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राजघराने की संघमित्रा सिंह ने उन महिलाओं को किया सम्‍मानित, जिनके घर बेटियों ने लिया जन्म

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🔲 स्‍वास्‍थ्‍य एवं सुरक्षा की दृष्टि से बैबी किट व सम्पूर्ण पोषण आहार का किया वितरण

हरमुद्दा
पिपलौदा, 3 मार्च। क्षेत्र में पिछले 3 दिनों में जन्‍मी बालिकाओं के स्‍वास्‍थ्‍य एवं सुरक्षा की दृष्टि से बैबी किट तथा सम्पूर्ण पोषण आहार का वितरण सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र में किया गया। एकीकृत महिला एवं बाल विकास विभाग के इस आयोजन में राजघराने की संघमित्रासिंह मुख्‍य अतिथि थी। कार्यक्रम में उन 6 महिलाओं को सम्‍मानित किया गया, जिनके घर बेटियां पैदा हुई है।

कार्यक्रम प्रभारी प्रेरणा चौहान ने हरमुद्दा को बताया कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के अंतर्गत यह आयोजन किया गया था। इसका मुख्‍य उद्देश्‍य बेटियों के प्रति समाज में सम्‍मानजनक दृष्टिकोण के विकास के साथ ही उन माताओं में भी सम्‍मान की भावना पैदा करना है, जिन्‍होंने बेटियों को जन्‍म दिया है।

प्रसुताओं के बच्‍चों को ड्रेस का वितरण

कार्यक्रम में मुख्‍य अतिथि राजकुमारी संघमित्रा सिंह की ओर से सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र में भर्ती प्रसुताओं के बच्‍चों को ड्रेस का वितरण किया। कार्यक्रम की सह प्रभारी कंचन तिवारी ने बताया कि बेटियों को जन्‍म देने वाली माताओं को बेटियों के पोषण तथा स्‍वास्‍थ्‍य की जानकारी देते हुए बैबी किट में मसाज ऑईल, बेबी सोप, बेबी पावडर तथा खिलौने दिए गए है।

संपूर्ण पोषण की दी जानकारी

जिला परियोजना समन्‍वयक विनिता लोढ़ा के निर्देशानुसार जिले के सभी बच्‍चों को कुपोषण से दूर रखने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, इसी को दृष्टिगत रखते हुए सभी धात्री महिलाओं को संपूर्ण पोषण आहार दिया जा रहा है तथा बच्‍चों की उचित देखभाल व 3 वर्ष तक की उम्र में संपूर्ण पोषण की जानकारी प्रदान की जा रही है। कार्यक्रम में सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र के प्रभारी तथा खंड चिकित्‍सा अधिकारी डॉ. योगेन्‍द्रसिंह गामड़ सहित केन्‍द्र के स्‍टाफ सदस्‍य उपस्थित थे।

निरंतर बदल रही समाज की सोच

एक महिला का गर्भवती होना सौभाग्‍य की बात है तथा उसमें बेटी का जन्‍म होना और अधिक महत्‍व रखता है। समाज की सोच निरंतर बदल रही है तथा बेटियों को जन्‍म के पूर्व मार देने की कुरीति महिला एवं बाल विकास विभाग के जागरूकता कार्यक्रमों से समाप्‍त हो चुकी है। अब तो सिर्फ नवजात बालिकाओं को पोषण तथा किशोरियों को रक्‍त की कमी से बचाने की आवश्‍यकता है।

🔲 संघमित्रा सिंह, मुख्‍य अतिथि

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