मां की चिंता में चिता पर : एक महीने से अस्पताल में भर्ती मां को देखकर आने के बाद बेटे ने लगा लिया मौत को गले
मां के डिस्चार्ज होने की जानकारी देने के लिए लगाया बड़े भाई ने फोन
कई बार लगाने के बाद भी फोन नहीं उठाया तो हुई चिंता
बहुत प्यार करता था मां से
हरमुद्दा
भोपाल, 30 मार्च। अवसाद के चलते मां खाना नहीं खाती थी और बीमार हो जाती थी। मां करीब एक माह से अस्पताल में भर्ती थी। बेटा मां से बहुत प्यार करता था। मां के काफी निकट भी था। मां की बीमारी का दुख देखने सका और घर आकर मौत को गले लगा लिया। पुलिस मौत के कारणों की जांच कर रही है।
यह मामला है अशोका गार्डन क्षेत्र की फ्रेंड्स कॉलोनी का। 22 वर्षीय दमनजीत सिंह कौर फेब्रिकेशन का कार्य करता है। मां मीरा कौर बीमारी के चलते अस्पताल में भर्ती थी। अस्पताल से डिस्चार्ज होने की जानकारी देने के लिए बड़े भाई सतनाम ने करीब 10 बार फोन किए। फोन रिसीव नहीं होने पर चिंता हुई और तत्काल घर आया। दरवाजा बजाया नहीं खुला, तो खिड़की के माध्यम से कोशिश की गई। तब पता चला कि छोटा भाई फंदे पर लटक गया है। खिड़की से दरवाजा खोला और उसे तत्काल हमीदिया अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने परीक्षण के उपरांत मृत घोषित कर दिया।
अवसाद में उठाया होगा कदम
मां से बहुत प्यार करने की खातिर दमनजीत सिंह मां की बहुत देखभाल करता था। मां अक्सर डिप्रेशन में खाना पीना छोड़ देती थी और बीमारी के चलते अस्पताल में भर्ती करवाना होता था। मां की परेशानी के चलते लगता है वह भी अवसाद ग्रस्त हो गया और यह कदम उठा लिया हालांकि वह कोई सुसाइड नोट छोड़कर नहीं गया है। इस मामले की जांच पुलिस कर रही है कि आखिर किस कारण से मौत हुई है।