ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों के उपचार की पुख्ता व्यवस्था की जाएगी स्थानीय स्तर पर

🔲 मेडिकल कॉलेज में बढ़ाई जाएगी ऑक्सीजन बेड संख्या

🔲 ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पतालों में भी ऑक्सीजन बेड की पर्याप्त व्यवस्था

🔲 जिले के कोविड-प्रभारी तथा उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में निर्णय लिए गए

हरमुद्दा
रतलाम, 13 मई। रतलाम मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन बेड संख्या बढ़ाई जाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों में प्रमुख शासकीय अस्पतालों में भी ऑक्सीजन बेड पर्याप्त संख्या में उपलब्ध कराए जाएंगे, आवश्यकता पड़ने पर छोटे कोविड-केयर सेंटर्स की भी वृद्धि की जाएगी। साथ ही पर्याप्त मेडिकल स्टाफ रखा जाएगा।

प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री तथा जिले के कोविड-प्रभारी मंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में उक्त निर्णय लिए गए।

मेडिकल कॉलेज से कोई निराश ना लौटे

बैठक में मंत्री डॉ. यादव ने निर्देश दिए कि मेडिकल कॉलेज में क्षमता अनुसार उपचार व्यवस्था की जाए। यहां आने वाला कोई भी मरीज उपचार लाभ प्राप्त करें, निराश वापस नहीं लौटे। मेडिकल कॉलेज में 150 से 200 की संख्या में ऑक्सीजन बेड की वृद्धि की जाए। ग्रामीण क्षेत्रों के उपस्वास्थ्य केंद्रों में भी ऑक्सीजन बेड पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रखे जाएं।

आलोट, ताल, पिपलौदा आदि स्थानों में पर्याप्त संख्या में ऑक्सीजन बेड कराए उपलब्ध

विधायक डॉ. राजेंद्र पांडे ने कहा कि जिले में जरूरत के अनुसार छोटे कोविड-केयर सेंटर्स की वृद्धि की जाए। मेडिकल कॉलेज सहित आलोट, ताल, पिपलौदा आदि स्थानों में पर्याप्त संख्या में ऑक्सीजन बेड उपलब्ध कराए जाएं। आवश्यक मेडिकल स्टाफ तैनात किया जाए। इस पर मंत्री डॉ. यादव ने स्वीकृति देते हुए आवश्यक निर्देश दिए। विधायक दिलीप मकवाना ने भी ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों के कोविड-उपचार के संबंध में सुझाव दिए। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि जिले के उपस्वास्थ्य केंद्रों पर ऑक्सीजन बेड उपलब्धता के लिए ऑक्सीजन लाइनें बिछाई जा रही हैं, पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

जरूरत हुई तो आसपास से भी आएंगे ऑक्सीजन सिलेंडर

मंत्री डा. यादव ने कहा कि रतलाम जिले के लिए अस्पतालों में ऑक्सीजन उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। स्थानीय उपलब्धता के अलावा उज्जैन, नागदा इत्यादि स्थानों से भी पर्याप्त संख्या में ऑक्सीजन सिलेंडर मंगवाए जाएंगे। डॉ. यादव ने निर्देश दिए कि मेडिकल कॉलेज में आवश्यक मेडिकल स्टाफ की पूर्ति के लिए आयुष चिकित्सकों, मेडिकल कॉलेज स्टूडेंट तथा नर्सिंग स्टूडेंट की सेवाएं ली जाएं। इसके लिए उन्हें मानदेय भी प्रदान किया जाएगा। डॉ. यादव ने जिला चिकित्सालय में भी ऑक्सीजन बेड उपलब्धता की जानकारी प्राप्त की।

ग्रामीणों को ना आना पड़े उपचार के लिए शहर

मंत्री डा. यादव ने निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को शहर में उपचार के लिए नहीं आना पड़े, इसके लिए उनके क्षेत्र में स्थित शासकीय चिकित्सालय में ऑक्सीजन बेड अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराना हमारा प्रमुख उद्देश्य है। इसके पूर्व मंत्री डा. यादव ने जिले में कोरोना नियंत्रण की समीक्षा की। पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से संक्रमण की स्थिति की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

यह थे मौजूद

बैठक में पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी, सीईओ जिला पंचायत मीनाक्षीसिंह, अपर कलेक्टर जमुना भिड़े, एसडीएम अभिषेक गहलोत, मेडिकल कॉलेज डीन डॉ. जितेंद्र गुप्ता, डिप्टी कलेक्टर शिराली जैन, मनोहर पोरवाल, सिविल सर्जन डॉ. आनंद चंदेलकर डीपीएम अजहर अली, डॉ. गौरव बोरीवाल डॉक्टर प्रमोद प्रजापति आदि उपस्थित थे।

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