24 माह का आर्यन हो गया अस्त : मां बेटा बालकनी में थे, पति के लिए दरवाजा खोलने गई, इतने में बेटा बालकनी से नीचे

 सिर आई चोट, और टूटी पसलियां

 कोई सिस्टम नहीं बचा पाया जान

हरमुद्दा
इंदौर 30 मार्च। 2 साल के आर्यन के साथ बालकनी में थी। मासूम खेल रहा था। तभी पति के आने पर मां दरवाजा खोलने गई दरवाजा खोल के जैसे ही पति-पत्नी बालकनी में आए आर्यन नजर नहीं आया। ढूंढा। बालकनी से नीचे देखा तो आर्यन बेसुध पड़ा हुआ था।

यह हादसा हुआ कृष्णबाग कॉलोनी में रहने वाले राजवीर जाटव और राजमणि के बालक आर्यन के साथ। मूलतः शिवपुरी के रहने वाले राजवीर इंदौर में नौकरी करते हैं। 4 साल पहले ही दोनों दांपत्य सूत्र में बंधे। कृष्णबाग कॉलोनी में पहले माले पर निवास था। बालक आर्यन बालकनी की रेलिंग की गैप से नीचे चला गया। तत्काल निजी हॉस्पिटल ले गए, जहां से एमवाय अस्पताल रेफर किया गया। लाइफ सपोर्ट दवाई दी गई। विशेषज्ञ चिकित्सकों ने काफी प्रयास किए लेकिन कोई कारगर साबित नहीं हुए और 2 साल का मासूम आर्यन अस्त हो गया। आर्यन को लेकर राजवीर और राजमणि दंपत्ति शिवपुरी गए हैं, जहां पर अंतिम संस्कार हुआ।

जरा सी लापरवाही दे जाती है जिंदगी भर का गम

यह समाचार उन सभी अभिभावकों को चेतावनी है कि जो भी ऐसी जगह पर रह रहे हैं वह अपनी बालकनी में बारीक जाली लगवा लें ताकि चम्मच तक नीचे ना गिरे पाए। यदि बालकनी में ऐसी कुछ व्यवस्था की गई होती तो आज आर्यन असमय काल के गाल में नहीं समाता। भोपाल में भी उस दिन पहले ही ऐसा हादसा हो चुका है आरक्षक का बेटा बालकनी से नीचे गिरा था। सबसे बेहतर तो यही है कि बच्चों को बालकनी में अकेला ना छोड़े। जहां पर भी जा रहे हैं, वही साथ ले जाएं। जरा सी लापरवाही जिंदगी भर का गम दे जाती है।

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