सोमवार को सुबह सिवनी में आए भूकंप के 3 झटके,भूकंप का केंद्र जमीन से 5 किमी गहराई में
सिवनी के लोगों में दहशत का माहौल
रिक्टर स्केल पर तीव्रता 3.7 दर्ज
हरमुद्दा
सिवनी, 4 अक्टूबर। मध्य प्रदेश के सिवनी में सोमवार सुबह 7.49 पर एक के बाद एक भूकंप (Earthquake) के तीन झटके महसूस हुए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.7 दर्ज की गई है। भूकंप का केंद्र जमीन 5 किमी गहराई में बताया गया है। ज्ञातव्य है कि शुक्रवार को भी भूकंप के झटके आए थे। वैज्ञानिकों का कहना है कि गहराई कम होने के कारण झटके महसूस हो रहे हैं लेकिन तीव्रता कम होने के कारण नुकसान की संभावना नहीं है।
सुबह लगे झटकों के बाद से शहरवासियों में दहशत (Panic among the townspeople) का माहौल है। वहीं कुछ घरों में दरारें आने की बात कहीं जा रही हैं। अभी तक कोई बड़े नुकसान की जानकारी सामने नहीं आई हैं। इससे पहले शुक्रवार को सुबह 11.49 बजे अचानक तेज धमाके जैसी आवाज के साथ करीब 6 सेकेंड तक धरती हिल गई थी। इसके बाद लोगों में दहशत फैल गई। घबराहट में लोग अपने घरों से बाहर निकल गए। रियेक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 11.49 बजे 3.6 दर्ज हुई है। इसके पहले 21 सितंबर को भी 2.1 तीव्रता का भूकंप दर्ज हुआ था।
कम गहराई होने से महसूस हो रहे झटके
भू-विज्ञानियों के अनुसार भूकंप का केंद्र ज्यादा गहराई में नहीं होने के कारण भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे है। यदि ज्यादा गहराई में हलचल होगी तो यह झटके महसूस नही होंगे। पिछले साल व इस साल आ रहे भूकंप के झटकों का केंद्र 5 से 10 किमी की गहराई में है। इसी वजह से झटके महसूस हो रहे है। हालांकि ज्यादा तीव्रता के भूकंप नहीं आने से फिलहाल घबराने की आवश्यकता नही है। यदि भूकंप की तीव्रता 5 या इससे ज्यादा रही व भूकंप आने का समय 30 सेकेंड से ज्यादा होगा तो नुकसानी की संभावनाएं है।
बीते साल पांच बार दर्ज हुआ था भूकंप
पिछले साल अक्टूबर-नवंबर माह में वैसे तो आधा सैकड़ा से अधिक बार क्षेत्र के लोगों ने भूकंप जैसे झटके महसूस किए थे, लेकिन रिक्टर स्केल में पांच बार भूकंप के झटके दर्ज हुए थे। डूंडासिवनी व छिड़िया पलारी सहित आसपास के गांवों के लोगों ने घरों से बाहर कड़कड़ाती ठंड में रातें बिताई थी।
जल रिसाव की वजह से महसूस किया जा रहा कंपन
भू-कंपन व आवाज आदि की शिकायतों को लेकर जिला प्रशासन ने 22 सितंबर को जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया भारत सरकार को प्रभावी क्षेत्रों में सर्वे का अनुरोध किया गया था। इसके परिपालन में जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम 24 सितंबर को जिले में पहुंची थी। जियोलॉजिस्ट एमएस पठान के निर्देशन में टीम ने कंपन प्रभावी क्षेत्र आमाझिरिया, राघादेही, बींझावाड़ा, डूंडासिवनी, इंदावाड़ी, गहरानाला, चूना भट्टी, बिठली, मानेगांव, कोहका, माथाटोला, रिंझाई, सेलुआ व अन्य क्षेत्र का निरीक्षण करने के साथ ही स्थानीय व्यक्तियों से चर्चा की थी। किए गए सर्वे की रिपोर्ट शुक्रवार एक अक्टूबर को प्राप्त हुई है। प्राप्त रिपोर्ट पर जिला प्रशासन ने जियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया भारत सरकार के एडिशनल डायरेक्टर हेमराज सूर्यवंशी से विस्तृत चर्चा की। हेमराज सूर्यवंशी ने बताया कि विगत दिनों से सिवनी जिले में महसूस किया जा रहे सौम्य झटके है, जो कि पानी के रिसाव के कारण होते हैं। इन सौम्य झटकों से नुकसानी की संभावना नहीं होती है।