किसान नींबू और जामफल का बगीचा लगाना चाहता था, मगर पंचायत सचिव रुपए, रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त ने धर दबोचा
किसान से ले चुका था ₹3000 पहले ही पंचायत सचिव
हरमुद्दा
रतलाम, 26 जुलाई। किसान अपनी जमीन में नींबू और जामफल का बगीचा लगाना चाहता था, मगर पंचायत सचिव रुपए। किसान द्वारा की गई शिकायत के बाद जिले के पिपलौदा नगर में सुखेड़ा ग्राम पंचायत के सचिव जगदीश पांचाल को दो हजार रुपये की रिश्वत लेते लोकायुक्त पुलिस उज्जैन के टीम ने धर दबोचा।
जानकारी के अनुसार किसान शंकरलाल मालवीय निवासी ग्राम धामेडी दो बीघा जमीन में नींबू और जामफल का बगीचा लगाना चाहता है। शासन की फलोद्यान योजना का लाभ लेने के लिए किसान द्वारा करीब 1 साल पहले ग्राम पंचायत सुखेड़ा में आवेदन दिया था। पंचायत को आवेदन मंजूर कर उसकी फाइल जनपद पंचायत में भेजना थी, लेकिन पंचायत सचिव द्वारा फाइल अटका कर रखा गया।
किसान लगा रहा था बार-बार चक्कर
बारबार चक्कर लगाने के बाद 15 दिन पहले सचिव ने उससे कहा कि पांच हजार रुपए देना पड़ेंगे, तभी वह उसकी फाइल आगे भेजेगा। उसने 23 जुलाई को सचिव जगदीश को तीन हजार रुपए दिए थे। शेष दो हजार रुपए सोमवार को देने की बात हुई थी।
शिकायत के बाद बनाई टीम ने योजना
इसके बाद शंकरलाल ने उज्जैन लोकायुक्त कार्यालय जाकर लोकायुक्त एसपी को शिकायत की थी। शिकायत पर लोकायुक्त ने जगदीश को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ने की योजना बनाई तथा लोकायुक्त का दल निरीक्षक रविंद्र कुमार पाराशर व बलवीर यादव के नेतृत्व में सोमवार दोपहर पिपलौदा पहुंचा। पंचायत सचिव जगदीश ने शंकरलाल को पिपलौदा स्थित अपने निजी कार्यालय पर रुपए लेकर बुलाया। बस फिर क्या था योजना सफल हुई और पंचायत सचिव को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया।