ईद पर विशेष : आत्म नियंत्रण : नैनीताल से मंजुला पांडेय
आत्म नियंत्रण
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🔲 मंजुला पांडेय
अल्हादित हैं ह्रदय तुम्हारे…..
पर अति वर्जित आलिंगन तुम्हारे
बस कुछ दिन ठहर जाइए
दूर से ही आदाब बजाइए।
खुदा का घर है जर्रा-जर्रा
सदाकत्-ए-दिल से पुकारिए
अपनी झोपड़ी अपने महल को
खुदा का इबादत घर बनाइए।
बस कुछ दिन ठहर जाइए
अजान भी होंगी घंटियां भी बजेंगी
जिंदा रहेंगे रिवाज तु्म्हारे
जब आने वाली नस्लें उम्रदराज रहेंगीं।
अभी नन्हीं-नन्हीं नस्लों को
सब्र का सबक पढ़ाइए…..
संक्रमण रहित पाक आबोहवा में
जीवन बसर करना सिखाइए
आरजू, जुस्तजू तम्मनाओं को
लगाम लगा
इदुल-फित्र के माइने समझाइए
ईद का माहौल है आज
घर बैठ कर ही मनाइए।
कुछ दिन जनाब ठहर जाइए
बस दूर से ही आदाब बजाइए