दवा लेने से नहीं,पाप को पुण्य में बदलने से ठीक होती है बीमारी : पुलक सागरजी

हरमुद्दा
रतलाम,15 फरवरी। कर्म किसी को छोडते नही है। कर्म का सिध्दांत भी यही है कि जैसे कर्म होंगे, वैसा ही फल मिलेगा। बीमारी कभी दवा से ठीक नहीं होती, व्यक्ति जब पाप को पुण्य में बदलेगा, तभी बीमारी खत्म होगी।

यह बात आचार्य पुष्पदंत सागरजी महाराज के यशस्वी शिष्य, राष्ट्रसंत,भारत गौरव प.पु. आचार्य श्री 108 श्री पुलक सागर जी महाराज ने कही। शनिवार को
गोशाला रोड़ स्थित आचार्यश्री सम्मति सागर त्यागी भवन (साठ घर का नोहरा) में धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बीमार व्यक्ति स्वास्थ्य के लिए डॉक्टर पर भरोसा करता है, लेकिन एलोपैथी हो,आयुर्वेद हो अथवा होम्योपैथी सभी के डॉक्टर आखरी में यही कहते है कि भगवान पर भरोसा रखो। कुल मिलाकर भगवान का नाम लेने से ही कर्म कटते है।

कर्म के उदय और खत्म होने में लगता है समय

उन्होंने कहा कि हर चोट का समय अनुसार उपचार होता है, लेकिन कई बार व्यक्ति इंतजार नहीं करना चाहता है। उसे यह समझना होगा कि जितना हमारे कर्म का उदय होता है, उतना ही समय उसे खत्म होने में लगता है। 45 दिन के प्लास्टर वाली चोट पहले ठीक नही हो सकती। उसी प्रकार कर्मो का फल भी है। जितने उपचार की जरूरत चोट को है, उतना ही कर्मो के लिए होती है। कर्म काटने के लिए भगवान का नाम लेते रहे। यदि घाव गहरा हो, तो जैसे अधिक समय लेता है, वैसे ही हमारे कर्म भी समय के साथ कट जाएंगे।
आचार्यश्री ने शरीर के तीन प्रकार बताते हुए उनके कार्यो पर प्रकाश डाला और कहा कि हमारी आत्मा कर्म करती है। इससे ही जन्म-मृत्यु का चक्र चलता है। अच्छे कर्म होते है,तो अच्छा फल मिलेगा और कर्म बुरे हुए,तो फल भी बुरा ही मिलता है।

आरम्भ में दीप प्रज्वलन 

IMG_20200215_203355

धर्मसभा के आरम्भ में दीप प्रज्वलन सरवन से आए दिगम्बर समाज के सदस्यों ने किया। इसके बाद उनके द्वारा श्रीफल भेंट किए गए। धर्मसभा का संचालन कमलेश पापरीवाल द्वारा किया गया।

ज्ञान गंगा महोत्सव में 16 फरवरी से अमृत वाणी 

आचार्य श्री पुलक सागर सेवा समिति रतलाम के तत्वावधान में सकल दिगम्बर जैन समाज द्वारा 16 से 21 फरवरी तक ज्ञान गंगा महोत्सव आयोजित होगा। इस महोत्सव में प्रतिदिन सुबह 8.30 बजे से तोपखाना चौराहा पर आचार्य पुष्पदंत सागरजी महाराज के यशस्वी शिष्य, राष्ट्रसंत,भारत गौरव प.पु. आचार्य श्री 108 श्री पुलक सागर जी महाराज के अमृत प्रवचन होंगे। आचार्य श्री पुलक सागर सेवा समिति रतलाम के सरंक्षक चंद्रप्रकाश पांडे,अध्यक्ष राजेश जैन भूजियावाला, सचिव अभय जैन ने धर्म प्रेमी नागरिकों से अधिक से अधिक उपस्थित होकर धर्मलाभ लेने का आह्वान किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *