रतलाम जिले में कोरोना नियंत्रण के लिए विशेष रणनीति, मेडिकल कॉलेज से निराश ना लौटे मरीज और परिजन : मुख्यमंत्री
हरमुद्दा
रतलाम, 11 मई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार शाम वीसी लेकर रतलाम जिले में कोरोना नियंत्रण की विशेष रूप से समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि रतलाम जिले में कोरोना नियंत्रण के लिए विशेष रणनीति के तहत कार्य किया जाएगा इस संबंध में उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे शीघ्र ही रतलाम आ कर कोरोना की स्थिति की समीक्षा करेंगे।
रतलाम एनआईसी कक्ष में इस अवसर पर जावरा विधायक डॉ. राजेंद्र पांडेय, राजेंद्र सिंह लुनेरा, मनोहर पोरवाल, महेंद्र कटारिया कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम म, पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी सीईओ जिला पंचायत मीनाक्षी सिंह, अपर कलेक्टर जमुना भिड़े मेडिकल कॉलेज डीन डॉ. जितेंद्र गुप्ता तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
जन सहयोग लेते हुए करें नियंत्रण
वीसी में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि कोरोना नियंत्रण के लिए जनता का सहयोग लेते हुए परिश्रम के साथ अधिकारी कार्य कर स्थिति को नियंत्रण में लाएं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने विधायक डॉ. पांडे से चर्चा की। विधायक डॉ. पांडे ने मुख्यमंत्री से अधिक संख्या में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीनों की मांग की। इस पर बताया गया कि आगामी एक-दो दिनों में 30 या 40 कंसंट्रेटर रतलाम पहुंच जाएंगे। विधायक डॉ पांडे ने मुख्यमंत्री को बताया कि जिले के जावरा में 88 लाख रुपए जन सहयोग राशि एकत्रित की गई है जिससे आगामी 15 या 20 मई तक ऑक्सीजन प्लांट चालू कर दिया जाएगा। इसके अलावा उक्त राशि से अन्य व्यवस्थाएं भी की जा रही हैं जावरा अक्सीजन प्लांट से होम आइसोलेटेड मरीजों को सिलेंडर भर कर दिए जाने की व्यवस्था भी रहेगी।
सख्त कदम के आएंगे सकारात्मक परिणाम शीघ्र
मुख्यमंत्री को कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि कोरोना नियंत्रण के लिए जिले में सख्ती से कदम उठाए जा रहे हैं, जिसके परिणाम अति शीघ्र सकारात्मक रूप से सामने आएंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना का प्रसार रोकने के लिए कर्फ्यू जैसी सख्ती की गई है ग्रामीणों में अब जागरूकता भी आई है जिले में ऑक्सीजन उपलब्धता भी अच्छी स्थिति में हैं।
मेडिकल कॉलेज से होकर ना लौटे मरीज
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि मेडिकल कॉलेज में बेड क्षमता बढ़ाई जाएं। जिससे वहां भर्ती के लिए आने वाले मरीज निराश होकर नहीं लौटे उन्हें वहां भर्ती होकर अच्छा उपचार मिले कलेक्टर ने मुख्यमंत्री को बताया कि आगामी दो-तीन दिनों में मेडिकल कॉलेज में बेड क्षमता और बढ़ा दी जाएगी मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए कि आवश्यकता अनुसार जिले में छोटे कोविड केयर सेंटर भी विभिन्न स्थानों पर चालू किए जाएं जिससे मरीजों को अतिरिक्त रूप से भर्ती होने की सुविधा मिल सके।