंभीर बनी हुई है। इस संबंध में माणक चौक थाना पर शिकायत दर्ज की गई है। पुलिस दोनों आरोपियों की तलाश कर रही है।
रुपए देने से मना किया तो कोचिंग सेंटर के बाहर मारे थप्पड़
छात्र ने बताया कि वह 2022 में कोचिंग सेंटर पर पढ़ने जाती थी। वहां पर सहेली के दोस्त नमन से मुलाकात हुई। मैं ज्यादा बातें नहीं करती थी लेकिन वह जबरदस्ती बात करने की कोशिश करता था। एक बार सहेली और मैं काफी शाप पर गए थे, जहां पर नमन भी आ गया। इस दौरान सहेली चली गई लेकिन नमन वहीं पर था। उसने मेरे फोटो भी लिए। मैं उससे बात नहीं करती थी मगर 6 महीने बाद फिर उसने फोन किया। बोलने लगा कि तेरे कुछ फोटो मेरे पास है। तेरे पिता को बता दूंगा। उनको जान से मार दूंगा। इस प्रकार की धमकी देने लगा।
2023 में दिए थे ₹5000
नमन के साथ उसका दोस्त आयुष भी रुपए के लिए परेशान करने लगा। 2023 में मैंने ₹5000 उसको दिए थे। इसके बाद फिर वह कहने लगा अभी की 10000 और ज्वेलरी ला कर दे, वरना फोटो वायरल कर दूंगा। रुपए देने से मना किया तो नमन ने कोचिंग सेंटर के बाहर मुझे थप्पड़ भी मारे और जान से मारने की धमकी दी। 21 जून को भी उसमें रुपया मांगे और धमकी दी। उनसे परेशान होकर सोमवार को घर में रखी फिनाइल की गोलियां खा ली। ताकि जान दे दूं और इन दोनों से पीछा छूटे।
दोनों आरोपियों के फोन बंद
खास बात तो यह है कि नमन और आयुष के हौसले फिर भी इतने बुलंद थे कि छात्रा को जब उपचार के लिए अस्पताल ले जा रहे थे, तब भी वह अस्पताल पहुंच गए। नमन और आयुष के साथ उनके दोस्त भी थे। छात्र के परिजन के दोनों आरोपियों के दोस्तों को पकड़ कर थाने भी ले आए थे। इसके बाद से ही आयुष और नमन के मोबाइल फोन बंद आ रहे हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।