शव की अधिकता के कारण किल्लत : भक्तन की बावड़ी मुक्तिधाम पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने पहुंचाई लकड़ियां
नामली और धराड़ तहसील की 25 शाखाओं ने अभी तक 30 ट्रेक्टर ट्राली लकड़ी पहुंचाई मुक्तिधाम में
हरमुद्दा
रतलाम, 15 अप्रैल। रतलाम के भक्तन की बावडी मुक्तिधाम में अचानक शवों के दाह संस्कार में वृद्धि होने से लकड़ियों की कमी के मद्देनजर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने मुक्तिधाम पर लकड़ियों की आपूर्ति की। नामली और धराड़ तहसील की 25 शाखाओं ने अभी तक 30 ट्रेक्टर ट्राली लकड़ी मुक्तिधाम में पहुंचाई।
संघ के विवेक जायसवाल ने हरमुद्दा को बताया कि स्वयंसेवको को इस बात कि जानकारी होते ही रतलाम जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में खंड व मंडल स्तर पर शाखा टोलियाँ इस दिशा में सक्रिय हुई।
घर घर जाकर मांगी लकड़ियां
शाखा टोली के स्वयंसेवकों ने गांव-गांव घर-घर जाकर बिना किसी भेदभाव के स्वजन बंधुओं से मुक्तिधाम में शवों के अंतिम संस्कार हेतु लकड़ी समर्पित करने का आग्रह किया। ग्रामीण जनों ने इस निस्वार्थ सेवा को स्वीकार करते हुए अपने खेत खलियानों से सूखे हुए लकड़ी के ठूंठ, कुंदे, टुकड़े स्वयंसेवकों को दिए।
गांव-गांव, घर-घर से की लकड़ियां एकत्र
स्वयंसेवकों ने अपनी अपनी शाखा क्षेत्रों से स्वयं की ट्रैक्टरों में उन्हें भरकर रतलाम मुक्तिधाम में लाकर अग्नि संस्कार के लिए दिया। नामली और धराड़ तहसील की 25 शाखाओं ने अभी तक 30 ट्रेक्टर ट्राली लकड़ी मुक्तिधाम में पहुंचाई। जिसमे प्रमुख धराड, रुपाखेडा, सिमलावदा, बिलपांक, मथुरी, नगरा, बांगरोद, शिवपुर, पल्दुना, हतनारा, पंचेड आदि स्थानों से लकड़ियां दी गई।