वे 55 लोग कुछ समझ पाते, उसके पहले उनको उठा लिया और कर दिया आइसोलेट
🔲 कार्रवाई से नाराज है लोग
🔲 प्रशासन का कहना सुरक्षा की दृष्टि से जरूरी थी कार्रवाई
🔲 उस क्षेत्र से मिली थी कोरोना की महिला
हरमुद्दा
इंदौर, 30 मार्च। वे 55 लोग कुछ समझ पाते, उसके पहले उनको उठा लिया और आइसोलेट कर दिया। इस कार्रवाई से लोग नाराज है। प्रशासन का कहना है सुरक्षा की दृष्टि से कार्रवाई जरूरी थी। उल्लेखनीय है कि उस क्षेत्र से 5 दिन पहले कोरोना की महिला मरीज मिली थी।
बात की जा रही है इंदौर के स्कीम न. 71, सेक्टर डी की। यहां रविवार रात भारी पुलिसबल के साथ जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची और 55 लोगों को वहां से उठाकर अक्षत गार्डन में आइसोलेट कर दिया। यह वही क्षेत्र है, जहां 5 दिन पहले कोरोना की महिला मरीज मिली थी। उसके घर के आसपास रहने वाले सभी लोगों को बस में भरकर ले जाया गया। लोग इस कार्रवाई से नाराज हैं। वहीं प्रशासन का कहना है कोरोना को तीसरे स्टेज पर पहुंचने से रोकने के लिए ये कार्रवाई जरूरी है।
अब कोई छूट नहीं, पूरी तरह से लॉक डाउन, सब बंद
शहर में दिन-ब-दिन कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए प्रशासन ने अब पूरी तरह लॉकडाउन का फैसला लिया है। इस लॉकडाउन में नागरिकों को हर हाल में घर में ही रहना पड़ेगा। यहां तक कि दूध, सब्जी, किराना जैसी रोजमर्रा की चीजों पर भी पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है। पेट्रोल पंप भी बंद रखे जाएंगे। चोइथराम सब्जी मंडी सहित सभी सब्जी मंडियों को बंद कर दिया गया है। दो-तीन दिन तक दूध की आपूर्ति भी बंद रहेगी।
यह थे मौजूद
कमिश्नर आकाश त्रिपाठी की मौजूदगी में हुई बैठक में रणनीति बनाई गई। इसमें आईजी विवेक शर्मा, कलेक्टर मनीष सिंह, डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र, नगर निगम आयुक्त आशीष सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।