जुड़वा भाइयों की हत्या से हर कोई स्तब्ध: राजनीति में सियासी जंग

सतना। सूबे के चित्रकूट में दो जुड़वा भाइयों की हत्या से हर कोई स्तब्ध है। 20 लाख रुपये फिरौती लेकर भी मासूमों की हत्या ने हर किसी के दिल को झकझोर दिया है। भाजपा और कांग्रेस के नेताओं द्वारा आरोप प्रत्यारोप लगाए जा रहे है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने साफ तौर पर कहा है कि इस वारदात में विपक्ष के लोग शामिल हैं तो पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी पलटवार किया है।शिवराज का कहना है कि घटना को किसी और दिशा में मोड़ दिया जा रहा है, ताकि भ्रम बना रहे। इधर, सतना में बीजेपी ने बंद बुलाया है और वहां विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। परिजनों से पूर्व सीएम शिवराजसिंह चौहान भी मिले।
आरोपी को मिले फांसी
जुड़वा बच्चों (प्रियांश और श्रेयांश )के पिता बृजेश रावत ने कहा कि 19 फरवरी को किडनैपर्स को 20 लाख रुपये दिए थे और उसी दोपहर उनसे आखिरी बार बात की और अपने बच्चों की आवाज सुनी थी। पिता का कहना है कि आरोपियों को फांसी देनी चाहिए, ऐसे लोग समाज में रहने लायक नहीं हैं।
मन दर्द से भरा
परिवार से मुलाकात करने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने अपने ट्विटर हैंडल से लिखा, ‘सोना चाहता हूं, लेकिन आंखों में नींद नहीं है, मन बेचैन है, कैसे शांति पाऊं, यही सोच रहा हूं! अभी प्रियांश और श्रेयांश दोनों बेटों के पिता जी से मिलकर आ रहा हूं। अंतरात्मा रो रही है। मन दर्द से भरा हुआ है। आखिर कोई इतना हृदयहीन कैसे हो सकता है। मासूम बच्चों को जिनके पिता ने उन्हें बचाने के लिए फिरौती दे दी थी, फिर भी उनको मारने में हाथ भी न कांपे…।’

पिता के दर्द से निःशब्द: शिवराज सिंह
शिवराज ने लिखा, ‘मानवता शर्मसार हुई है, संवेदनाएं मर गई हैं। जब उनके पिता का दर्द देखा तो नि:शब्द हो गया। पिता की एक ही मांग है कि अपराधियों को ऐसी सजा दी जाए कि फिर कोई दूसरे बच्चे प्रियांश और श्रेयांश की तरह तड़पा-तड़पा कर न मारे जाए।’
शिवराज ने यह भी कहा कि यह पता लगने के बाद कि बच्चे अब नहीं रहे, आईजी रीवा का यह कहना कि पार्टी विशेष का झंडा लगा हुआ था, जो उन्हें ले गए। उन्होंने कहा कि किसी संगठन विशेष से जुड़े हुए ये यह कहना भी सिद्ध करता है कि घटना को किसी और दिशा में मोड़ दो, ताकि भ्रम बना रहे और अपनी असफलता को छिपा सकें। इससे पहले रविवार को मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ ने भी मामले को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा था।
हो रही राजनीति
मुख्यमंत्री ने कहा था, ‘गाड़ी में किसका झंडा लगा था, यह सामने आ गया है। इस घटना के पीछे जरूर कोई राजनीति है। अपराधी कहां से आ रहे थे? इसके पीछे किसका हाथ है…? विपक्ष डरा हुआ है, क्योंकि उनके लोग इसमें शामिल हैं। जल्द ही सब साफ हो जाएगा। मैंने बच्चों के पिता बृजेश रावत से फोन पर बात की है। मुझे इस घटना का बहुत दुख है। इस वारदात में शामिल दोषियों को नहीं बख्शा जाएगा।’
कमलनाथ, मुख्यमंत्री

मौन जुलूस आज
सोमवार को श्रद्धांजलि देने के लिए सतना के सिविल लाइन तिराहे से निकलने वाले मौन जुलूस में शिवराज सिंह भी शामिल होंगे।
यह है घटना
बता दें कि चित्रकूट से 12 फरवरी को अगवा जुड़वा बच्चों श्रेयांश और प्रियांश की किडनैपर्स ने हत्या कर दी। शनिवार देर रात दोनों के हाथ-पैर बंधे शव बांदा में यमुना नदी में मिले। पुलिस ने मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने वाला युवक रामकेश यादव भी शामिल है। पुलिस का कहना है कि फिरौती मिलने के बाद 21 फरवरी को ही दोनों बच्चों को मार दिया गया था।
पुलिस के मुताबिक, उसी ने मुख्य आरोपित पद्‌म शुक्ला के साथ साजिश रची थी। बच्चों के पहचान लेने पर अपहर्ताओं ने 21 फरवरी को उनकी हत्या कर शव उगासी घाट पर फेंक दिए थे। आरोपियों ने दो करोड़ रुपये फिरौती मांगी थी और परिवारवालों ने 20 लाख रुपये उन्हें दे भी दिए थे। यूपी के चित्रकूट धाम (कर्वी) निवासी तेल कारोबारी बृजेश रावत के 5 साल के जुड़वां बच्चों का 12 फरवरी को अपहरण हुआ था।
6 आरोपी गिरफ्तार
बाइक सवार दो नकाबपोश बदमाश मध्य प्रदेश स्थित सद्‌गुरु सेवा ट्रस्ट के स्कूल से दोनों को उठा ले गए थे। रीवा जोन के आईजी चंचल शेखर ने बताया कि मामले में चित्रकूट निवासी पद्‌म शुक्ला, लकी सिंह तोमर, रोहित द्विवेदी, राजू द्विवेदी, रामकेश यादव, पिंटू उर्फ पिंटा यादव को गिरफ्तार किया गया है। पद्‌म बजरंग दल के संयोजक का भाई है जबकि बाकी आरोपी बांदा व हमीरपुर के रहने वाले हैं। पद्‌म और लकी इंजिनियरिंग छात्र हैं। उनके पास से फिरौती के 17.67 लाख रुपए, बाइक और बोलेरो मिली है।

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