रतलाम के आशीष दशोत्तर और संजय जोशी “इक्कीसवीं सदी के 251 श्रेष्ठ व्यंग्यकार” में शामिल
1 min read बहुत जल्द संचयन होगा पाठकों के हाथों में
हरमुद्दा
रतलाम, 5 फरवरी। रतलाम के युवा व्यंग्यकार आशीष दशोत्तर और संजय जोशी ने शहर को साहित्य के क्षेत्र में गौरव दिलाया है। इन दोनों रचनाकारों को 21वीं सदी के श्रेष्ठ व्यंग्यकार संचयन में शामिल किया गया है । इस संचयन में अंतरराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर के रचनाकार चयनित कर शामिल किया गए हैं।
सदी के सर्वश्रेष्ठ व्यंग्य संचयन जिसमें देश और विदेशों के व्यंग्यकारों की 251 रचनाओं का चयन किया गया है। इसे दो ही महीने की अवधि में तैयार करने का श्रेय जाता है व्यंग्य विधा के सर्वाधिक सक्रिय व्यंग्यकार डॉ .लालित्य ललित व सुपरिचित व्यंग्यकार डॉ. राजेश कुमार को, जिनके नाम पहले भी कई चर्चित संचयन के कीर्तिमान है। इस संचयन के बारे में इंडिया नेटबुक्स के निदेशक डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि उन्हें इसका प्रकाशन करते हुए अत्यंत गौरव है।
विश्व को बांटा 5 हिस्सों में
डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि इस संकलन को तैयार करने के दौरान मॉरीशस में स्थित विश्व हिंदी सचिवालय ने विश्व को पाँच हिस्सों में बाँटकर अंतरराष्ट्रीय व्यंग्य लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया, और हमें उन विजेताओं में से सभी प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले व्यंग्यकारों, तथा और भी अन्य विजेताओं की रचनाएँ प्राप्त करके इस संकलन में आपके लिए प्रस्तुत करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
यह रचनाकार हैं पुरस्कार हासिल करने वाले
कुसुम नैपसिक (अमेरिका), मधु कुमारी चौरसिया (युनाइटेड किंगडम), वीणा सिन्हा (नेपाल), चांदनी रामधनी ‘लवना’ (मॉरीशस), राकेश शर्मा (भारत) जिन्होंने प्रथम पुरस्कार जीते और आस्था नवल (अमेरिका), धर्मपाल महेंद्र जैन (कनाडा), रोहित कुमार ‘हैप्पी’ (न्यू ज़ीलैंड), रीता कौशल (ऑस्ट्रेलिया) ने अन्य पुरस्कार हासिल किए।
संकलन सही मायनों में अंतरराष्ट्रीय बना संकलन इनके कारण
इनके अलावा विदेशों से शामिल होने वाले व्यंग्यकार हैं- तेजेन्द्र शर्मा (युनाइटेड किंगडम), प्रीता व्यास (न्यू ज़ीलैंड), स्नेहा देव (दुबई), शैलजा सक्सेना, समीर लाल ‘समीर’, और हरि कादियानी (कनाडा), और हरिहर झा (ऑस्ट्रेलिया)। इन व्यंग्यकारों की भागीदार से यह संकलन सही मायनों में अंतरराष्ट्रीय संकलन बन गया है।
सबसे अधिक मध्य प्रदेश के व्यंग्यकार
डॉ. लालित्य ललित ने जानकारी दी की भारत से इस संकलन में 19 राज्यों और केंद्र प्रशासित प्रदेशों के व्यंग्यकारों ने शिरकत की है। इनमें से सबसे अधिक व्यंग्य के पुरोधा हरिशंकर परसाई के राज्य मध्य प्रदेश (66) से हैं। इसके बाद क्रमशः हैं- उत्तर प्रदेश (39), नई दिल्ली (31), राजस्थान (32), महाराष्ट्र (18), छत्तीसगढ़ (12), हिमाचल प्रदेश (9), बिहार (6), हरियाणा (4), चंडीगढ़ (3), झारखंड (4), उत्तराखंड (4), कर्नाटक (4), पंजाब (2), पश्चिम बंगाल (2), तेलंगाना (2), तमिलनाडु (1), और गोवा (1), जम्मू व काश्मीर (1)।
51 व्यंग्य लेखिकाएँ शामिल
अगर हम स्त्री और पुरुष लेखकों की बात करें तो इसमें 51 व्यंग्य लेखिकाएँ शामिल हुई हैं।
इस बहु-प्रतीक्षित व्यंग्य संचयन में आशीष दशोत्तर, संजय जोशी, डॉ. सूर्यबाला, हरि जोशी, हरीश नवल, सुरेश कांत, सूरज प्रकाश, प्रमोद ताम्बट, जवाहर चौधरी, अंजनी चौहान, अनुराग वाजपेयी, अरविंद तिवारी, शांतिलाल जैन, श्याम सखा श्याम, रमेश सैनी, मुकेश नेमा, सुधाकर अदीब, स्नेहलता पाठक, स्वाति श्वेता, सुनीता शानू में शामिल हैं।
कुछ ही दिनों में पाठकों के हाथ में होगा संचयन
डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि संचयन प्रेस में चला गया है और चंद दिनों में प्रकाशित होकर पाठकों के सम्मुख होगा। यह जल्द ही यह अमेज़न व फ़्लिपकार्ट पर उपलब्ध होगा।