गांधीसागर बांध आधारित जल प्रदाय योजना : हजारों गांव के लोगों को मिलेगा स्वच्छ पेयजल
🔳 सांसद सुधीर गुप्ता ने की अधिकारियों की बैठक
🔳 5 हजार 346 करोड़ की पेजयल योजना
हरमुद्दा
मंदसौर, 25 दिसंबर। समूह जलप्रदाय योजना बाह्य वित्तिय परियोजना जायका के अंतर्गत शुरू की जाने वाली पेयजल योजना जो वर्तमान में मंदसौर एवं नीमच में क्रियांवित किया जाना है। इसे लेकर सांसद गुप्ता ने पीएचई के अधिकारियों के साथ बैठक की।बैठक के दौरान जापानी कंपनी “जायका” के सहयोग से लगभग 5 हजार 346 करोड़ की पेजयल योजनाओं की बारे में विस्तृत चर्चा कर कार्य की समीक्षा की।
1735 गांवों के लोग होंगे लाभान्वित
प्रस्तावित योजना के अंतर्गत संसदीय क्षेत्र के मंदसौर, नीमच व आलोट के लगभग 1735 ग्रामों में घरेलु नल कनेक्शन के माध्यम से प्रत्येक परिवार को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए गांधी सागर बांध पर आधारित समूह एक व समूह दो योजनाएं प्रस्तावित की गई है।
इन गांवों को मिलेगा योजना का लाभ
समूह एक के तहत मंदसौर जिले के भानपुरा विकास खंड के 84 गांव, गरोठ विकास खंड के 194, सीतामउ के 233, मल्हारगढ़ के 45 व मंदसौर के 73 ग्राम के साथ ही आलोट के 191 ग्रामों को इस योजना का लाभ मिलेगा। वहीं समूह दो के तहत मल्हारगढ़ के 123, दलौदा के 143, नीमच जिले के मनासा के 196, जावद व सिंगोली के 265 व नीमच के 188 ग्रामों को गांधीसागर पेयजल योजना का लाभ प्रस्तावित है।
हो चुका है प्रतिनिधिमंडल का माइक्रो सर्वे
योजना के लिए जायका कार्यालय जापान से एक प्रतिनिधी मंडल भी पूर्व में माइक्रो सर्वे कर चुका है। दल द्वारा कार्य योजना पर सहमति भी दे दी है। योजना में वर्ष 2017 से कार्य जारी है। जापान के तकनीकी कंस्लटेंट फर्मो द्वारा परियोजना का परिक्षण किया जा चुका है। योजनाओं की डीपीआर फायइन की जा चुकी है। इस विदेशी वित्तिय सहायता प्राप्त योजना में जापानी कंपनी जायका से लगभग 4 हजार 150 करोड़ का लोन प्राप्त होगा और शेष राशि प्रदेश सरकार देगी। इस बड़ी योजना से ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध होगा।
पानी की स्वच्छता को जांचने की प्रक्रिया को समझा सांसद ने
बैठक के दौरान सांसद गुप्ता ने तकनीकि अधिकारियों से पानी की स्वच्छता को जांचने की प्रक्रिया को विस्तृत रूप से समझा और कहां कि वे इस कार्य को एक जन जागृति के रूप में अपने नियमित दौरों के दौरान ग्राम पंचायत स्तर पर जागरूकता लाने के लिए कार्य करेंगे जिससे सभी ग्रामवासी स्वयं पानी की जांच कर उसका उपयोग कर सके।
यह थे मौजूद
बैठक के दौरान पीएचई के कार्यपालन यंत्री संदीप दुबे, जल निगम के मैनेजर श्रीराम देशपांडे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।