ओरछा के प्राचीन स्मारक नए स्वरूप में करेंगे आकर्षित
🔲 ओरछा बनेगा क्रीम सिटी
हरमुद्दा
निवाड़ी / भोपाल, 29 फरवरी। नमस्ते ओरछा महोत्सव के दौरान ओरछा के प्राचीन स्मारक और मंदिर नए स्वरूप में पर्यटकों को आकर्षित करेंगे। नगर के लगभग पचास प्राचीन स्मारकों और मंदिरों को स्वच्छ और सुन्दर बनाने का कार्य किया गया है। ओरछा महोत्सव के तहत पूरे शहर को रामराजा मंदिर के रंग की तरह क्रीम सिटी बनाया गया है। ओरछा में मकान, दुकान और होटलों को क्रीम रंग में रंगा जा रहा है और सभी प्रतिष्ठानों पर एक ही तरह के बोर्ड लगाये जा रहे हैं। शहर के प्राचीन बागों का भी जीर्णोद्धार किया गया है।
राज्य सरकार ने जब ओरछा में महोत्सव की योजना तैयार की तो सबसे पहले यहाँ स्थित प्राचीन स्मारकों को सुन्दर बनाने के कार्य पर निर्णय लिया गया। ओरछा के प्राचीन स्मारक फिर से सज्जित और अलंकृत होकर नए स्वरूप में पर्यटकों के सामने आएंगे। महोत्सव के दौरान ओरछा की ऐतिहासिक गाथा थ्री-डी मेपिंग से जहाँगीर महल की दीवारों पर देखी जा सकेगी।
पुरातात्विक महत्व के स्मारकों को वास्तविक स्वरूप लाने के लिए डेढ़ करोड़ रुपए खर्च
आम तौर पर स्मारकों पर घास, काई आदि जम जाने के कारण उनकी सुंदरता और भव्यता प्रभावित होती है। इसके साथ ही मूल निर्माण के समय दीवारों पर किए गए रंग के अनुकूल उन्हें सज्जित करने की चुनौती भी सामने आती है। पुरातत्व विशेषज्ञों के परामर्श के पश्चात स्मारकों के सुधार कार्य के लिए डेढ़ करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गयी। इससे 15 प्रमुख पुरातात्विक महत्व के स्मारकों को वास्तविक स्वरूप के अनुसार स्वच्छ और सुन्दर बनाने का कार्य किया गया।
रंगाई-पुताई और सफाई वैज्ञानिक पद्धति से
ओरछा के ऐतिहासिक स्मारक राम राजा मंदिर, राजा महल, जहाँगीर महत्व, लक्ष्मी मंदिर, राय प्रवीण महल और बुंदेली शासकों की छतरियों की साफ-सफाई का कार्य भी हाथ में लिया गया। यह कार्य लगभग पूर्ण होने की स्थिति में है। चतुर्भुज मंदिर की रंगाई-पुताई और सफाई वैज्ञानिक पद्धति से करने का कार्य अंतिम चरण में है।
पर्यटन की असीम संभावनाएं
ओरछा में पुरा-स्मारकों को दृष्टव्य बनाने और पर्यटकों की सुविधा की दृष्टि से निखारने के लिये निर्धारित मानकों के अनुसार कार्य किया जा रहा है। ओरछा की पहचान बन चुके ये प्राचीन स्मारक पर्यटन की असीम संभावनाओं को साकार करेंगे।
पर्यटन नगरी में मौजूद करीब 54 स्मारकों में से प्रथम श्रेणी के ऐतिहासिक स्मारक राजा महल, जहाँगीर महल, लक्ष्मी मंदिर, चतुर्भुज मंदिर, राय प्रवीण महल एवं बेतवा नदी किनारे स्थित बुंदेला राजाओं की छतरियों सहित करीब 15 ऐतिहासिक इमारतों का उन पर लगी काई और पौधों को हटाकर साफ-सफाई के साथ सुधार कार्य किया जा रहा है।
श्रीराम राजा की नगरी ओरछा को बनाया जा रहा क्रीम सिटी
नमस्ते ओरछा महोत्सव से पहले रामराजा की नगरी ओरछा नए रंग में रंगी होगी। साथ ही सरकार ने श्री रामराजा मंदिर के लिए एक नया मास्टर प्लान तैयार किया है, जिससे मंदिर की भव्यता अलग ही दिखाई देगी। पिंक सिटी जयपुर की तर्ज पर अब ओरछा को क्रीम सिटी बनाया जा रहा है। ओरछा के हर मकान, दुकान और होटल को क्रीम रंग में रंगा जा रहा है। सभी प्रतिष्ठानों पर एक तरह के बोर्ड लगाए जाना शुरू हो गए हैं। इसके साथ ही सड़क, नाली व शौचालयों के साथ ही नगर के पार्कों को भी विकसित किया जा रहा है।
फूल बाग, राय प्रवीण सहित ओरछा के सभी बाग पा रहे पुराना वैभव
ओरछा महोत्सव को लेकर ओरछा के प्राचीन बागों की रंगत भी लौटने लगी है। इन दिनों स्थानीय फूल बाग एवं राय प्रवीण महल के बाग में जीर्णोद्धार का काम किया जा रहा है। फूलबाग में जहाँ जयपुरी पत्थर से पूरा फुटपाथ तैयार किया जा चुका है,वहीं रैलिंग का काम किया जा रहा है। राय प्रवीण महल के विशाल बगीचे में भी काम शुरू हो दिया है।
सरकार का फोकस केवल तीन दिन तक चलने वाले ओरछा महोत्सव पर ही नहीं है, बल्कि ओरछा पर हमेशा के लिए है। जिससे सालभर यहाँ पर्यटक आएं और पर्यटन बढ़े। मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक यहाँ गोल्डन ट्राइगंल बनाया जा रहा है। जिससे दिल्ली,एनसीआर के लोग सीधे ओरछा का रूख करें। गंगा आरती की ही तरह ओरछा में बेतवा के किनारें बेतवा आरती का आयोजन शुरू हो गया है। स्थानीय पर्यटकों को आकर्षित करना मुख्य लक्ष्य है। उसके बाद विदेशी पर्यटकों को ओर अधिक संख्या में ओरछा लाने की तैयारी चल रही है। बेतवा में रिवर रॉफ्टिंग भी शुरू की जा रही है, जिससे युवा ज्यादा से ज्यादा संख्या में यहाँ आएं।