राखी पर बिछड़े दीपावली पर मिले : इनके अथक प्रयास से जब बेटे को देखा तो फूट फूट कर रोई मनोरोगी मां
मानसिक दशा बहुत ज्यादा खराब, रात रात भर जाग कर जोर-जोर से चिल्लाना थी आदत
हरमुद्दा
रतलाम, 29 अक्टूबर। जिला चिकित्सालय के आइसोलेशन वार्ड में 16 सितंबर 2021 से भर्ती 40-45 वर्ष उम्र की महिला विक्षिप्त हालत में, बिना किसी कपड़े के भर्ती कराई गई थी। मानसिक दशा बहुत ज्यादा खराब, पूरे शरीर पर सूजन, उद्दंड स्वभाव के कारण तोड़फोड़ करना, रात रात भर जाग कर जोर-जोर से चिल्लाना आदि के बाद भी आइसोलेशन वार्ड के कर्मचारी, डॉक्टर एवं समाजसेवी रोगी कल्याण समिति सदस्य गोविंद काकानी के अथक प्रयास से घरवालों को ढूंढ लिया। बेटे को देखते ही मनोरोगी मां रोने लगी। रक्षाबंधन पर बिछड़ी महिला दीपावली पर परिजनों को मिल गई।
जिला रोगी कल्याण समिति सदस्य एवं काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के सचिव श्री काकानी ने हरमुद्दा को बताया कि लगभग 45 वर्षीय महिला मांगू भाई पति शंभूलाल बलाई निवासी गांव दूधिया आलोट के पास रक्षाबंधन के लिए मामा तेजू लाल बलाई निवासी ग्राम गुराडिया आलोट के पास जाने का बोलकर 25 अगस्त को घर से निकल गई। वहां नहीं पहुंचने पर घर वालों ने 27 अगस्त को आलोट थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवा दी थी। आइसोलेशन वार्ड में प्रतिदिन नाश्ते के वक्त उससे पूछताछ में घरवालों की दूधिया गांव में रहने की बात सामने आने पर काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के सचिव समाजसेवी काकानी ने रक्तदान के लिए आए दूधिया गांव के पास के रक्तदाता से दूधिया गांव वालों के मोबाइल नंबर प्राप्त किए। मोबाइल पर वीडियो कॉलिंग कर गांव वालों को बताया तो उन्होंने महिला गांव की निवासी होना बताया और तत्काल जाकर घरवालों से मोबाइल पर बात कराई।
घरवाले महिला को लेने रतलाम पहुंचे
काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के सक्रिय प्रयासों से हर वर्ष दीपावली पर कोई न कोई विक्षिप्त को घर पहुंचाने में सफलता के क्रम में इस वर्ष भी विगत 2 माह से लापता घर से निकलने वाली महिला को लेने घरवाले तुरंत वाहन लेकर पुत्र कमल, पति शंभूलाल, देवर शिवलाल एवं दशरथ रतलाम पहुंचे।
भावुक हो गया पूरा माहौल
आइसोलेशन वार्ड में जब मांगू बाई ने अपने 15 वर्षीय पुत्र कमल को देखा तो उसे दोनों हाथों से गले में लिपटकर फूट-फूटकर रोना शुरू कर दिया। पूरे अस्पताल का माहौल मां बेटे के मिलन में भावुक हो गया।
बड़ी बेटी की हो गई शादी
पति शंभू लाल ने बताया कि हमारे तीन बच्चे हैं। बड़ी बेटी पार्वती की शादी हो गई है। दो बेटे कमल व विजयपाल है। इसके पहले मांगूबाई की तबीयत इतनी कभी खराब नहीं हुई। उन्हें जरूरत पड़ने पर आप लोग मुझे उचित इलाज हेतु मदद करना। आप सभी समाज सेवी गोविंद काकानी, अस्पताल प्रबंधन एवं जिला पुलिस प्रशासन का में पत्नी को वापस सकुशल, इलाज कराने एवं रखने के लिए हॄदय से आभार प्रकट करता हूं। मांगू बाई पति शंभूलाल को रवाना करने के पूर्व नाश्ता एवं एक माह की दवाई साथ में देकर घरवालों के साथ रवाना किया।