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विश्व पर्यावरण दिवस : हम प्रकृति को पुनः लौटाने की भावना से कार्य करें तो हमारा आने वाला पल होगा सुखद

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⚫ विश्व पर्यावरण दिवस पर खुशाल सिंह पुरोहित ने कहा

⚫ जन जागरूकता के लिए लगाई दौड़

हरमुद्दा
रतलाम, 5 जून। प्रकृति को हम संवारेंगे तो प्रकृति हमें संवारेगी । हमारी प्राचीन परंपरा में प्रकृति की पूजा को महत्व दिया गया है, इसीलिए हम जिससे ग्रहण करते हैं उसे देव कहा जाता है। भूदेव, सूर्य देव, अग्निदेव, जल देव आदि । यह इसी भावना का द्योतक है कि हम इनकी शरण में रहें, इनसे बहुत कुछ प्राप्त करें। दुर्भाग्यवश आज मनुष्य ने प्रकृति का दोहन बहुत अधिक किया है मगर उसे लौटाया नहीं है। हम प्रकृति को पुनः लौटाने की भावना से कार्य करें तो हमारा आने वाला पल सुखद होगा।

यह बात मुख्य वक्ता पर्यावरणविद् डॉ. खुशाल सिंह पुरोहित ने कही। विश्व पर्यावरण दिवस पर पर्यावरण संरक्षण, संवर्धन एवं प्रकृति के प्रति प्रेम बढ़ाने के उद्देश्य से नगर पालिक निगम रतलाम एवं ऐप्को भोपाल द्वारा अमृत सागर उद्यान में जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी जमुना भिड़े, वन मंडल अधिकारी डी.एस. डुडवे , नगर निगम आयुक्त सोमनाथ झारिया, भोपाल एप्को प्रतिनिधि संध्या व्यास, एडिशनल सीईओ विनीता लोढ़ा, तहसीलदार अनीता चकोटिया मंचासीन रहे।

प्रकृति के क़रीब जाए, उसे संवारें

जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी भिड़े ने कहा कि पर्यावरण हमारे जीवन से जुड़ा है। प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य है कि वह प्रकृति के क़रीब जाए, उसे संवारें। उन्होंने कहा कि रतलाम जिले में विभिन्न प्राकृतिक स्थलों के माध्यम से प्रकृति के संरक्षण के प्रयासों में मिल रही जनसभागिता सुखद है । आम आदमी का इस अभियान से जुड़ना बहुत ज़रूरी है तभी हम अपने प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा कर पाएंगे।

कई पौधे हमें प्रदान करते हैं औषधि

वन मंडल अधिकारी डुडवे ने कहा कि प्रकृति में कई ऐसे पौधे मौजूद हैं जो हमारे प्राणों की रक्षा करते हैं। कई पौधे हमें औषधि प्रदान करते हैं मगर हम इनसे अनजान ही हैं ।उन्होंने कहा कि बांस का पौधा सर्वाधिक तेजी से बढ़ने वाला एवं सर्वाधिक आक्सीजन प्रदान करने वाला होता है । वन विभाग द्वारा रतलाम जिले में आगामी वर्षा काल में पांच लाख बांस के पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है जिसके माध्यम से हम क्षेत्र में पर्यावरण को बेहतर बनाएंगे।

सभी को मिलकर कार्य पर्यावरण संरक्षण के लिए

इप्को भोपाल की व्यास ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में नगर निगम द्वारा किए जा रहे कार्यों को रतलाम में काफी सराहना मिल रही है। पर्यावरण संरक्षण के लिए हम सभी को मिलकर कार्य करना होगा।

100 से अधिक हर्बल उद्यानों को किया विकसित

नगर निगम आयुक्त झरिया ने कहा कि रतलाम शहर में प्राकृतिक स्थलों की सुरक्षा करने के लिए नगर निगम के माध्यम से 100 से अधिक हर्बल उद्यानों को विकसित किया गया है। इन उद्यानों में प्रत्येक पौधे के वानस्पतिक नाम, उसके महत्व और उससे होने वाले लाभ को प्रदर्शित करती पट्टी का भी लगाई गई है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करने के लिए चलाए जा रहे अभियान में रतलाम के नागरिक सदैव तत्पर रहे हैं । इन कार्यों से ही शहर की पहचान बनती है।

प्राकृतिक स्थल हरा-भरा होने से बच्चों का विकास भी

उत्कृष्ट विद्यालय के प्राचार्य सुभाष कुमावत ने कहा कि प्रकृति हमें शिक्षा भी देती है और हमें प्रेरित भी करती है। शैक्षणिक संस्था में प्राकृतिक स्थल हरा-भरा होने से बच्चों का विकास भी होता है और उस क्षेत्र में वातावरण भी सुखद रहता है। संचालन आशीष दशोत्तर ने किया एवं आभार उपायुक्त विकास सोलंकी ने व्यक्त किया।

जन जागरूकता दौड़ भी आयोजित हुई

जन जागरूकता के लिए दौड़ लगाते हुए

पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य को प्रसारित करने के लिए कार्यक्रम से पूर्व जन जागरूकता दौड़ का आयोजन किया गया। त्रिपोलिया गेट से प्रारंभ हुई इस दौड़ में नागरिकों ने सहभागिता की । कार्यक्रम उपरांत पौधरोपण भी किया गया तथा उपस्थित नागरिकों ने श्रमदान किया।  कार्यक्रम में परियोजना अधिकारी डूडा अरुण पाठक, जिला शिक्षा अधिकारी केसी.शर्मा ,जिला खेल अधिकारी श्री आर.सी. तिवारी,  जन अभियान परिषद के जिला संयोजक रत्नेश विजयवर्गीय, सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, शिक्षक एवं नागरिक उपस्थित थे।

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