कोरोना सुरक्षा के साथ श्री साईं आरती और जयकारे लगाते हुए धर्मालु निकले शिर्डी, आठवीं पदयात्रा शुरू
🔲 475 किलोमीटर की पदयात्रा तय होगी 15 दिन में
🔲 14 स्थानों पर होगा यात्रा विश्राम
🔲 11 जनवरी को पहुंचेंगे पदयात्री शिर्डी
🔲 पुनः पदयात्री 13 जनवरी को आएंगे रतलाम
हरमुद्दा
रतलाम, 28 दिसंबर। श्री साईं आरती और जयकारा लगाते हुए कोरोना सुरक्षा के साथ पदयात्री शिर्डी के लिए श्री साईं रथ के साथ रवाना हुए। श्री साईं परिवार सोशल समिति के बैनर तले शुरू हुई 475 किलोमीटर की आठवीं पदयात्रा का 14 जगह विश्राम होगा और 11 जनवरी को सभी यात्री शिर्डी बाबा के दरबार में पहुंचेंगे।
सोमवार सुबह शास्त्री नगर स्थित श्री साईं मंदिर पर धर्मालुजनों का मेला लगा रहा। पद यात्रियों को यात्रा की शुभकामना देने के लिए परिजन और मित्र वर्ग मौजूद थे। पद यात्रियों में जोश, जुनून और अपार उत्साह देखा गया।
सुंदर सुरक्षित रथ में विराजित बाबा की आरती के बाद शुरू हुई यात्रा
साईं सेवा समिति के वरिष्ठ आरपी शर्मा, राजीव रावत, संजय उपाध्याय, गोविंद काकानी, संजय शर्मा, धर्मेंद्र व्यास, राजेंद्र शर्मा, प्रेम उपाध्याय, राजेश कटारिया, कमल राठौड़ सहित अन्य धर्मालुओं ने बाबा की आरती की। जयकारा लगाते हुए नाचते गाते हुए धर्मालुजन की यात्रा 10 बजे प्रारंभ हुई।
पदयात्रियों का किया स्वागत
पद यात्रियों का स्वागत राजीव रावत, डॉ. दिनेश भूरिया, संजय खंडकर, रतन थापा, शेरू पठान, जितेंद्र सोलंकी, श्री कामरा सहित अन्य ने फूलहार पहनाकर किया और शुभकामनाएं दी।
कोरोना के मद्देनजर यात्रियों की संख्या को किया सीमित
यात्रा समिति के संयोजक धर्मेंद्र व्यास एवं राजेंद्र शर्मा ने हरमुद्दा से चर्चा में बताया कि 2013 में पहली पदयात्रा शुरू हुई। पदयात्रा में शामिल रथ में विराजित बाबा की प्रतिमा को शिर्डी से ही लाए थे। कोरोना के मद्देनजर इस वर्ष पद यात्रियों की संख्या को सीमित कर दिया गया है। इस बार यात्रा में बच्चे एवं बुजुर्गों को शामिल नहीं किया गया है। यात्रा की सुरक्षा के मद्देनजर 3 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, वहीं कोरोना से बचाव के लिए ऑटोमेटिक सेनीटाइजर मशीन भी साथ है। यात्रियों के लिए मास्क की व्यवस्था भी की गई है। इसके साथ ही पदयात्रा में एक बड़ा वाहन भी शामिल है, जिसमें खाद्य सामग्री और बिस्तर, दरी, पानी की सुविधाएं हैं। यात्रियों को भोजन प्रसादी समय पर मिलती रहे इसके लिए दो महाराज सहित चार उनके सहयोगी भी यात्रा में साथ हैं। इसके साथ ही प्राथमिक चिकित्सा की पूरी व्यवस्थाएं की गई है। सैनिटाइजर की केने रखी है।
यहां पर रहेगा यात्रा का विश्राम
श्री व्यास एवं श्री शर्मा ने बताया कि यात्रा का पहला विश्राम सातरूंडा में रहेगा। कानवन, धार, मांडव, धर्मपुरी, बरू फंटा, बालसमंद, बड़ी बिजासनमाताजी, शिवपुरी सोनगिरी, आवी, चालीसगांव, कुंदन गांव, यवला में विश्राम होगा। 11 जनवरी की शाम को पदयात्री शिर्डी पहुंचेंगे। 12 जनवरी को सुबह बाबा के दर्शन पूजन अर्चन करने के पश्चात रतलाम के लिए यात्री रवाना होंगे, जो कि 13 जनवरी को पहुंचेंगे।
ना तो पैरों में छाले हुए नहीं हुई थकान, बाबा के चमत्कार है महान : कमला राठौड़
जिला चिकित्सालय में दाई के पद पर पदस्थ सुश्री कमला देवी राठौर का कहना है कि पिछले 5 साल से पदयात्रा में जा रहे हैं। आज तक ना तो पैरों में छाले हुए, नहीं थकावट हुई। सर्दी, खांसी बुखार कुछ भी नहीं होता है। यात्रा समापन के बाद भी अगले दिन ड्यूटी पर भी चले जाते हैं। साढे तीन दशक से बाबा की सेवा व भक्ति में तल्लीन कमला राठौर महिला मंडल में कम्मू जीजी के नाम से प्रसिद्ध है। सुश्री राठौड़ ने बताया कि पदयात्रा में महिला मंडल की स्नेहलता, साधना देवी, सोहन देवी, साधना चावरे सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्र की महिला धर्मालु भी शामिल हैं।
बाबा की भक्ति से मिली है पदयात्रा की शक्ति : संदीप शर्मा
3 साल से साईं मंदिर शास्त्री नगर में बाबा की पूजा पाठ व सेवा भक्ति करने वाले संदीप शर्मा ने बताया पहली बार पदयात्रा में शामिल हो रहा हूं। बाबा की पूजा अर्चना कर आरती का कार्य करूंगा। बाबा की भक्ति का ही चमत्कारी की पदयात्रा में जाने की शक्ति मुझे मिली है। बाबा की सेवा पूजा के अलावा ड्राइविंग का काम करने वाले शर्मा काफी उत्साहित नजर आए।
बाबा की कृपा दृष्टि सभी वर्ग पर रहती : चौहान दम्पत्ति
प्लंबर का कार्य करने वाले प्रकाश चौहान पिछले साल पहली बार पदयात्रा में शामिल हुए थे। इस बार धर्मपत्नी आनंदा चौहान भी शामिल हो रही है। चौहान दंपत्ति ने बताया है कि बाबा की कृपा दृष्टि सभी वर्ग पर बनी रहती है। बस सच्ची श्रद्धा होना चाहिए। बाबा सब का भला करते है, जीवन में चमत्कार करते है।