वेब पोर्टल हरमुद्दा डॉट कॉम में समाचार भेजने के लिए हमें harmudda@gmail.com पर ईमेल करे पत्नी ने सिर हिलाते हुए कहा ओके मर जाओ : लव के बाद मैरिज करने वाले पति पत्नी में मनमुटाव इतना हो गया कि पति ने फांसी पर चढ़ने से पहले पत्नी से कहा मैं मर रहा हूं… -

पत्नी ने सिर हिलाते हुए कहा ओके मर जाओ : लव के बाद मैरिज करने वाले पति पत्नी में मनमुटाव इतना हो गया कि पति ने फांसी पर चढ़ने से पहले पत्नी से कहा मैं मर रहा हूं…

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⚫ पत्नी सास ससुर साले को ठहराया दोषी मृतक ने

⚫ व्हाट्सएप पर वीडियो सेंड किया और लगा ली फांसी

⚫ पुलिस ने किया गिरफ्तार

हरमुद्दा
भोपाल, 26 अप्रैल। लव करने के बाद 14 साल पहले मैरिज की और आठ 10 साल अच्छे से निकले, लेकिन बाद में मनमुटाव ऐसा हुआ कि पत्नी मायके चली गई फिर आई तो दोनो बच्चियों को भी ले गई। ससुराल वालों से तंग आकर पति ने आत्महत्या करने के लिए फांसी पर चढ़ने से पहले पत्नी को वीडियो कॉल किया और कहा कि मैं आत्महत्या कर रहा हूं फांसी लगाकर, lतो पत्नी ने सिर हिलाते हुए कहा ओके तुम मर जाओ। मैं दूसरी शादी कर लूंगी।

आत्महत्या करने के पहले वीडियो कॉल पर बात करते हुए विनय

पति पत्नी के बीच में संवाद के बाद भोपाल के कोलार में रहने वाले प्रॉपर्टी डीलर विनय रजक (36) ने फंदे पर लटक कर आत्महत्या कर ली कर ली। सुसाइड से पहले उसने फैमिली के वाट्सऐप ग्रुप में सुसाइड नोट व वीडियो शेयर किया। उसने इसका जिम्मेदार, ससुर गणेश सिंह कुशवाह, सास शशि कुशवाह, साला अवनीश कुशवाह, पत्नी आरती कुशवाह, बुआ ममता सिंह को ठहराया है। पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया है।

सास शशि और ससुर गणेश सिंह कुशवाह

ब्यूटीशियन आरती से की थी लव मैरिज

विनय के भाई वीरेन्द्र रजक ने बताया कि 14 साल पहले विनय ने ब्यूटीशियन आरती कुशवाह से लव मैरिज की थी। आरती के व्यवहार की वजह से भाई अलग रहने लगा था। आठ-दस साल तक दोनों के रिश्ते ठीक चले। उनकी दो बेटियां हैं। दो-तीन साल पहले से मनमुटाव बढ़ गया। भाई हमें कुछ नहीं बताता था।

विनय की पत्नी आरती

तुम मर जाओ, तो दूसरी शादी कर लूं

मृतक के भाई ने कहा कि हाल में पता चला कि भाई को उसकी पत्नी, ससुराल पक्ष के लोग प्रताड़ित कर रहे हैं। आरती बोलती थी कि मैं दूसरी शादी कर लूंगी। तुम मर जाओ। कई बार दोनों के बीच सुलह कराने की कोशिश की, लेकिन आरती सहमत नहीं हुई। 10 मार्च को उसने तलाक का नोटिस भिजवाया था। उसने आरोप लगाया था कि बेटा पैदा करने के लिए पति मारपीट करता है।

जनवरी में भी की थी सुसाइड की कोशिश

विनय के भाई ने बताया कि 13 जनवरी को आरती पति को छोड़कर मायके चली गई। साथ में बेटियों को भी ले गई। इसी के चलते जनवरी में भाई ने सुसाइड की कोशिश की थी। तब पड़ोसियों ने बचा लिया था। पिछले हफ्ते से आरती ने बेटियों से बात कराना भी बंद कर दिया। इस कारण वह तनाव में था।

तो भटकती रहेगी मेरी आत्मा

मैं जीना चाहता था। मेरी पत्नी, सास-ससुर और साले ने जीने नहीं दिया। मुझे आत्महत्या के लिए उकसाया। मुझे हर तरीके से प्रताड़ित किया। आरोप भी लगाए कि तुम छोटी जाति के हो। मेरी धर्मपत्नी आरती जिसको मैंने दिलो-जान से चाहा, जिससे लव मैरिज की थी। आज वह मुझे धोखा देकर मेरे घर से बहुत सारा सामान और जेवरात ले जा चुकी है। इससे पहले 2013 में भी वह जेवरात लेकर चली गई थी। मुझसे झूठ बोला उसने। ससुर गणेश सिंह कुशवाह जाति का नाम लेकर बोलता है कि तुमने हमारे 30 साल तक जूते नहीं उठाए। मुझे जाति के नाम पर कलंकित किया। मैंने 14 साल पहले लव मैरिज की थी। शायद उसका बदला मुझसे अब लिया जा रहा है। सास-ससुर ने बोला- तुझे अब कहीं का नहीं छोड़ेंगे। तूने हमारी जाति पर कलंक लगाया है। मेरी पत्नी उनकी बातों में आकर मुझे लगातार 2 साल से प्रताड़ित कर रही थी। मुझे मारा गया, पीटा गया, काटा गया, नोंचा गया। लेकिन मैंने कभी डर से किसी को बताया नहीं। मेरे ससुर ने भी मुझ पर कई बार हाथ उठाए। सास-ससुर, साला और मेरी पत्नी इन लोगों ने मिलकर मुझे कई बार प्रताड़ित किया। मेरी दोनों फूल सी बच्चियों से दूर कर दिया। मैंने हमेशा इनकी सुख-दुख में मदद की। पर मेरी पत्नी अपने माता-पिता के कहने पर बोलती है कि तू आत्महत्या कर ले, तू मर जा। मैंने हमेशा अपनी पत्नी को अच्छा रखना चाहा, पर मैं शायद गलत था। मुझे नहीं मालूम था कि जो लड़की अपने माता-पिता को धोखा दे सकती है। वह मुझे भी एक दिन धोखा दे देगी। मैंने आरती को बहुत आगे बढ़ाने की कोशिश की। शायद यही गलतियां मेरे लिए भारी पड़ रही हैं। इनका पूरा खानदान ही खराब है। मेरी 35 साल उम्र हो चुकी है। 14 साल शादी के हो चुके हैं। अब मैं क्या करूं, मेरी दूसरी शादी करने की हिम्मत नहीं है। मैंने कभी जीवन में ऐसा नहीं सोचा कि मैं दूसरी शादी कर लूंगा। इन लोगों की वजह से मुझे आत्महत्या करनी पड़ रही है। यह शायद मेरा आखिरी मैसेज है। मुझे इंसाफ चाहिए। मुझे इंसाफ जरूर दिलवाना, क्या गरीबों की सुनवाई नहीं है? यह लोग पैसे वाले हैं। पैसे के दम पर कुछ भी कर सकते हैं। अगर मुझे इंसाफ नहीं मिला, तो मेरी आत्मा भटकती रहेगी।

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