धर्म संस्कृति : सनातन संस्कृति से होगा स्वर्णिम भारत का निर्माण
⚫ सेवाकेंद्र संचालिका ब्रह्माकुमारी सविता दीदी ने कहा
⚫ ब्रह्मा बाबा की 56 वीं पुण्य तिथि मनाई श्रद्घापूर्वक
⚫ आध्यात्मिक ज्ञान और राजयोग की शिक्षा देकर संस्कार परिवर्तन : डॉ. नलगे
हरमुद्दा
रतलाम 18 जनवरी। सनातन संस्कृति से ही स्वर्णिम भारत का निर्माण होगा। पिताश्री ब्रह्मा बाबा ने अपना तन-मन-धन और सर्वस्व प्रभु अर्पण कर ईश्वरीय निर्देश का पालन करते हुए ब्रह्माकुमारी संस्थान की स्थापना की।
यह विचार सेवाकेंद्र संचालिका ब्रह्माकुमारी सविता दीदी ने व्यक्त किए। सविता दीदी प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के संस्थापक पिताश्री ब्रह्मा बाबा की 56 वीं पुण्य तिथि पर कहा कि परमात्मा द्वारा बतलाए गए मार्ग पर चलकर समाज को एक नई दिशा दी। नारी शक्ति को आगे करके उनका मान बढ़ाया और महिला सशक्तिकरण का कार्य किया। उन्होंने महिलाओं में छिपी नैतिक और आध्यात्मिक शक्तियों को सामने लाकर उनको विश्व परिवर्तन के निमित्त बनाया।
आध्यात्मिक ज्ञान और राजयोग की शिक्षा देकर संस्कार परिवर्तन
शिवशक्तिलाल शर्मा आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. दिलीप नलगे ने कहा कि निराकार परमपिता परमात्मा अपने साकार माध्यम प्रजापिता ब्रह्मा के द्वारा आध्यात्मिक ज्ञान और राजयोग की शिक्षा देकर संस्कार परिवर्तन और नई सतोप्रधान दुनिया की पुनर्स्थापना करा रहे हैं। समस्त भाई बहनों ने आदि पिता ब्रह्मा बाबा को सच्ची-सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित कर ब्रह्मा बाबा समान त्याग, तपस्या के स्वरूप बनने का दृढ़ संकल्प किया। कार्यक्रम पश्चात सभी भाई बहनों को भोग एवं वरदान कार्ड दिए गए।
पुष्पांजलि की अर्पित
इस अवसर पर रतलाम सेवा केंद्र संचालिका ब्रह्माकुमारी सविता दीदी पं. शिवशक्ति लाल शर्मा आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. दिलीप नलगे, आयुर्वैदिक नर्सिंग कॉलेज की प्रिंसिपल बहन बसंती कृष्णा, ब्रह्माकुमारी गीता दीदी द्वारा प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के संस्थापक पिताश्री ब्रह्मा बाबा की 56 वीं पुण्य तिथि पुष्पांजलि अर्पित की।