मासूमों की मौत का पर्दाफाश : मां “मुस्कान” ने हसन और फातिमा की छीन ली मुस्कान
⚫ पति और सास का नहीं मिलता था सहयोग बच्चों को संभालने में
⚫ परेशान मां ने चार माह के दोनों मासूम को पानी की टंकी में डुबोकर ले ली जान
⚫ पति ने की जांच को प्रभावित, किया गुमराह
⚫ माता-पिता दोनों को किया गिरफ्तार
⚫ 48 घंटे में ही हत्यारे तक पहुंची पुलिस
हरमुद्दा
रतलाम, 22 नवंबर। मदीना कॉलोनी में बुधवार को हुई दो मासूम की मौत के मामले का पर्दाफाश पुलिस ने तत्परता से कर दिया है। मां मुस्कान ने ही चार माह के दोनों मासूम फातिमा और हसन की जान ले ली। घटना के बाद पति ने ना तो पुलिस को सूचित किया और नहीं जांच में सहयोग किया। पति गुमराह करता रहा। पुलिस ने पति-पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।
यह जानकारी पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए दी। प्रेस वार्ता में एसपी राकेश खाखा, थाना प्रभारी थाना माणकचौक सुरेंद्र सिंह गडरिया मौजूद थे। एसपी ने बताया कि मासूम की मौत को गंभीरता से लिया गया। नगर पुलिस अधीक्षक रतलाम सत्येन्द्र घनघोरिया के मार्गदर्शन में थाना माणकचौक रतलाम के थाना प्रभारी निरीक्षक सुरेन्द्र गड़रिया एवं एफ.एस.एल अधिकारी अतुल मित्तल के नेतृत्व में टीम गठित की गई।
संदेह निकला सही हादसा नहीं, हत्या की
एसपी ने बताया कि शुरुआती दिन से ही मासूमों की मौत संदेह के घेरे में आ गई थी। जांच टीम ने सक्रियता से कार्य करते हुए एसडीएम के आदेश के बाद तहसीलदार ऋषभ ठाकुर की मौजूदगी में गुरुवार को बच्चों को कब्र से निकलवाया गया। पोस्टमार्टम किया गया, जिसमें स्पष्ट पता चला कि बच्चों की मौत पानी में डूबने से हुई है। उनके शरीर पर चोट के कोई निशान भी नहीं थे। पुलिस का संदेह सही निकला हादसा नहीं, मासूमों की हत्या हुई। हत्या को हादसा नाम दे दिया गया। पति अमीर कुरैशी ने भी पुलिस जांच में गुमराह किया। साक्ष छुपाए गए।
कठोर मन से बच्चों की जान लेने का बनाया मन
पुलिस ने इस मामले में कड़ी पूछताछ की तो मां मुस्कान उर्फ पम्मी (25) ने स्पष्ट तौर पर बताया कि बच्चों को संभालने में सास और पति का सहयोग नहीं मिलता था। काफी परेशान हो गई थी। दोनों से नाराज भी थी। इसलिए बुधवार को उन बच्चों की जान ले ली, जिनको न केवल जन्म दिया बल्कि चार माह तक दूध पिलाया। इस घटना से यही लगता है कि वाकई में मां मुस्कान बेहद परेशान हो गई होगी, तभी बड़े कठोर मन से दोनों बच्चों की जान लेने का मन बनाया। आक्रोश में आकर दोनों बच्चों को पानी की टंकी में डुबो दिया।
उनसे कहा तो वह नहीं रुके
पति आमिर ने बताया कि 19 नवंबर को मोहल्ले में इंतकाल होने से घर पर मुस्कान की सास भी आई हुई थी। जब जाने लगे तो मुस्कान द्वारा उसके पति से कहा कि कोई तो यहां रुक जाओ क्योकि मै इन बच्चों को अकेली संभाल नहीं पाउंगी, फिर भी यह लोग चले गए। मुस्कान ने बताया कि पहले भी कई बार मैने मेरे पति से कहा कि बच्चे संभालने में मुझे दिक्कत होती है। तुम मेरा सहयोग नहीं करते हो। बुधवार को मेरे पति ने मेरी बात नहीं मानी मैं बहुत चिढ़ गई थी तो मैने सोचा कि दोनों बच्चो को खत्म कर देती हूं। पहले एक बच्चे को पानी की टंकी में डाला फिर दूसरे बच्चे को भी डाल दिया।
बच्चे घर पर नहीं है बताया पति को
पानी की टंकी में डालने के बाद मां मुस्कान ने पति को फोन लगाया कि दोनो भाई बहन घर में नहीं है। पति तथा उनके दोस्त बिलाल घर आए। उन्होंने पानी की टंकी से बच्चो को निकाला। कमरे मे रखा औंधा करके पीठ दबाई पानी उनके मुंह से पानी निकाला परन्तु वह मर गये थे। फिर मेरे पति ने आटो को बुलाया तथा दोनो बच्चो को लेकर मेरे ससुराल शैरानी पुरा लेकर चले गए। दोनों बच्चों को कब्रस्तान में दफना दिया।
आरोपी मां के साथ पिता को किया गिरफ्तार
संपूर्ण जांच पर से आरोपीगण मुस्कान उर्फ पम्मी पति आमिर कुरैशी उम्र-25 वर्ष नि. मदिना मजिस्द के पीछे वेद व्यास कालोनी, रतलाम व आमिर पिता हुसैन कुरैशी उम्र-30 वर्ष मदिना मजिस्द के पीछे वेद व्यास कालोनी, रतलाम के द्वारा हसन पिता आमिर कुरैशी उम्र-04 माह व फातिमा पिता आमिर कुरैशी उम्र-04 माह की हत्या कर बच्चो को कब्रस्तान में दफनाये पाया जाने का अपराध पाया जाने आरोपी मुस्कान उर्प पम्मी पति आमिर कुरैशी एवं आमिर पिता हुसैन कुरैशी निवासी मदिना मस्जिद के पिछे रतलाम के विरुद्ध अपराध क्र. 615/24 धारा 103 (1), 238, 3 (5) बी.एन.एस. का पाया जाने से विवेचना मे लिया गया। आरोपी आमिर व मुस्कान को गिरफ्तार किया गया प्रकरण में विवेचना जारी है।
सराहनीय भूमिका
तत्परता से जांच कर आरोपियों तक पहुंचने में माणक चौक थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह गडरिया, एफ.एस.एल अधिकारी डॉ. अतुल मित्तल, महिला थाना प्रभारी पार्वती गौड़, दीपक डामोर, प्रवीण वास्कले, शिवनाथ सिंह राठोर, मीना राठौर, अमित त्यागी, अमीरचन्द, कैलाश परमार, हेमलता पुरोहित, मेघा राणा, वर्षा कैथवास, संदिप शर्मा, मुकेश गणावा, हरिओम आकोदिया, चन्द्रर मार्को, विरेन्द्र बारोठ, मुकेश कुमावत की सराहनीय भूमिका रही है।