नन्ही भी सुरक्षित नहीं : साईं श्री एकेडमी में 5 साल की मासूम के साथ शर्मसार करने वाली हरकत, शहर हो रहा है लज्जित
⚫ मासूम को हुई पीड़ा तो हुआ खुलासा
⚫ मासूम के अभिभावकों ने रिपोर्ट दर्ज करवाई
⚫ हरकत करने वाला स्कूल के कर्मचारियों का ही बालक
⚫ पुलिस ने किया गिरफ्तार
⚫ जिम्मेदार भी उतने ही दोषी
⚫ सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में नहीं पूरा स्कूल
हरमुद्दा
रतलाम, 29 सितंबर। शहर के प्रतिष्ठित साईं श्री एकेडमी स्कूल में मासूम छात्रा के साथ शर्मसार करने वाली हरकत हुई मगर स्कूल प्रबंधन उसे दबाने की फिराक में ही रहा। मासूम की पीड़ा से खुलासा हुआ तो अभिभावकों ने रिपोर्ट दर्ज करवाई। नन्हीं छात्रा ने ही उसकी पहचान की जो कि स्कूल के कर्मचारियों का ही बेटा है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। परिजनों का आरोप यह है कि इस मामले में जिम्मेदार भी उतने ही दोषी हैं जिन पर विद्यार्थियों की सुरक्षा का जिम्मा है। सीसीटीवी कैमरे पूरे भवन में होने चाहिए थे, मगर जिम्मेदारों ने उसे नजर अंदाज कर दिया।
भोपाल की मल्टी में हुई घटना के बाद रतलाम में स्कूल की मासूम छात्रा के साथ हरकत हुई है यह तो गनीमत रही कि मासूम की जान बच गई, वरना कुछ भी हो सकता था। परिजनों का आरोप है कि अनाप-शनाप फीस वसूलने वाले ही नहीं अपितु दिखावे का डंका बजाने वाले ऐसे स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा पर कुछ नहीं करते हैं। कोचिंग क्लास में छात्राओं के साथ हुई हरकत के बाद स्कूल में भी शहर को शर्मसार ही नहीं अपितु लज्जित करने वाला मामला सामने आया है।
परिजनों ने कार्रवाई रिपोर्ट दर्ज
शहर के 80 फीट रोड स्थित साईं श्री एकेडमी का में यूकेजी में पढ़ने वाली एक बच्ची की मां और परिजन ने औद्योगिक क्षेत्र थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने को बताया कि मासूम बच्ची को घर से स्कूल और स्कूल से घर लाने का काम उसकी मौसी करती है। तीन दिन से उनकी बच्ची को बुखार आ रहा है। उसे यूरिन करने में भी काफी तकलीफ हो रही है। गत 27 सितंबर की रात बच्ची यूरिन के लिए वॉशरूम जाने के लिए उठी तो उसे काफी तकलीफ हो रही थी। उसने मौसी को बताया कि उसके प्राइवेट पार्ट में जलन हो रही है। मौसी ने बच्ची की मां को जगाया। उन्होंने बच्ची का प्राइवेट पार्ट चैक किया, तो वह असामान्य था।
मां ने की पूछताछ तो हुआ खुलासा
मां ने पुलिस को बताया कि जब उन्होंने बच्ची से पूछताछ की तो उसने बताया कि स्कूल में एक लड़का उसके साथ गंदी हरकत करता है। यह सुनकर उसकी मौसी को याद आया कि तीन दिन पहले 24 सितंबर को जब वे बच्ची को स्कूल लेने पहुंची थीं, तब उसकी टी-शर्ट के बटन खुले थे। इतना ही नहीं उसका पूरा शरीर भी लाल हो रहा था और तेज बुखार से तप रही थी। मां की शिकायत पर औद्योगिक क्षेत्र पुलिस ने बाल अपचारी के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 65(2), 75, लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 की धारा 6, 7 और 8 में प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस ने बाल अपचारी को अभिरक्षा में लेकर बाल संप्रेक्षण गृह भेज दिया है।
नन्ही ने दिखाया वह रूम जहां पर हुआ गलत काम
मामले की जांच औद्योगिक क्षेत्र थाने के उप निरीक्षक सत्येंद्र रघुवंशी ने की। परिजन पुलिस के साथ अपनी बच्ची को लेकर स्कूल पहुंचे। वहां बच्ची ने वह कमरा दिखाया जहां उसके साथ बाल अपचारी ने यौन शोषण किया था। बालिका जब स्कूल भवन की दूसरी मंजिल पर स्थित चौकीदार के कमरे के पास पंहुची तो वहां एक लड़का खड़ा दिखा। पीड़िता ने उसे देखते ही पहचान लिया और बताया कि इसने उसके साथ गंदा काम किया। बच्ची ने इशारे से आरोपी को मारने के लिए भी कहा। आरोपी कक्षा 10वीं का छात्र है।
पूरे भवन पर सीसीटीवी कैमरे नहीं
जांच के दौरान स्कूल में बच्चों की सुरक्षा के मामले में प्रबंधन की लापरवाही भी सामने आई। यहां सिर्फ तल मंजिल में ही सीसीटीवी कैमरे लगे मिले। बाकी अन्य किसी मंजिल में कैमरे नहीं हैं। बताया जा रहा है कि घटना का पता लगने के बाद प्रबंधन ने इसे दबाने का भी काफी प्रयास किया।
जरा भी चिंता नहीं बच्चों की
अभिभावकों का कहना है कि इस मामले में अन्य जिम्मेदार भी उतने ही दोषी हैं जितना स्कूल प्रबंधन है। स्कूल प्रबंधन भारी भरकम फीस वसूलने के लिए तो आमादा रहता है, मगर बच्चों की सुरक्षा पर ध्यान नहीं देता है। इतना ही नहीं शर्मसार करने वाली घटना होने के बावजूद भी अभिभावकों को ही दबाने का काम भी करता है। यदि स्कूल प्रबंधन को जरा भी बच्चों की या अभिभावकों की चिंता होती तो वह पहले ही उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवा देता।