लगा लिया मौत को गले : पत्नी, सास और दो साली से तंग आकर कर ली आत्महत्या इवेंट फोटोग्राफर ने
⚫ बड़ा भाई खाने पर बुलाने आया तो देखा वह था फंदे पर लटका
⚫ मां मैं वापस तुम्हारा बेटा बन कर आऊंगा, रोना मत
⚫ भारत सरकार से विनती शादी के कानून में करें बदलाव
⚫ 14 पन्नों का लिखा सुसाइड नोट
⚫ 5 साल पहले की थी लव मैरिज
हरमुद्दा
इंदौर, 22 जनवरी। “मेरी मौत की जिम्मेदार पत्नी हर्षा शर्मा, सास सीता शर्मा, साली मीनाक्षी और वर्षा शर्मा हैं। मम्मी, मेरे जाने के बाद रोना मत। मैं वापस तुम्हारा बेटा बनकर आऊंगा। भारत सरकार से विनती है कि शादी के कानून में बदलाव करें, क्योंकि महिलाएं इसका दुरुपयोग कर रही हैं।
इस आशय का 14 पन्नों का सुसाइड नोट लिखा है आत्महत्या करने से पहले इंदौर के बाणगंगा इलाके में नितिन पडियार (28) नामक युवक ने। नितिन यादव नंद नगर का निवासी था और इवेंट फोटोग्राफी का काम करता था। सोमवार रात जब उसका बड़ा भाई सूरज उसे खाने के लिए बुलाने गया, तो नितिन को फंदे पर लटका हुआ पाया।
30 लाख रुपए मांगे
नितिन और हर्षा की मुलाकात दोस्तों के माध्यम से हुई थी। दोनों ने लिव-इन में रहने के बाद शादी की। 2023 में हर्षा अपने मायके राजस्थान गई और वापस नहीं लौटी। हर्षा ने तलाक और भरण-पोषण का केस दर्ज किया, जिसमें 30 लाख रुपए की मांग की गई। यह बात नितिन के तनाव का कारण बन गई। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए अरविंदो अस्पताल भेजा है। मामले की जांच की जा रही है। इस घटना ने महिला सशक्तिकरण कानून के दुरुपयोग को लेकर सवाल खड़े किए हैं।
“मम्मी सुनो, मेरे जाने के बाद तुम रोना मत”
नितिन ने 14 पेज के सुसाइड नोट में लिखा- मम्मी सुनो, मेरे जाने के बाद तुम रोना मत और न ही किसी को रोने देना। अगर तुम लोग रोओगे तो मुझे मरने के बाद भी तकलीफ होगी। मम्मी, मैं आऊंगा वापस तुम्हारा बेटा बनके। मेरी मौत का कारण सिर्फ और सिर्फ पत्नी हर्षा शर्मा, सास सीता शर्मा, साली मीनाक्षी और वर्षा शर्मा हैं।
सरकार से कहा कानून बदलने को
नितिन ने आगे लिखा- मैं नितिन पडियार भारत सरकार से विनती करता हूं कि भारत का कानून बदलें, क्योंकि महिलाएं इस कानून का दुरुपयोग कर रही हैं। अगर आपने यह कानून व्यवस्था नहीं बदली तो रोज कई लड़के और उनके परिवार उजड़ते रहेंगे।
न्याय चाहिए मुझे मरने के बाद भी
नितिन ने सुसाइड नोट में लिखा- भारत के सभी युवाओं से मेरा निवेदन है कि, शादी ना करें और अगर करते भी हैं तो एग्रीमेंट बनवाकर शादी करें और अगर किसी को यह समझ आए कि मेरे साथ बुरा हुआ है तो मेरे मरने के बाद मुझे न्याय दिलाए और अगर समझ ना आए तो खुद की बारी का इंतजार करें।